परंपरागत उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए उप्र सरकार खोलगी विवि : योगी

सीएम ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित खादी महोत्सव का किया शुभारंभ

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार परंपरागत उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए संस्थान और विश्वविद्यालय खोलेगी। इसमें 6 माह और साल भर के कोर्स चलाए जाएंगे, जिससे कुशल कारीगर निकल सके। मुख्यमंत्री गुरुवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित खादी महोत्सव के शुभारंभ के अवसर बोल रहे थे। उन्होंने बताया कि इस विवि में करोबार चलाने वाले उद्यमी नई तकनीकों के बारे में ढंग से अध्ययन कर सके। अलग-अलग परंपरागत उद्योगों के लिए सर्टिफिकेट कोर्स चलाए जाएंगे। जो 6 महीने से लेकर एक साल तक के होंगे।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया कि प्रदेश में बंद पड़े कंबल कारखानों को सरकार दोबारा शुरू करेगी। साथ ही इन्हें तकनीकी से भी जोड़ा जाएगा। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि परंपरागत उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार जल्द ही विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना लाएगी। इसके अलावा स्वच्छ भारत अभियान के तहत प्रदेश के 99 प्रतिशत से ज्यादा घरों में शौचालय का निर्माण हो चुका है। साथ ही पॉलीथिन पर भी रोक लगाई गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी का प्रिय विषय स्वच्छता और खादी था। केन्द्र और राज्य सरकार दोनों गांधी जी के इस सपने को साकार कर रही हैं। खादी को बढ़ावा देने के लिए सोलर चरखे बांटे जा रहे हैं। साथ ही और कई सुविधाएं दी जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गौवंश संरक्षण करके अर्थव्यवस्था को बेहतर किया जा सकता है। जहां भी लोगों ने इच्छा शक्ति का परिचय दिया। वहां गौवंश संरक्षण बेहतर तरीके से हो रहा है। उन्होंने कहा कि एक गाय 30 एकड़ खेती के लिए खाद उपलब्ध करा सकती है। हर साल भारत सरकार हर साल अरबों रुपये का फर्टिलाइजर, डीजल और पेट्रोल आयात पर खर्च करती है। अगर गोबर गैस प्लांट लगाया जाए, तो इस पर होने वाले अरबों के खर्च में बचत हो सकती है।

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