सर्बियाई फुटबॉल एसोसिएशन के प्रमुख स्लेविसा कोकेजा ने फीफा पर रूस में चल रहे फुटबॉल विश्व कप के दौरान उनके देश के साथ पक्षपात और धोखाधड़ी करने का गंभीर आरोप लगाया।सर्बियाई फुटबॉल एसोसिएशन के प्रमुख स्लेविसा कोकेजा ने फीफा पर रूस में चल रहे फुटबॉल विश्व कप के दौरान उनके देश के साथ पक्षपात और धोखाधड़ी करने का गंभीर आरोप लगाया।  सर्बिया को कालिनग्राड में ग्रुप 'ई' के मुकाबले में स्विट्‍जरलैंड के हाथों शुक्रवार को 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था। इस मैच के बाद सर्बियाई फुटबॉल प्रमुख कोकेजा ने फीफा पर यह गंभीर आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने फीफा के सामने अपना विरोध भी दर्ज करा दिया।  कोकेजा का आरोप था कि इस मैच में जर्मन रेफरी को नियुक्त किया गया जिसकी वजह से कई फैसले प्रभावित हुए। इनमें सबसे प्रमुख फैसला वह था जब एलेक्झेंडर मिट्रोविक को दो स्विस खिलाड़‍ियों ने पकड़कर गिराया, लेकिन जर्मन रेफरी या वीडियो असिस्टेंट रेफरी (वीएआर) ने पेनल्टी नहीं दी।  कोकेजा ने कहा, 'यह सिर्फ वीएआर की गलती का मामला नहीं है। फीफा में जो लोग रेफरी नियुक्त करते है, उन्होंने जानबूझकर यह काम किया। सभी को मालूम है कि स्विट्‍जरलैंड की आधी से ज्यादा आबादी जर्मन लोगों की हैं। फीफा ने हमारे साथ जो अन्याय किया उसे लेकर सर्बियाई खिलाड़ी, स्टाफ और सर्बियाई जनता बहुत दुखी है।'  जब उनसे यह पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि फीफा इस मामले में कोई कार्रवाई करेगा, उन्होंने कहा- यह सब जानबूझकर किया गया है और मुझे नहीं लगता है कि इस मामले में फीफा किसी पर कोई कार्रवाई करेगा। हमारे साथ धोखाधड़ी हुई है।  एलेक्झेंडर मिट्रोविक ने पांच मिनट के अंदर ही हैडर के जरिए गोल दागते हुए सर्बिया को 1-0 की बढ़त दिला दी थी। स्विट्‍जरलैंड 52वें मिनट में बराबरी पर आया जब ग्रेनिट शाका ने दमदार शॉट के जरिए गोल दागा। इसके बाद खेल के अंतिम क्षणों में जेरदान शाकिरी ने गोल दागते हुए स्विस टीम को 2-1 से जीत दिलाई।

सर्बिया को कालिनग्राड में ग्रुप ‘ई’ के मुकाबले में स्विट्‍जरलैंड के हाथों शुक्रवार को 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था। इस मैच के बाद सर्बियाई फुटबॉल प्रमुख कोकेजा ने फीफा पर यह गंभीर आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने फीफा के सामने अपना विरोध भी दर्ज करा दिया।

कोकेजा का आरोप था कि इस मैच में जर्मन रेफरी को नियुक्त किया गया जिसकी वजह से कई फैसले प्रभावित हुए। इनमें सबसे प्रमुख फैसला वह था जब एलेक्झेंडर मिट्रोविक को दो स्विस खिलाड़‍ियों ने पकड़कर गिराया, लेकिन जर्मन रेफरी या वीडियो असिस्टेंट रेफरी (वीएआर) ने पेनल्टी नहीं दी।

कोकेजा ने कहा, ‘यह सिर्फ वीएआर की गलती का मामला नहीं है। फीफा में जो लोग रेफरी नियुक्त करते है, उन्होंने जानबूझकर यह काम किया। सभी को मालूम है कि स्विट्‍जरलैंड की आधी से ज्यादा आबादी जर्मन लोगों की हैं। फीफा ने हमारे साथ जो अन्याय किया उसे लेकर सर्बियाई खिलाड़ी, स्टाफ और सर्बियाई जनता बहुत दुखी है।’

जब उनसे यह पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि फीफा इस मामले में कोई कार्रवाई करेगा, उन्होंने कहा- यह सब जानबूझकर किया गया है और मुझे नहीं लगता है कि इस मामले में फीफा किसी पर कोई कार्रवाई करेगा। हमारे साथ धोखाधड़ी हुई है।

एलेक्झेंडर मिट्रोविक ने पांच मिनट के अंदर ही हैडर के जरिए गोल दागते हुए सर्बिया को 1-0 की बढ़त दिला दी थी। स्विट्‍जरलैंड 52वें मिनट में बराबरी पर आया जब ग्रेनिट शाका ने दमदार शॉट के जरिए गोल दागा। इसके बाद खेल के अंतिम क्षणों में जेरदान शाकिरी ने गोल दागते हुए स्विस टीम को 2-1 से जीत दिलाई।