बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 4 जनवरी को ही बिहार के रणजी ट्रॉफी समेत सभी बड़े टूर्नामेंटों में खेलने को क्लीन चिट दी थी. लेकिन, इसके बावजूद विजय हजारे ट्रॉफी से बिहार का नाम नदारद दिखी. देश की सबसे बड़ी अदालत के इसी फैसले की अवहेलना का हवाला देते हुए क्रिकेट एसोशिएसन ऑफ बिहार के सचिव आदित्य वर्मा ने अवमानना की याचिका दायर की थी, जिस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को बिहार के हक में फैसला सुनाया. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि बिहार अब रणजी ट्रॉफी तो खेलेगा ही साथ ही विजय हजारे समेत दूसरे घरेलू टूर्नामेंटों में हिस्सा लेगा.

मुख्य दौर के लिए नॉर्थ-ईस्ट स्टेट से मुकाबला

बिहार क्रिकेट टीम को रणजी ट्रॉफी के मुख्य दौर में प्रवेश के लिए पहले नॉर्थ ईस्ट स्टेट के साथ खेलना होगा, इसके बाद टॉप की दो टीम मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई करेंगी.