नई दिल्ली : ई-कॉमर्स क्षेत्र की प्रमुख कंपनी फ्लिपकार्ट ने शुक्रवार को 1,000 रुपये से कम कीमत वाले सभी उत्पादों के लिए शून्य कमीशन मॉडल पेश किया है। इसके साथ ही कंपनी ने अपने सेलर रेट कार्ड में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। यह नया मॉडल फ्लिपकार्ट के किफायती दामों पर सामान उपलब्ध कराने वाले मंच शॉप्सी पर भी लागू किया गया है। अब शॉप्सी पर सभी उत्पादों पर, चाहे कीमत कुछ भी हो, कमीशन नहीं लगेगा। इस नई व्यवस्था के तहत 1,000 रुपये से कम मूल्य वाले उत्पाद सूचीबद्ध करने वाले सभी योग्य विक्रेताओं से कमीशन शुल्क नहीं लिया जाएगा।
कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एस. चौधरी ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में लगभग 30 फीसदी योगदान देता है और फ्लिपकार्ट का उद्देश्य इस क्षेत्र का समर्थन करना, बाधाओं को दूर करना और अधिक क्षेत्रीय व उभरते ब्रांडों को डिजिटल अर्थव्यवस्था में भरोसे के साथ प्रवेश करने में सक्षम बनाना है। फ्लिपकार्ट के रेट कार्ड में रणनीतिक बदलाव से फ्लिपकार्ट के हाइपरवैल्यू प्लेटफॉर्म शॉप्सी पर व्यापक प्रभाव पड़ा है। शॉप्सी पर सभी उत्पादों पर जीरो कमीशन मॉडल लागू किया गया है, चाहे उत्पाद की कीमत कुछ भी हो। इससे हाइपरवैल्यू सेगमेंट को लक्ष्य बनाकर काम करने वाले सेलर्स की स्थिति मजबूत होगी और ग्राहकों के लिए उत्पाद ज्यादा किफायती बनेंगे।
कंपनी ने कहा कि सेलर डैशबोर्ड और सर्विस टचपॉइंट्स के माध्यम से उचित मार्गदर्शन के साथ शुरू की गई इस पहल से सेलर्स के लिए इनका लाभ लेना आसान होगा। इन बदलावों से सभी को बराबरी का मौका देने, परिचालन में पारदर्शिता लाने, सतत विकास को बढ़ावा देने, एमएसएमई को सशक्त करने और भारत के समावेशी डिजिटल रिटेल ट्रांसफॉर्मेशन को गति देने की फ्लिपकार्ट की प्रतिबद्धता को मजबूती मि
ली है।
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