दुनियाभर के देशों पर अमेरिका की तरफ से लगाए जा रहे आयात शुल्क (टैरिफ) के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधा है. पुतिन ने कहा कि आप भारत और चीन के साथ इस लहजे में बात नहीं कर सकते हैं. पुतिन ने कहा कि भारत और चीन पर ज्यादा टैरिफ लगाकर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है. विक्ट्री डे परेड शामिल होने चीन पहुंचे रूसी राष्ट्रपति ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि ट्रंप प्रशासन एशिया की दो सुपर पॉवर्स को कमजोर करने का प्रयास कर रहा है.
टैरिफ पॉलिसी को ट्रंप ने बताया जंग रुकवाने के हथियार
दरअसल, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रप ने भारत पर 50 प्रतिशत (अधिकतम) टैरिफ लगाया है, जिसमें रूस से कच्चा तेल खरीदने पर 25 प्रतिशत पेनल्टी भी शामिल है. अमेरिका ने रूस-यूक्रेन वॉर के लिए भारत को भी जिम्मेदार ठहराया है. ट्रंप का कहना है कि भारत द्वारा खरीदे जा रहे कच्चे तेल और हथियारों के पैसे का इस्तेमाल रूस यूक्रेन वॉर में कर रहा है. लिहाजा भारत को तुरंत रूस से तेल और हथियार खरीदने बंद कर देने चाहिएं, क्योंकि इससे यूक्रेन युद्ध को बढ़ावा मिल रहा है. ट्रंप ने यह भी कहा कि अगर भारत रूस से तेल खरीदना बंद नहीं करता तो वह और ज्यादा ट्रैरिफ भी लगा सकता है. ऐसे में ट्रंप अपनी टैरिफ पॉलिसी को युद्ध रुकवाने का हथियार समझते हैं.
पुतिन ने दिया सख्त संदेश
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप ने बुधवार को भी कहा था कि इस पॉलिसी की वजह से अमेरिका को ताकत मिलती है. ट्रंप ने टैरिफ को एक जादुई हथियार बताया और दावा किया है कि उन्होंने इस हथियार के जरिए 7 जंग रोकी हैं. उधर, पुतिन ने कहा कि भारत और चीन हमलों का रहा है. अगर इन देशों का कोई नेता कमजोरी का प्रदर्शन करेगा तो उसका पॉलिटिकल करियर बर्बाद हो जाएगा. पुतिन ने अमेरिका के रैवेये को रूढ़ीवादी बताते हुए कहा कि अब औपनिवेशिक युग का अंत हो चुका है. ऐसे जरूरी है कि अमेरिका यह समझे कि वह अपने साझेदारों से इस भाषा में बात न करे. हालांकि पुतिन ने भविष्य में तनाव कम होने की उम्मीद जताई है.
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