संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने मंगलवार को बताया कि UNGA के अध्यक्ष को लिखे गए पत्र में भारत ने UNSC बदलावों को लेकर ठोक कार्रवाई की मांग की है। भारत सुरक्षा परिषद में सुधार की मांग की वर्षों से कोशिश कर रहा है और उसका कहना है कि वह स्थायी सदस्य का हकदार है और मौजूदा ढांचा 21 वीं सदी की भू राजनीतिक वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित नहीं करता।
G4 (भारत, ब्राजील, जर्मनी और जापान) की ओर से पत्र में UNSC के बदलावों पर ठोस कार्रवाई की मांग की गई है। यह प्रक्रिया एक दशक से भी अधिक समय से अधर में लटकी हुई है। इस साल जुलाई में संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष तिज्जानी मोहम्मद बांदे ने कहा था सुरक्षा परिषद में सुधार की प्रक्रिया धीमी इसलिए है क्योंकि बहुत मजबूत स्थिति रखने वाले देशों में अधिकारों के बंटवारे को लेकर बात नहीं बन रही है और कोविड-19 महामारी की वजह से सुधार की यह गति और धीमी पड़ गई है।
उल्लेखनीय है कि गत कई दशक से सुरक्षा परिषद में सुधार की जरूरत महसूस की जा रही है क्योंकि संयुक्त राष्ट्र की सबसे ताकतवार इकाई में वर्ष 1945 में हुई स्थापना के बाद से ही कोई बदलाव नहीं हुआ है। संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में कोविड-19 की वजह से आमने-सामने की बैठकें स्थगित कर दी गई है जो लंबे समय से लंबित सुधार के झटका है