ग्रैंड मैनर होम्स प्रोजेक्ट की फाइल तलब, मंत्री आशु पर बरसे नेता प्रतिपक्ष

गिल रोड स्थित ग्रैंड मैनर होम्स के निर्माण में हुई धांधली के मामले में बिल्डिंग ब्रांच के अफसर अब चारों तरफ से घिरते नजर आ रहे हैं। अब मेयर बलकार संधू ने  बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों से ग्रैंड मैनर होम्स प्रोजेक्ट की फाइल तलब कर दी। मेयर अब खुद इस फाइल की जांच करेंगे और इस पर बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों से जवाब-तलबी करेंगे।

बता दें कि स्थानीय निकाय मंत्री विधानसभा में स्पष्ट कर चुके हैं कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सिद्धू को डीएसपी बलविंदर सिंह सेखों की तरफ से सौंपी गई जांच में बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों को भी जिम्मेदार ठहराया गया है। डीएसपी की जांच में बिल्डिंग ब्रांच के एटीपी हेडक्वार्टर समेत अन्य अफसरों के नाम सामने आए हैं।

वहीं दूसरी तरफ असिस्टेंट कमिश्नर कुलप्रीत सिंह की जांच में भी जोन सी के तत्कालीन एटीपी समेत तीन अफसरों के नाम सामने आए थे, जिनको चार्जशीट करने की सिफारिश भी एटीपी हेडक्वार्टर की तरफ से डायरेक्टर लोकल बॉडी डिपार्टमेंट को भेजी गई थी। मेयर बलकार सिंह संधू ने बताया कि बिल्डिंग ब्रांच से इस पूरे प्रोजेक्ट की फाइल मंगवा ली है। फाइल देखने के बाद कहा जा सकेगा कि प्रोजेक्ट में किस तरह की खामियां हैं।

रॉबर्ट वाड्रा से लैंड माफिया बनने के गुर सीखकर आए आशु

ग्रैंड मैनर होम्स प्रोजेक्ट की जांच के बाद सामने आई गड़बडिय़ों को लेकर विपक्ष ने कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए मोर्चा खोल दिया है। आम आदमी पार्टी ने मंत्री आशु के इस्तीफे और दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए विधान सभा से लेकर सड़क तक लड़ाई लडऩे का ऐलान कर दिया है। पार्टी नेताओं ने साफ कर दिया कि जब तक मुख्यमंत्री द्वारा भारत भूषण आशु से इस्तीफा नहीं लिया जाता और अफसरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तब तक संघर्ष जारी रहेगा।

विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा व उप नेता प्रतिपक्ष सर्बजीत कौर माणूके ने लुधियाना में प्रेस कांफ्रेंस कर कैबिनेट मंत्री भारत भूषण पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि आशु कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की टीम के सदस्य हैं और वह लैंड माफिया बनने की ट्रेनिंग रॉबर्ट वाड्रा से लेकर आए हैं। ग्रैंड मैनर होम्स के मामले के अलावा ऐसे कई और मामले भी सामने आ रहे हैैं। नेताओं ने कहा कि डीसी की रिपोर्ट में भी साफ हो चुका है कि रेवेन्यू रिकार्ड में छेड़छाड़ की गई है। वहीं, डीएसपी की इंक्वायरी में मंत्री व अफसरों की भूमिका सामने आ चुकी है।

‘दैनिक जागरण’ द्वारा मामला उजागर करने के बाद उन्होंने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया। स्थानीय निकाय मंत्री ने इसके जवाब में कहा था कि मंत्री हो या संतरी किसी को बख्शा नहीं जाएगा। चार दिन बीत गए, लेकिन कैप्टन ने न तो भारत भूषण आशु से इस्तीफा लिया है और न ही स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह ने अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की। आप विधायक एक बार फिर सोमवार को इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएंगे। अगर फिर भी कार्रवाई नहीं हुई तो 26 फरवरी को पार्टी नेताओं की बैठक करके सड़क पर संघर्ष किया जाएगा।

आशु कैसे बोल रहे हैं कि उनका नाम कहां से आया?

सर्बजीत कौर माणूके ने कहा कि आशु ने विधानसभा में कहा कि इस प्रकरण में उनका नाम कहां से आ गया? वह बार-बार इससे पल्ला झाड़ रहे हैं। आशु ने जो जांच अफसर को फोन पर धमकाया है और उसे मारने की धमकी दी है क्या यह कम है? उन्होंने कहा कि डीएसपी ने जांच की और उसे मंत्री व कांग्रेसी नेता कमलजीत कड़वल ने धमकाया है, जिससे साफ है कि इस प्रोजेक्ट में मंत्री व कांग्रेसी नेता का भी कोई शेयर जरूर है।

जांच अफसर डीएसपी की सुरक्षा के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए

सर्बजीत कौर माणूके ने कहा कि आशु और कड़वल फोन पर एक जांच अफसर को मारने की धमकी तक दे रहे हैं। मुख्यमंत्री को चाहिए था कि अब तक दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाते, लेकिन उन्होंने ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की और न ही डीएसपी की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम उठाए। विधानसभा में डीएसपी की सुरक्षा की मांग भी की जाएगी। वहीं आशु और कमलजीत कड़वल के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई इस पर भी सवाल करेंगी।

क्या कैप्टन सिटी सेंटर मामले की तरह इसे भी लटकाएंगे

हरपाल सिंह चीमा व माणूके ने कहा कि कांग्रेस में भू-माफियाओं की लिस्ट ऊपर से लेकर नीचे तक है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के जीजा पर ईडी की जांच चल रही है और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का नाम सिटी सेंटर मामले में आ चुका है। अब उनके मंत्री का नाम भी आ गया है। उन्हें शक है कि कैप्टन इस मामले की जांच को सिटी सेंटर मामले की तरह लटका देंगे, लेकिन आप ऐसा होने नहीं देगी।

विवादित प्रोजेक्ट के साथ लगती एनआरआइ महिला की जमीन पर भी कब्जा

गिल रोड स्थित ग्रैंड मैनर होम्स प्रोजेक्ट के निर्माण में हुई धांधलियों का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि उसके साथ लगती 3000 वर्ग गज जमीन पर कब्जे का एक मामला सामने आ गया है। यह जमीन अमेरिका में रहने वाली एक महिला की बताई गई है। जमीन पर कब्जा किसने किया यह अभी साफ नहीं हुआ।

यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए आप विधायक और उपनेता प्रतिपक्ष सर्बजीत कौर माणूके ने कहा कि अमेरिका में रहने वाली नसीब कौर ने उन्हें रविवार को फोन पर यह जानकारी दी। उसने बताया कि ग्रैंड मैनर होम्स प्रोजेक्ट के साथ उनकी जमीन थी, जिस पर कब्जा हो चुका है। इस मामले में अब आप द्वारा दस्तावेज की जांच करवाई जाएगी ताकि पता चल सके कि जमीन पर किसने कब्जा किया है। उन्होंने एनआरआइ महिला से जमीन की रजिस्ट्री मंगवाई है। उसके बाद रेवेन्यू रिकार्ड में उसकी जांच की जाएगी।

माणूके ने बताया कि एनआरआइ महिला ने कहा कि वह अपनी जमीन की रजिस्ट्री को लेकर अफसरों के पास भी जा चुकी है लेकिन रिकार्ड में कहीं भी उसकी जमीन नहीं मिल रही। कुछ लोग नसीब कौर की जमीन खा चुके हैं और रेवेन्यू रिकार्ड से भी उसका नाम गायब कर दिया गया है। इससे साफ है कि भू-माफिया और अफसरों की आपस में मिली भगत है। शहर में सरकारी जमीनों के साथ साथ निजी जमीनों पर राजनीतिक संरक्षण में कब्जे हुए हैं। अब लोग उनके पास आ रहे हैं। आप जल्द ही लुधियाना जिले में पांच सदस्यीय कमेटी का गठन कर लोगों की जमीनों पर हुए कब्जों की शिकायतें जुटाएगी। उसके बाद प्रशासनिक स्तर पर जांच करवाई जाएगी और लोगों को उनकी जमीन वापस दिलवाने की मुहिम शुरू की जाएगी।

कैप्टन ने लैंड माफिया खत्म करने का किया था दावा

माणूके ने आरोप लगाए कि मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि वह सूबे में लैंड माफिया खत्म करेंगे, लेकिन हो इसके उलट रहा है। शहर में लैंड माफिया सक्रिय हैं और कैप्टन इस तरफ आंखें मूंदकर बैठे हैं। ग्रैंड मैनर होम्स के मामले में सरकार के पास पूरे सबूत आने पर भी कार्रवाई न होना साबित करता है कि सरकार लैंड माफिया के खिलाफ कार्रवाई नहीं करना चाहती।

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