Tariff Row: अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा फैसला किया है. उन्होंने जापानी गाड़ियों और अन्य उत्पादों पर लगे टैरिफ को कम करने का आदेश जारी किया है. डोनाल्ड ट्रंप ने ये फैसला अमेरिका और जापान के बीच हुई महीनों की बातचीत के बाद किया है.
अमेरिका के राष्ट्रपति के इस फैसले जापान की ऑटो इंडस्ट्री को राहत मिलेगी और अमेरिका के 550 अरब डॉलर के निवेश की राह खुलेगी. नए आदेश के बाद जापानी गाड़ियों पर लगा मौजूदा टैरिफ 27.5 प्रतिशत से घटकर 15 प्रतिशत हो जाएगा. इस महीने के अंत तक ये लागू हो सकता है. जापान के व्यापार वार्ताकार रयोसेई अकाजावा ने ट्रंप के इस फैसले और अमेरिका-जापान के बीच हुए समझौते का स्वागत किया है. बता दें, अमेरिका के साथ इस समझौते के लिए उन्होंने 10 बार अमेरिका की यात्रा की.
Tariff Row: जापानी ऑटो इंडस्ट्री को मिली राहत
टोयोटा सहित अन्य जापानी कंपनियों ने भी इस समझौते को सराहा है. कंपनी ने कहा कि हमारी 80 प्रतिशत गाड़ियां अमेरिका में ही बनती हैं लेकिन इस समझौते से स्पष्टता आ गई है.
बता दें, ट्रंप के टैरिफ से जापान के कार निर्माताओं को नुकसान हुआ है. टोयोटा सहित अन्य कंपनियों को 10 अरब डॉलर का नुकसान झेलना पड़ा था. अब चूंकि अमेरिका ने टैरिफ कम कर दिया है, जिस वजह से जापानी कंपनियों को अमेरिका के बाजार से राहत की सांस मिली है.
Tariff Row: जापान के साथ इस शर्त पर हुआ समझौता
इस समझौते के लिए जापान ने अमेरिका से वादा किया है कि वह अमेरिकी चावल की खरीद 75 प्रतिशत तक बढ़ाएग और आठ अरब डॉलर से मक्का, खाद, सोयाबीन जैसे कृषि उत्पाद खरीदेगा. इस समझौते के बावजूद जापान का कहना है कि वह अपने कृषि क्षेत्र को नुकसान नहीं होने देगा. इसके अलावा, जापान अमेरिका में 550 अरब डॉलर का निवेश करेगा, जिसमें लोन, सरकारी गारंटी और इक्विटी शामिल है. जापान ये निवेश अमेरिकी सरकार द्वारा चुने गए प्रोजेक्टस में होगा. इसके अलावा, जापान अमेरिका से 100 बोइंग विमान खरीदेगा. वह अमेरिका की रक्षा कंपनियों के साथ 14 अरब डॉलर के रक्षा खर्च को 17 अरब डॉलर सालाना पर लेकर जाएगा. एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये जापान पर एक तरह का आर्थिक बोझ ही है.
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