Main Slider – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Sun, 14 Dec 2025 06:58:12 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 बलोचिस्तान लिबरेशन फ्रंट ने क्वेटा और तुरबत में सेना पर हथगोले दागे, सीपीईसी राजमार्ग अवरुद्ध किया http://www.shauryatimes.com/news/218334 Sun, 14 Dec 2025 06:58:12 +0000 https://www.shauryatimes.com/?p=218334 क्वेटा (बलोचिस्तान) पाकिस्तान : आजादी समर्थक सशस्त्र समूह बलोचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) ने क्वेटा और तुरबत को नियंत्रण में लेने का प्रयास कर रहे पाकिस्तान के सैनिकों को हथगोलों से निशाना बनाया। इसके अलावा बासीमा में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया। यह जानकारी बीएलएफ प्रवक्ता मेजर घोरम बलोच ने दी।

 

द बलोचिस्तान पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, बीएलएफ प्रवक्ता मेजर बलोच ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि लड़ाकों ने 12 दिसंबर की आधी रात 1:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक बासीमा के पाटक इलाके में सीपीईसी राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया। यह गलियारा चीन के शिनजियांग प्रांत को पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह से जोड़ता है। प्रवक्ता के अनुसार, इस दौरान कस्टम विभाग के दो कर्मचारियों को कब्जे में लिया गया है। पूछताछ पूरी होने के बाद उनकी रिहाई के बारे में फैसला लिया जाएगा।

 

प्रवक्ता बलोच ने कहा कि लड़ाकों ने 12 दिसंबर की रात करीब नौ बजे तुरबत के अबसार के आप दारुक इलाके में पाकिस्तान सेना की एक पोस्ट पर हथगोले दागे। हथगोले पोस्ट के अंदर गिरे। इससे जान-माल का नुकसान हुआ। इसके अलावा 13 दिसंबर की आधीरात बाद करीब दो बजे क्वेटा में कमरानी रोड पर कच्ची बेग पुलिस स्टेशन के गेट के बाहर फ्रंटियर कॉर्प्स के तीन जवानों को हथगोलों से निशाना बनाया गया। इस हमले में तीन जवान घायल हो गए। खबर लिखे जाने तक पाकिस्तान के अधिकारियों ने बीएलएफ के दावों पर कोई आधिकारिक जवाब नहीं दिया है।

 

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कृतज्ञ बांग्लादेश ने शहीद बुद्धिजीवी दिवस पर सपूतों को श्रद्धांजलि दी http://www.shauryatimes.com/news/218331 Sun, 14 Dec 2025 06:54:57 +0000 https://www.shauryatimes.com/?p=218331 ढाका : कृतज्ञ बांग्लादेश आज 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान मारे गए बुद्धिजीवियों की स्मृति में हर वर्ष मनाए जाने वाले शहीद बुद्धिजीवी दिवस के मौके पर सपूतों को याद कर रहा है। अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस ने सुबह करीब 7ः22 बजे शहर के मीरपुर स्थित शहीद बुद्धिजीवी स्मारक पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

 

बीएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, इस अवसर पर मुख्य सलाहकार ने देश के महान सपूतों की याद में गहरे सम्मान के प्रतीक के रूप में कुछ देर तक मौन धारण किया। बांग्लादेश सशस्त्र बलों की टुकड़ी ने राजकीय सलामी देने के साथ बिगुल पर अंतिम धुन बजाई।

 

इसके बाद मुख्य सलाहकार ने मुख्य न्यायाधीश, अंतरिम सरकार के सलाहकारों, शीर्ष नागरिक और सैन्य अधिकारियों, घायल बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों और शहीद बुद्धिजीवियों के परिवार के सदस्यों के साथ शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया। मुक्ति संग्राम के अंतिम चरण में नवोदित बांग्लादेश को बौद्धिक रूप से कमजोर करने के प्रयास में देश के होनहार सपूतों की हत्या कर दी गई थी।

 

इससे पहले राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने सुबह करीब 7ः 04 बजे शहीद बुद्धिजीवी स्मारक पर माल्यार्पण कर शहीद बुद्धिजीवियों को श्रद्धांजलि दी। उल्लेखनीय है कि 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान पाकिस्तान की सेना ने बुद्धिजीवियों (शिक्षकों, डॉक्टरों, पत्रकारों, लेखकों आदि) का अपहरण कर उन्हें सामूहिक रूप से मौत के घाट उतार दिया था। इसका मकसद बांग्लादेश के भविष्य के बौद्धिक और रचनात्मक क्षमता को खत्म करना था।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के टैंक जिले में कर्फ्यू लगाया गया http://www.shauryatimes.com/news/218328 Sun, 14 Dec 2025 06:52:24 +0000 https://www.shauryatimes.com/?p=218328 पेशावर ( खैबर पख्तूनख्वा) पाकिस्तान : पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा के टैंक जिले में आज सुबह छह बजे कर्फ्यू लगा दिया गया। यह शाम छह बजे तक प्रभावी रहेगा। जिला प्रशासन ने अधिसूचना जारी कर मीडिया को यह जानकारी दी।

 

दुनिया न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, अधिसूचना में कहा गया है कि कर्फ्यू की अवधि में टैंक जिले के जंडोला सब डिवीजन में बाजार बंद रहेंगे। सभी तरह की आवाजाही पर प्रतिबंधित रहेगी। कोक किला-खरगी हाइवे भी यातायात के लिए बंद रहेगा। आपात स्थिति में पुलिस या सुरक्षा बलों की इजाजत से और पहचान पत्र और दस्तावेज जमा करके प्रभावित रास्तों पर यात्रा की जा सकती है।

 

अधिसूचना में सलाह दी गई है कि सुरक्षा बलों को देखकर गाड़ी 50 मीटर पहले रोक देनी चाहिए और सभी लोगों को नीचे उतर जाना चाहिए। उल्लंघन करने पर होने वाली कार्रवाई के लिए संबंधित व्यक्ति जिम्मेदार होगा।

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राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर नितिन गडकरी, मनोहर लाल, प्रहलाद जोशी, हर्ष मल्होत्रा समेत तमाम नेताओं ने अनावश्यक अपव्यय रोकने की अपील की http://www.shauryatimes.com/news/218324 Sun, 14 Dec 2025 06:50:04 +0000 https://www.shauryatimes.com/?p=218324 नई दिल्ली : राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर केंद्रीयमंत्री नितिन गडकरी, मनोहर लाल, प्रहलाद जोशी, हर्ष मल्होत्रा और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ऊर्जा के विवेकपूर्ण और जिम्मेदार उपयोग, स्वच्छ व नवीकरणीय ऊर्जा को अपनाने तथा अनावश्यक अपव्यय रोकने की अपील की। नेताओं ने कहा कि ऊर्जा की छोटी-छोटी बचत से पर्यावरण संरक्षण के साथ देश की ऊर्जा सुरक्षा मजबूत होगी और आने वाली पीढ़ियों के लिए सतत, हरित और सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित किया जा सकेगा।

 

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्गमंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ऊर्जा का समझदारी से उपयोग करना समय की आवश्यकता है। उन्होंने बिजली बचाने, स्वच्छ ऊर्जा को अपनाने और कचरे में कमी लाने को पृथ्वी की रक्षा के लिए आवश्यक बताया और कहा कि आज के जागरूक ऊर्जा विकल्प आने वाली पीढ़ियों के लिए मजबूत और टिकाऊ भविष्य सुनिश्चित करेंगे।

 

केंद्रीय आवास एवं शहरी विकासमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर प्रत्येक व्यक्ति को अपने दैनिक जीवन में ऊर्जा संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने ऊर्जा के अनावश्यक उपयोग को रोकने और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करने पर जोर देते हुए कहा कि सामूहिक प्रयासों से ही बेहतर भविष्य संभव है।

 

केंद्रीयमंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि आज बचाई गई ऊर्जा भारत की कल की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत बनाती है। उन्होंने ऊर्जा के जिम्मेदार उपयोग के प्रति प्रतिबद्धता दोहराते हुए ऊर्जा दक्ष तरीकों को अपनाने और स्वच्छ व हरित भारत की दिशा में एकजुट होकर आगे बढ़ने की अपील की।

 

केंद्रीयमंत्री हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि ऊर्जा का विवेकपूर्ण उपयोग पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बिजली बचत, स्वच्छ ऊर्जा के चयन और अपव्यय में कमी को आवश्यक बताते हुए कहा कि छोटे प्रयास मिलकर आने वाली पीढ़ियों के लिए टिकाऊ और सशक्त भविष्य का निर्माण करते हैं।

 

ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि बचाया गया हर वाट सतत भविष्य की ओर एक कदम है। उन्होंने नवीकरणीय ऊर्जा अपनाने, ऊर्जा अपव्यय कम करने और ऊर्जा दक्ष अर्थव्यवस्था के निर्माण के लिए सामूहिक संकल्प लेने अपील करते हुए कहा कि मिलकर ही एक हरित और टिकाऊ भविष्य बनाया जा सकता है।

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आसमान पर आज रात होगी उल्‍काओं की आतिशबाजी http://www.shauryatimes.com/news/218321 Sun, 14 Dec 2025 06:44:45 +0000 https://www.shauryatimes.com/?p=218321 भोपाल : खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए आज की रात बेहद खास होने जा रहा है। इस दौरान आकाश में अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। दरअसल आज की रात चमकदार उल्‍काओं की आतिशबाजी होने जा रही है। आप भी इस वर्ष की सबसे शानदार उल्का वर्षा (बौछार) को आकाश में चमकदार लाइन के रूप में देख सकते हैं। इस दौरान प्रति घंटे 100 से अधिक उल्काएं दिखाई दे सकती हैं। इस उल्का वर्षा को देखने का सबसे अच्छा समय रविवार लगभग रात 9 बजे से लेकर भोर का समय होगा।

 

मध्य प्रदेश की नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने इस खगोलीय घटना के बारे में बताया कि उल्‍का की यह बौछार मिथुन या जेमिनी तारामंडल के सामने होगी। इस तारामंडल में उल्का बौछार होते दिखने के कारण इसका नाम जेमि‍नीड उल्‍कापात (जेमिनिड मेटिओर शॉवर) रखा गया। अन्य अधिकांश उल्का वर्षाओं के विपरीत, जेमिनिड्स उल्का वर्षा किसी कमेट से नहीं, बल्कि एक एस्‍टेरॉइड 3200 फेथॉन से संबंधित है। यह क्षुद्रग्रह सूर्य की परिक्रमा करने में लगभग 1.4 वर्ष का समय लेता है।

 

उन्होंने बताया कि जब पृथ्‍वी दिसंबर माह में इसके द्वारा छोड़े गये धूल से होकर गुजरती है तो धूल एवं चटटान हमारे वायुमंडल के उपरी भाग के संपर्क मे आकर जल जाती हैं। यही हमें उल्‍का बौछार के रूप में दिखाई देती है। सारिका ने बताया कि आम लोग इन्‍हें टूटते तारे कहते हैं, जबकि तारे तो करोड़ों किलोमीटर दूर होंते हैं, जबकि यह उल्‍का बौछार तो मात्र 100 किमी के दायरे में होती है, इसलिये इन्‍हें टूटता तारा मानना सही नहीं है।

 

ऐसें देखें

 

आप शहर की रोशनी से दूर सुरक्षित अंधेरी जगह चुनें। उस स्‍थान पर पहुंचकर आंखों को अंधेरे के अनुसार ढ़लने के लिये 20 मिनिट का समय दें। उल्‍का वर्षा लगभग रात 9 बजे से उत्‍त्‍र पूर्व दिशा में देखी जा सकेगी। इसे देखने के लिए किसी खास उपकरण जैसे टेलिस्‍कोप, बाइनाकुलर की जरूरत नहीं होती है, केवल आकाश साफ और बादल रहित होना चाहिए। इसे खुली आंखों से भी देखा जा सकता है।

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दिल्ली में घना कोहरा, हवा जहरीली, उत्तर भारत में शीत लहर http://www.shauryatimes.com/news/218318 Sun, 14 Dec 2025 06:42:40 +0000 https://www.shauryatimes.com/?p=218318 नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) का बड़ा हिस्सा आज सुबह कोहरा और धुआं (स्मॉग) की मोटी परत में लिपटा हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली के आनंद विहार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक 491 दर्ज किया गया। यह गंभीर’ श्रेणी है। यही हाल आईटीओ का रहा। यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 484 रहा।

 

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली और उससे सटे शहर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम और सोनीपत का वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर श्रेणी में है। इसके मद्देनजर दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) का चौथा चरण लागू कर दिया गया है। दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूलों को नौवीं और 11वीं तक की क्लास हाइब्रिड मोड में चलाने का निर्देश दिया है। सरकार ने इस चरण के सभी प्रतिबंधों को लागू करते हुए सभी से इसका पालन करने का आग्रह किया है।

 

इधर साल का आखिरी महीना दिसंबर आधा पूरा होने को है। सर्दी ने पूरे उत्तर भारत के साथ देश के कई हिस्सों में अपना असर तेज कर दिया है। हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में तेज ठंडी हवा ने लोगों को कंपकंपा दिया है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी, शीत लहर और घने कोहरे ने ठंड की धार और तीखी कर दी है। यह पहली बार है कि विदर्भ, उत्तर महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और ओडिशा जैसे क्षेत्रों में भी शीतलहर का अलर्ट जारी किया गया है।

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यूक्रेन की महिलाओं ने किए भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन, रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त करने की कामना की http://www.shauryatimes.com/news/218312 Sun, 14 Dec 2025 06:38:34 +0000 https://www.shauryatimes.com/?p=218312 मंदसौर : मध्य प्रदेश के मंदसौर स्थित अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में शनिवार देर शाम एक भावुक और आध्यात्मिक दृश्य देखने को मिला, जब यूक्रेन से आई छह सदस्यीय महिला श्रद्धालुओं का दल भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए मंदिर परिसर पहुंचा। यूक्रेन की महिला श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के दौरान नतमस्तक होकर प्रार्थना करते नजर आईं। दर्शन के समय दल में शामिल एक महिला की आंखों से आंसू बहते देखे गए। यूक्रेन से आए इस दल ने भगवान पशुपतिनाथ से रूस-यूक्रेन युद्ध के शीघ्र समाप्त होने और विश्व में शांति व मानवता की स्थापना की कामना की।

 

इस अवसर पर महिलाओं के साथ जूना अखाड़ा (भिवानी-हरियाणा) के महामंडलेश्वर स्वामी संगम गिरी महाराज भी उपस्थित रहे ।उन्होंने यूक्रेन की महिला श्रद्धालुओं को पशुपतिनाथ मंदिर की भव्यता, ऐतिहासिक महत्व और आध्यात्मिक दिव्यता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। यूक्रेन से आए दल में कर्णेश्वरी भी शामिल थीं, जो माता काली की अनन्य भक्त हैं। अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन कर वे अत्यंत भावुक हो उठीं।

 

इस अवसर पर कर्णेश्वरी ने कहा किइस पावन स्थल पर आकर ऐसा अनुभव हुआ, मानो ईश्वर साक्षात आसपास उपस्थित हों। उन्होंने बताया कि उन्होंने भगवान पशुपतिनाथ से यूक्रेन में चल रहे युद्ध के अंत और शांति की बहाली के लिए प्रार्थना की है।

 

विदेशी श्रद्धालुओं की यह भावुक उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि भगवान पशुपतिनाथ का आध्यात्मिक प्रभाव देश-विदेश की सीमानओं से परे है। यह पवित्र स्थल शांति, करुणा, मानवता और विश्व बंधुत्व का संदेश देता है। अपनी अद्वितीय अष्टमुखी प्रतिमा और आध्यात्मिक विशेषताओं के कारण पशुपतिनाथ मंदिर की पहचान विश्वभर में है। यही कारण है कि देश के साथ-साथ विदेशी श्रद्धालु भी बाबा पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए निरंतर मंदिर पहुंच रहे हैं।

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http://www.shauryatimes.com/news/218313 Sun, 14 Dec 2025 06:36:06 +0000 https://www.shauryatimes.com/?p=218313 मंदसौर : मध्य प्रदेश के मंदसौर स्थित अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में शनिवार देर शाम एक भावुक और आध्यात्मिक दृश्य देखने को मिला, जब यूक्रेन से आई छह सदस्यीय महिला श्रद्धालुओं का दल भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए मंदिर परिसर पहुंचा। यूक्रेन की महिला श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के दौरान नतमस्तक होकर प्रार्थना करते नजर आईं। दर्शन के समय दल में शामिल एक महिला की आंखों से आंसू बहते देखे गए। यूक्रेन से आए इस दल ने भगवान पशुपतिनाथ से रूस-यूक्रेन युद्ध के शीघ्र समाप्त होने और विश्व में शांति व मानवता की स्थापना की कामना की।

 

इस अवसर पर महिलाओं के साथ जूना अखाड़ा (भिवानी-हरियाणा) के महामंडलेश्वर स्वामी संगम गिरी महाराज भी उपस्थित रहे ।उन्होंने यूक्रेन की महिला श्रद्धालुओं को पशुपतिनाथ मंदिर की भव्यता, ऐतिहासिक महत्व और आध्यात्मिक दिव्यता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। यूक्रेन से आए दल में कर्णेश्वरी भी शामिल थीं, जो माता काली की अनन्य भक्त हैं। अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन कर वे अत्यंत भावुक हो उठीं।

 

इस अवसर पर कर्णेश्वरी ने कहा किइस पावन स्थल पर आकर ऐसा अनुभव हुआ, मानो ईश्वर साक्षात आसपास उपस्थित हों। उन्होंने बताया कि उन्होंने भगवान पशुपतिनाथ से यूक्रेन में चल रहे युद्ध के अंत और शांति की बहाली के लिए प्रार्थना की है।

 

विदेशी श्रद्धालुओं की यह भावुक उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि भगवान पशुपतिनाथ का आध्यात्मिक प्रभाव देश-विदेश की सीमानओं से परे है। यह पवित्र स्थल शांति, करुणा, मानवता और विश्व बंधुत्व का संदेश देता है। अपनी अद्वितीय अष्टमुखी प्रतिमा और आध्यात्मिक विशेषताओं के कारण पशुपतिनाथ मंदिर की पहचान विश्वभर में है। यही कारण है कि देश के साथ-साथ विदेशी श्रद्धालु भी बाबा पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए निरंतर मंदिर पहुंच रहे हैं।

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भारत-मेक्सिको व्यापार वार्ता, ‘एकतरफा’ शुल्क वृद्धि को लेकर मेक्सिको पर भारत सख्‍त http://www.shauryatimes.com/news/218306 Sat, 13 Dec 2025 14:41:01 +0000 https://www.shauryatimes.com/?p=218306 नई दिल्‍ली : भारत-मेक्सिको के बीच व्यापार को लेकर गंभीर स्थिति बन गई है। मेक्सिको के कई उत्पादों पर ‘एकतरफा’ तरीके से लगभग 1,463 उत्पादों पर 5 फीसदी से 50 फीसदी तक शुल्क (टैरिफ) बढ़ाने के फैसले को लेकर भारत उसके साथ संपर्क में है, ताकि पारस्परिक रूप से लाभकारी समाधान निकाला जा सके।

 

आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को दी जानकारी में बताया कि नई दिल्ली ने अपने निर्यातकों के हितों की रक्षा के लिए उचित कदम उठाने का अपना अधिकार सुरक्षित रखा है। भारत का मानना है कि बिना पूर्व परामर्श के सर्वाधिक पसंदीदा राष्ट्र (एमएफएन) का शुल्क में एकतरफा वृद्धि बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली और सहयोगी आर्थिक संबंधों के सिद्धांतों के अनुरूप नहीं है।

 

जानकारी के मुताबिक भारत इस मामले में मेक्सिको के साथ संवाद कर रहा है और दोनों देशों के बीच समाधान तलाशने की प्रक्रिया जारी है। अधिकारी ने कहा कि इस संबंध में विधेयक पेश किए जाने के शुरुआती चरण से ही मेक्सिको के साथ संवाद में भारत था। अधिकारी ने कहा, ”भारत मेक्सिको के साथ अपनी साझेदारी को महत्व देता है। दोनों देशों के व्यवसायों और उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाने वाले स्थिर एवं संतुलित व्यापारिक माहौल की दिशा में सहयोग के लिए पूरी तरह तैयार है।” हालांकि, जिन वस्तुओं को इसके दायरे में लाया जाएगा, उनकी सूची अभी आधिकारिक रूप से जारी नहीं की गई है। ये बढ़े हुए शुल्क एक जनवरी 2026 से प्रभावी होंगे।

 

इस संबंध में वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल और मेक्सिको के उप-आर्थिक मंत्री लुइस रोजेंडो के बीच उच्चस्तरीय बैठक पहले ही हो चुकी है। इसको लेकर आगे तकनीकी स्तर की बैठकों की उम्मीद है। इसके अलावा दोनों देश मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू करने पर भी विचार कर रहे हैं, जबकि औपचारिक वार्ता शुरू करने के लिए संदर्भ शर्तों (टीओआर) को जल्द अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है।

 

उल्‍लेखनीय है कि मेक्सिको की सीनेट ने 11 दिसंबर, 2025 को नए शुल्क उपाय लागू करने की मंजूरी दी थी, जिसे संसद के दोनों सदनों से भी स्वीकृति मिल गई है। इसका उद्देश्य विनिर्माण को बढ़ावा देना और व्यापार असंतुलन को कम करना है। इस फैसले के तहत मेक्सिको उन देशों से आने वाले व्यापक श्रेणी के उत्पादों (करीब 1,463 शुल्क लाइनों) पर लगभग पांच फीसदी से लेकर 50 फीसदी तक आयात शुल्क लगाएगा, जिनका उसके साथ मुक्त व्यापार समझौता नहीं है। इनमें भारत, चीन, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड और इंडोनेशिया शामिल हैं। हालांकि, मेक्सिको स्थित भारतीय दूतावास ने 30 सितंबर, 2025 को मेक्सिको के आर्थिक मंत्रालय के सामने ये मुद्दा उठाया था, भारतीय निर्यात को नए शुल्कों से बचाने के लिए विशेष रियायतों की मांग की थी।

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उप्र भाजपा अध्यक्ष पद के लिए पंकज चौधरी ने दाखिल किया नामांकन, निर्विरोध चुना जाना लगभग तय! http://www.shauryatimes.com/news/218302 Sat, 13 Dec 2025 13:02:06 +0000 https://www.shauryatimes.com/?p=218302 लखनऊ : उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने वाला है। केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री और महाराजगंज से सात बार के सांसद पंकज चौधरी ने शनिवार को लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। उन्होंने अपना नामांकन पत्र प्रदेश चुनाव अधिकारी डॉ महेंद्र नाथ पांडेय और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े को सौंपा। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।

 

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद के लिए एकमात्र पंकज चौधरी का नामांकन दाखिल हुआ है, इसलिए उनका निर्विरोध चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है। नए प्रदेश अध्यक्ष का औपचारिक ऐलान रविवार को लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के डॉ भीमराव अंबेडकर सभागार में होगा। प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन के लिए केंद्रीय चुनाव अधिकारी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी लखनऊ पहुंच चुके हैं। वह कल चुनाव की प्रकिया पूर्ण कर प्रदेश अध्यक्ष का निर्वाचन सम्पन्न कराएंगे।

 

प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के लिए एकमात्र नामांकन पंकज चौधरी के रूप में हुआ है। रविवार को नए अध्यक्ष की विधिवत घोषणा भव्य समारोह के दौरान की जाएगी।

 

स्वागत की भव्य तैयारी

 

नए प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत के लिए भारतीय जनता पार्टी भव्य तैयारी कर रही है। लखनऊ महानगर के कार्यकर्ताओं को स्वागत की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। अलग-अलग व्यवस्थाओं के लिए कार्यकर्ताओं के नाम तय कर लिए गए हैं।

 

सपा के पीडीए प्लान में लगेगी सेंध?अगर पंकज चौधरी उप्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनते हैं तो भाजपा नेतृत्व उन्हें यह जिम्मेदारी बहुत सोंच समझकर देने जा रही है। पार्टी नेतृत्व 2024 के लोकसभा चुनाव में यह अच्छी तरह से भांप चुका है कि मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी (सपा) के पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) प्लान को जिस तरह हल्के में लिया गया उसका नुकसान यह हुआ कि केन्द्र सरकार में भाजपा अकेले पूर्ण बहुमत से चूक गई। अब भाजपा आगामी 2027 का विधानसभा चुनाव और 2029 के लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही है। गोरखपुर क्षेत्र से आने वाले पंकज चौधरी के जरिए जहां पूर्वांचल में भाजपा मजबूत होगी तो वहीं सपा का पीडीए प्लान भी कमजोर होगा। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सबसे ज्यादा नुकसान पूर्वांचल से हुआ है। रही बात सपा के पीडीए की तो सपा के वर्तमान 32 सांसद पीडीए से आते हैं और उनमें भी सात सांसद कुर्मी बिरादरी से हैं। ऐसे में कुर्मी बिरादरी से आने वाले पंकज चौधरी जिनकी साख पूर्वांचल में सभी वर्गों में बहुत मजबूत मानी जाती है सपा के पीडीए प्लान में सेंध लगाने में सफल हो सकते हैं।

 

सात बार के सांसद

 

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता पंकज चौधरी उत्तर प्रदेश की महाराजगंज लोकसभा सीट से सात बार सांसद चुने जा चुके हैं। वर्तमान में वे केंद्र सरकार में वित्त राज्य मंत्री के रुप में कार्यरत हैं। उनका जन्म 20 नवंबर 1964 को गोरखपुर में हुआ था। कुर्मी समुदाय से आने वाले चौधरी का परिवार राजनीतिक पृष्ठभूमि से जुड़ा है। उनकी माता उज्ज्वल चौधरी महाराजगंज जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। चौधरी ने अपनी राजनीतिक यात्रा 1989 में गोरखपुर नगर निगम के पार्षद के रुप में शुरु की और उप महापौर भी बने। 1990 में भाजपा से जुड़कर उन्होंने 1991 में पहली बार महाराजगंज से लोकसभा चुनाव जीता। इसके बाद 1996, 1998, 2004, 2014, 2019 और 2024 में जीत हासिल की। हालांकि 1999 और 2009 में हार का सामना करना पड़ा। केन्द्र सरकार में वे वित्त राज्य मंत्री हैं और विभिन्न संसदीय समितियों में सक्रिय रहे हैं। पूर्वांचल में कुर्मी और ओबीसी वोट बैंक में मजबूत पकड़ रखने वाले चौधरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का करीबी माना जाता है।

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