यूपी बोर्ड ने किया दावा, कोरोना काल में 28 हजार से अधिक स्कूलों में हो रही ऑनलाइन क्लास

कोरोना काल (Corona Epidemic) में पहली बार यूपी बोर्ड (UP Board) द्वारा संचालित प्रदेश भर के 28 हजार से अधिक स्कूलों में ऑनलाइन (Online Education) पढ़ाई करायी जा रही है. यूपी सरकार ने वर्चुअल स्कूल ई-ज्ञान गंगा के जरिए 17 अगस्त को 9वीं से लेकर 12वीं कक्षा की ऑनलाइन पढ़ाई का आदेश जारी किया था. जिसके बाद से ही 10वीं और 12वीं के बच्चों के लिए दूरदर्शन उत्तर प्रदेश पर ऑनलाइन क्लासेज चलायी जा रही हैं. जबकि 9वी और 11वीं के बच्चों के लिए स्वयंप्रभा चैनल पर ऑनलाइन क्लासेज विषयवार पाठ्यक्रम के अनुरुप चल रही हैं.

जिसमें यूपी बोर्ड के ही योग्य और कुशल शिक्षकों द्वारा तैयार पाठ्यक्रम ऑनलाइन प्रसारित किए जा रहे हैं. बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई का अधिक से अधिक फायदा हो इसको लेकर शिक्षा महकमा भी सक्रिय हो गया है. बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई में आने वाली समस्याओं को लेकर बच्चे व्हाट्सएप से अपने विषय के शिक्षकों से प्रश्न पूछ सकेंगे और शिक्षक व्हाट्सएप पर ही उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे. इसके साथ ही हर माह के अंत में ऑनलाइन पढ़ाये गए पाठ्यक्रम से बच्चों का टेस्ट भी लिया जायेगा. इसके लिए बच्चों से व्हाट्सएप के जरिए शिक्षक सवाल पूछेंगे और बच्चे व्हाट्सएप पर ही जवाब भी देंगे.

ड्राप बाक्स की व्यवस्था

जिन बच्चों के पास एंड्रॉयड फोन नहीं है उन बच्चों के लिए स्कूलों में ड्राप बाक्स की व्यवस्था करायी गई है. प्रयागराज के उपशिक्षा निदेशक माध्यमिक राम नारायण विश्वकर्मा के मुताबिक वर्चुअल क्लासेज को प्रभावी बनाने को लेकर जिले में 84 नोडल अधिकारियों को मानीटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. जो यह देखेंगे की सभी बच्चे ऑनलाइन ठीक ढ़ंग से पढ़ाई कर पा रहे हैं या नहीं. उनके मुताबिक दूरदराज के ऐसे बच्चे जिनके घर में टेलीवीजन की सुविधा नहीं है उन्हें आस-पड़ोस के ऐसे बच्चों के साथ जोड़ा जा रहा है. जिनके पास टेलीविजन से पढ़ाई की सुविधा मौजूद है.
जिला नोडल अधिकारी नियुक्त

इसके बाद भी बचे बच्चों को ग्राम प्रधान की मदद से सामूहिक सहभागिता के तहत ऑनलाइन पढ़ाई करायी जा रही है. जिले में प्रभारी डीआईओएस केके त्रिपाठी को ऑनलाइन पढ़ाई का जिला नोडल अधिकारी बनाया गया है. जहां पर जिले के सभी 84 नोडल अधिकारी प्रधानाचार्य हर शुक्रवार को ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर रिपोर्ट करेंगे और यह बतायेंगे कि जिले में कितने छात्र-छात्रायें ऑनलाइन पढ़ाई से लाभान्वित हो रहे हैं.

100 साल के इतिहास में पहली बार ऑनलाइन क्लास

शिक्षा निदेशक माध्यमिक राम नारायण विश्वकर्मा के मुताबिक ऑनलाइन क्लासेज से बच्चों को काफी लाभ भी हो रहा है. गौरतलब है कि यूपी बोर्ड के सौ साल के इतिहास में कोरोना काल में पहली बार ऑनलाइन पढ़ाई करायी जा रही है. जिसके लिए यूपी बोर्ड ने तीस फीसदी सेलेबस में भी पहले से ही कटौती कर दी थी.

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