भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि दिसंबर से किसी भी समय RTGS के जरिए फंड ट्रांसफर किया जाएगा। RTGS सिस्टम के तहत आप एक खाते से दूसरे खाते में न्यूनतम दो लाख रुपये भेज सकते हैं। अभी यह सुविधा केवल बैंक के कामकाजी घंटों के दौरान उपलब्ध रहती है। उल्लेखनीय है कि आरबीआइ द्वारा संचालित खुदरा भुगतान प्रणाली नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) पिछले साल से 24×7 उपलब्ध है।

एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में रुपये हस्तांतरित करने की दो व्यवस्थाएं लोकप्रिय हैं। ये दो व्यवस्थाएं हैं- रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) और NEFT यानी नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर। इन दोनों सिस्टम्स को भारतीय रिजर्व बैंक मेंटेन करता है।

RTGS प्रणाली के तहत बेनिफिशियरी बैंक की शाखा को फंड भेजने के साथ ही रियल टाइम में धनराशि प्राप्त हो जाती है। बेनिफिशियरी बैंक को फंड ट्रांसफर होने के दो घंटे के भीतर बेनिफिशियरी अकाउंट में पैसा क्रेडिट करना होता है।

वहीं, त्वरित फंड ट्रांसफर से जुड़ी भुगतान प्रणाली IMPS का इस्तेमाल भी कभी भी पैसे भेजने के लिए किया जा सकता है। हालांकि, इस सिस्टम के तहत आप अधिकतम 2 लाख रुपये तक की राशि ही हस्तांतरित कर सकते हैं।

आरबीआइ के प्रमुख ने कहा, ”दिसंबर, 2019 में आरबीआइ ने नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर (NEFT) को 24x7x365 आधार पर उपलब्ध कराया था। यह सिस्टम तब से अब तक काफी सुचारू तरीके से काम कर रहा है। घरेलू कारोबारियों एवं संस्थाओं के लिए पेमेंट सिस्टम को सहज बनाने के लिए आरटीजीएस सिस्टम को दिसंबर, 2020 से सप्ताह के सभी दिन और किसी भी समय उपलब्ध कराने का निर्णय किया गया है।”

उन्होंने कहा, ”भारत बड़े मूल्य के रियल टाइम पेमेंट सिस्टम को साल के सभी दिन और किसी भी समय उपलब्ध कराने वाले कुछ देशों में शामिल होगा। इससे बड़ी राशि के पेमेंट सिस्टम में नवाचार को बढ़ावा देने और कारोबारी सुगमता को प्रोत्साहित करने में मदद मिलेगी।”