बिहार चुनाव: दोनों प्रमुख गठबंधनों की आज अहम बैठक, सीटों को लेकर हो सकता है निर्णायक फैसला

बिहार विधान सभा चुनाव को लेकर राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) व महागठबंधन Grand Alliance), दोनों के लिए बुधवार बेहद अहम दिन है। दोपहर बाद दोनों प्रमुख गठबंधनों के नेताओं की अहम बैठकें दिल्‍ली में हो रहीं हैं। एनडीए में घटक दलों के नेताओं की संयुक्‍त बैठक में सीटों को लेकर निर्णायक फैसला हो जाने की उम्‍मीद है। एनडीए में असंतुष्‍ट चल रहे लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के अध्‍यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) के पास भी अपना फैसला लेने के लिए दोपहर तक का वक्‍त है। महागठबंघन (Mahagathbandhan) की बात करें तो सीटों के मुद्दे पर दिल्‍ली में कांग्रेस स्‍क्रीनिंग कमेटी (Congress Screening Committee) की बैठक होने जा रही है। आज ही दिल्‍ली में कांग्रेस नेता अहमद पटेल (Ahmad Patel) से राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्‍वी यादव (Tejashwi Yadav) मिलने जा रहे हैं।

एनडीए की बैठक में सीटों के बंटवारे पर मुहर

सूत्र बताते हैं कि एनडीए में सीटों का बंटवारा हो गया है, केवल इसपर अंतिम बातचीत कर औपचारिक मुहर लगानी शेष है। इसके लिए बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) व जनता दल यूनाइटेड (JDU) के प्रमुख नेताओं की बैठक होनी है। अपराह्न दो बजे होनें वाली इस बैठक के पहले तक एलजेपी अध्‍यक्ष चिराग पासवान के पास अपना स्‍टैंड स्‍पष्‍ट करने का मौाका है। अगर वे एनडीए में ही रहने का फैसला करते हैं तो बैठक में एलजेपी के प्रमुख नेता भी शामिल रहेंगे।

बैठक को लेकर एनडीए के प्रमुख नेता दिल्‍ली में

बैठक को देखते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल (Dr. Sanjay Jaiswal) , उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी (Deputy Chief Minister Susheel Modi), स्‍वासस्‍थ्‍य मंत्री मंगल पांडेय व नागेंद्र जी दिल्‍ली गए हैं। बैइक में जेडीये करी तरफ से लोकसभा में जेडीयू संसदीय दल के नेता ललन सिंह (Lallan Singh)  भी दिल्ली गए हैं।

एलजेपी के सभी प्रमुख नेता दिल्‍ली में ही हैं।

चिराग के पास फैसला के लिए दोपहर तक वक्‍त

माना जा रहा है कि एनडीए की संयुक्‍त बैठक के बाद दिल्‍ली में ही सीटों के बंटवारे की घोषणा कर दी जाएगी। सूत्रों की मानें तो एलजेपी को विधानसभा की 36 सीटें तथा विधान परिषद की और दो सीटें देने पर सहमति बनी है। हालांकि, चिराग पासवान बीते विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली 42 सीटों से कम पर राजी नहीं हैं। उन्‍होंने घोषणा कर रखी है कि अगर बात नहीं बनी तो वे 143 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे तथा जेडीयू के खिलाफ प्रत्‍याशी उतारेंगे। चिराग को मनाने की कासेशिश अंतिम समय तक लगातार जारी है। बीजेपी अध्‍यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) से कई दौर की बातचीत के बाद अब फैसला के लिए उनके पास दोपहर तक का वक्‍त है। वैसे, सूत्र बताते हैं कि चिराग को कई एलजेपी नेताओं ने एनडीए के साथ रहने की सलाह दी है। चिराग ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) एवं बीजेपी में आस्‍था जताई है।

महागठबंधन में भी कांग्रेस स्‍कीनिंग कमेटी की बैठक

महागठबंधन की बात करें तो आज दिल्‍ली में कांग्रेस स्‍क्रीनिंग कमेटी की बैठक अपराह्न तीन बजे हो रही है। इसके लिए बिहार कांग्रेस अध्‍यक्ष मदन मोहन झा तथा वरिष्‍ठ नेता सदानंद सिंह दिल्‍ली बुलाए गए हैं। बताया जा रहा है कि बैठक में सीटों व महागठबंधन में रहने को लेकर अंतिम फैसला हो जाएगा। कांग्रेस महागठबंधन में सम्‍मानजनक सीटें चाहती है। ऐसा नहीं हुआ तो पार्टी अकेले चुनाव मैदान में जा सकती है।

आज दिल्‍ली में अहमद पटेल से मिलेंगे तेजस्‍वी यादव

महागठबंधन में फंसी सीटों की फांस काे सुलझाने के लिए आरजेडी व कांग्रेस के बीच हाईलेवल बैठक भी लगातार जारी है। इस सिलसिले में आरजेडी नेता तेजस्‍वी यादव आज दिल्‍ली में कांग्रेसे नेता अहमद पटेल से मिलने वाले हैं। उधर, आरजेडी के सीटों के फॉर्मूले पर पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव आज ही अंतिम मुहर लगा सकते हैं। आरजेडी के फॉर्मूले को लेकर पार्टी नेता भोला राय आज लालू प्रसाद यादव से रांची में मिलने वाले हैं।

महागठबंधन में दो दिनों में सीटों की घोषणा

माना जा रहा है कि महागठबंधन में सीटों की घोषणा दो अक्‍टूबर या उसके बाद कभी भी की जा सकती है। बताया जा रहा है कि आरजेडी ने माले को 13,  भारतीय कम्‍युनिस्‍ट पार्टी को छह और मार्क्‍सवादी कम्‍युनिस्‍ट पार्टी को चार सीटों का ऑफर किया है। कांग्रेस को 60 प्लस एक का ऑफर दिया गया है। जबकि, कांग्रेस कम-से-कम 70 सीटें चाहती है तो माले की भी मांग 17 सीटों की है। बताया जा रहा है कि आरजेडी 150 सीटों पर चुनाव लड़ सकता है। कांग्रेस को 70 तथा वामपंथी दलों को शेष सीटें दी जा सकतीं हैं। आरजेडी विकासशील इनसान पार्टी (VIP) के आधा दर्जन प्रत्‍याशियों को भी अपने सिंबल पर चुनाव मैदान में उतारेगा।

कोई रिस्‍क लेने के मूड में नहीं है कांग्रेस

इस चुनाव में कांग्रेस कोई रिस्‍क लेने के मूड में नहीं है। बीते लोक सभा चुनाव मेंं कांग्रेस से 18 सीटों का वादा कर किया केवल नौ दिए गए थे। तब आरजेडी द्वारा कांग्रेस से एक राज्‍यसभा सीट देने का वादा भी पूरा नहीं हुआ था। कांग्रेस सम्‍मानजनक सीटों पर समझौता चाहती है। वैसे,उसके महागठबंधन से बाहर जाने की संभावना नहीं दिखती। इससे आरजेडी व कांग्रेस, दोनों को नुकसान है।

 

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