जनपद में सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर होंगे हेल्दी बेबी शो

स्वस्थ बच्चे के जन्म के लिए जरूरी है कि पहले मां को स्वस्थ बनाएं । इसके लिए महिला के गर्भ धारण करने से लेकर दो साल तक की आयु के बच्चों के परिवारों को पोषण व्यवहार अपनाने के लिए जागरूक किया जाए । गर्भवती मां स्वस्थ रहेगी तो पैदा होने वाला शिशु भी स्वस्थ होगा। इसी उद्देश्य से बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से जनपद के 3015 आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्रत्येक माह की 10 तारीख को ग्रामीण पोषण दिवस के आयोजन का निर्णय लिया गया है। लेकिन इस बार माह के 10 तारीख को रविवार पड़ने की वजह से यह कार्यक्रम 11 तारीख को मनाया जायेगा।
ग्रामीण पोषण दिवस मनाने का निर्देश

उक्त जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) प्रकाश कुमार चौरसिया ने बताया राज्य पोषण मिशन की महानिदेशक मोनिका एस गर्ग ने इस संबंध में शासनादेश जारी कर ग्रामीण पोषण दिवस मनाने का निर्देश दिया है। डीपीओ ने बताया कुपोषण का सबसे ज्यादा प्रभाव गर्भ में पल रहे बच्चे व जीवन के पहले दो वर्षों में पड़ता है। यदि इस दौरान बच्चे पर ध्यान नहीं दिया जाता है तो बाद में कुपोषण को दूर करना कठिन हो जाता है।

प्रतियोगिता का भी आयोजन

श्री कुमार ने बताया कि ग्रामीण पोषण दिवस पर स्वास्थ्य एवं पोषण विषय पर धात्री महिलाओं के लिए प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाए ताकि गर्भवती व छह माह से ऊपर वाली धात्री महिलाओं को अपने स्वास्थ्य एवं बच्चे के लालन-पालन और देखभाल से संबन्धित स्वास्थ्य व्यवहारों को अपनाने के बारे में प्रेरित किया जा सके।

ऊपरी आहार पर चर्चा

डीपीओ ने बताया कि ग्रामीण पोषण दिवस पर केंद्र पर आने वाली गर्भवती, धात्री महिलाओं, बच्चों और उनके परिवार के सदस्यों के बीच ऊपरी आहार पर चर्चा की जायेगी। इसके साथ ही स्वस्थ मां प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा जिसमें आठ माह की गर्भावस्था पूरी कर चुकी महिलाएं व छह माह से ऊपर वाली धात्री महिलाओं के लिए मानक के बारे में लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियां की जाएंगी।

होंगी सम्मानित

ऐसी गर्भवती महिलाएं जिनकी गर्भावस्था के आठ माह पूरे हो चुके हों, प्रसव पूर्व चार जांचें करायीं हो, आयरन फोलिक एसिड (आईएफए) की कम से कम 100 गोलियों व कैल्शियम की कम से कम 200 गोलियों का का सेवन किया हो तथा उनके खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा 12 ग्राम प्रति डेसी से अधिक हो, उन्हे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/ मातृ समिति अध्यक्ष/ महिला ग्राम प्रधान या वरिष्ठ महिला वार्ड सदस्य के द्वारा सम्मानित किया जाएगा।

कैल्शियम की 200 गोलियों का सेवन

इसी प्रकार छह माह से ऊपर वाली धात्री महिलाओं जिन्होंने अपने शिशु को छह माह तक केवल स्तनपान कराया हो, उसने स्वयं छह माह की अवधि में आईएफए की कम से कम 100 व कैल्शियम की कम से कम 200 गोलियों का सेवन किया हो तथा अपने शिशु को समय से अन्नप्राशन कराया हो। ऐसी महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा।

कुपोषण दूर करने पर चर्चा

उन्होंने बताया कि पोषण दिवस पर मातृ समिति की बैठक का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें केंद्र पर चिन्हित कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों के पोषण स्तर में सुधार के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, ग्राम सभा की महिला सदस्यों एवं मातृ समिति की सदस्यों के बीच चर्चा की जाएगी।

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com