सीएम बनने से पूर्व नियमित रूप से लगता था महंत योगी का दरबार

राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने से पहले योगी आदित्यनाथ लोगों की शिकायतों को दूर करने और समस्यायों के समाधान के लिए नियमित रूप से जनता दरबार लगाकर लोगों से मुलाकात करते थे. लेकिन उत्तर प्रदेश का सीएम बनने के बाद व्यस्तताओं के चलते काफी अंतराल के बाद ही योगी आदित्यनाथ का जनता दरबार मठ में लग पाता है. ऐसे में भारी भीड़ का जुटना लाजमी है.

सीएम बनने के बाद योगी भी नियमित रूप प्रतिनिधि सुनते हैं समस्याएं

हालांकि प्रदेश की कमान संभालने के बाद योगी आदित्यनाथ की मठ में उपलब्धता कम हो गई है. लेकिन उन्होंने अपनी अनुपस्थिति में अपने प्रतिनिधियों को जनता की समस्या सुनने के लिए मठ में नियुक्त कर रखा है. योगी के जनता दरबार में समाज के हर तबके के लोग मौजूद थे. एक शिकायतकर्ता ने बताया कि भू-माफिया ने उनकी जमीन पर कब्ज़ा कर लिया है. वो और उसका परिवार पिछले 4 वर्षों से अधिकारीयों का चक्कर काट रहा है, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. जिसके चलते वह महंत आदित्यनाथ के पास फ़रियाद लेकर आया है. उसने कहा कि योगी जी ने मामले का संज्ञान ले लिया है. अब उसे उम्मीद है कि उसकी समस्या का जल्द ही समाधान निकलेगा. एक और मामले में अल्प संख्यक समुदाय की एक महिला ने सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाई. महिला का कहना था कि उसके पति ने ट्रिपल तलाक के जरिए उसे फोन से तलाक दे दिया है. सीएम योगी ने फरियादियों की समस्याओं के समाधान के लिए अपने मातहतों को फौरी तौर पर निर्देश भी दिए.