चंडीगढ़ : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के माध्यम से पाकिस्तान में धार्मिक यात्रा पर गए जत्थे में शामिल कपूरथला की महिला सरबजीत कौर पाकिस्तान में जाकर नूर हुसैन बन गई है। महिला ने धर्म परिवर्तन करके निकाह कर लिया है। इससे पहले भी एक महिला व पुरूष पाकिस्तान में जाकर निकाह कर चुके हैं।
एसजीपीसी के माध्यम से हर साल गुरुपर्व तथा वैसाखी के अवसर पर भारतीय श्रद्धालुओं को पाकिस्तान स्थित गुरुधामों की यात्रा के लिए भेजा जाता है। बीती 4 नवंबर को अमृतसर स्थित अटारी-बाघा बार्डर के रास्ते 1932 श्रद्धालुओं का एक जत्था पाकिस्तान में गुरुधामों की यात्रा पर गया था। यह जत्था दस दिनों की यात्रा पर गया था। आठ सदस्य निजी कार्यों के समय से पहले ही लौट आए थे। इस यात्रा के दौरान एक सदस्य की मौत हो गई थी।
गुरुवार शाम अटारी बार्डर के रास्ते 1922 श्रद्धालु वापस लौटे। इस जत्थे में कपूरथला जिला की रहने वाली सरबजीत कौर शामिल नहीं थी। पाकिस्तान में लापता हुई महिला सरबजीत कौर कपूरथला जिले के गांव अमानीपुर, दक्का खाना टिब्बा की रहने वाली हैं। शुक्रवार को पूरा दिन जांच एजंसियों ने जहां पाकिस्तान में अपने समकक्षों से बात की, वहीं पंजाब में महिला के परिवार से भी पूछताछ की। शुक्रवार को देर महिला का निकाहनामा भारतीय एजंसियों को मिल गया। जिसके अनुसार सरबजीत कौर ने 4 नवंबर को पाकिस्तान पहुंच कर अपने फेसबुक फ्रैंड नासिर हुसैन से मिली।
नासिर ननकाना साहिब जिला के गाँव पिंडी शेखुपुरा का रहने वाला है। इसके बाद दोनों ने निकाह किया और फरार हो गए। पाकिस्तानी पंजाब की पुलिस उनकी तलाश में लगातार छापे मार रही है।
अटारी बार्डर सूत्रों की मानें तो पाकिस्तान द्वारा महिला को गिरफ्तार करके भारत को सौंपने की बात कही गई है। महिला ने भले ही पाकिस्तान में जाकर शादी कर ली हो लेकिन पंजाब में उसका परिवार सुरक्षा एजेंसियों के निशाने पर आ गया है।
इस बीच एसजीपीसी के महासचिव प्रताप सिंह ने कहा कि कमेटी सिर्फ सूची भेजती है, उसकी वेरीफिकेशन केंद्र द्वारा की जाती है। कई श्रद्धालुओ के दस्तावेजों में खामी के चलते उन्हें वीजा नहीं
दिया गया।
Shaurya Times | शौर्य टाइम्स Latest Hindi News Portal