अक्टूबर माह से सौर ऊर्जा से दौड़ेंगी यहां की सभी ट्रेनें – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Mon, 15 Mar 2021 07:20:55 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 अक्टूबर माह से सौर ऊर्जा से दौड़ेंगी यहां की सभी ट्रेनें, रेलवे को होगी भारी बचत http://www.shauryatimes.com/news/105587 Mon, 15 Mar 2021 07:20:55 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=105587 छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर और और दुर्ग के बीच सभी ट्रेनों का परिचालन आगामी अक्टूबर माह से सौर ऊर्जा से होगा। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे इसके लिए जंजगिरी में 310 करोड़ रुपये की लागत से 210 एकड़ क्षेत्र में सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट तैयार कर रहा है। पैनल लगाने के लिए कालम खड़े किए जा चुके हैं। केबल बिछाने का काम शुरू होने वाला है। इससे रोजाना करीब 50 मेगावाट बिजली तैयार होगी। इससे रायपुर और दुर्ग के बीच चलने वाली यात्री और मालगाड़ी को मिलाकर करीब 120 ट्रेनें दौड़ेंगी। इससे रेलवे को सालाना साढ़े 14 करोड़ रुपये की बचत होगी।

जंजगिरी में 310 करोड़ रुपये की लागत से 210 एकड़ में तैयार हो रहा सौर ऊर्जा प्लांटदुर्ग जिले के भिलाई-चरोदा नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत जंजगिरी मैदान में रेलवे एनर्जी मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के सहयोग से चेन्नई की सन एडिशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा यह सोलर प्लांट स्थापित किया जा रहा है। केबल बिछाने और पैनल लगाने के साथ ही इनवर्टर और ट्रांसफार्मर लगाने का काम भी शुरू किया जाएगा। सौर ऊर्जा से बनने वाली बिजली को पावर ग्रिड के माध्यम से रेलवे को आपूर्ति की जाएगी।

रेलवे प्रति यूनिट 5.70 से 6.10 रुपये का करता है भुगतान

वर्तमान में रेलवे छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कंपनी को प्रति यूनिट 5.70 से 6.10 रुपये का भुगतान करता है। इस हिसाब से महीने के दो करोड़ रुपये रायपुर डिवीजन के लिए भुगतान करता है। इस प्लांट के लग जाने से रेलवे को प्रति यूनिट 2.70 रुपये तक की बचत होगी है। आगामी 25 वर्षों के लिए यह सोलर प्लांट स्थापित किया जा रहा है। रेलवे ने इसके लिए 27 वर्षों के लिए अपनी जमीन लीज पर दी है। इससे रेलवे को सालाना करीब साढ़े 14 करोड़ और 25 साल में 360 करोड़ रुपये की बचत होगी।

सोलर प्लांट का इस तरह बन रहा सेटअप

सोलर प्लांट के लिए 27 हजार 600 कालम तैयार किए गए हैं। इन कालम में एक लाख 54 हजार 560 सोलर पैनल लगाए जाएंगे। दस कालम का एक टेबल बनाकर पैनल लगाया जाएगा। सोलर पैनल से मिलने वाली ऊर्जा को बिजली के रूप में बदलने के लिए चार इनवर्टर लगाए जाएंगे। इनमें 15.8 मेगावाट के तीन और 2.60 मेगावाट का एक इनवर्टर होगा। बिजली के पारेषण और वितरण के लिए चार ट्रांसफार्मर भी लगाए जाएंगे। यहां की बिजली पावर ग्रिड कुम्हारी को भेजी जाएगी और वहां से रेलवे को सप्लाई की जाएगी।

रायपुर रेलमंडल के  सीनियर डीसीएम विपिन वैष्णव ने कहा कि सोलर प्लांट का काम काफी तेजी से चल रहा है। उम्मीद है कि अक्टूबर से प्रोडक्शन भी शुरू हो जाएगा। अभी केबल बिछाने और पैनल लगाने का काम शुरू करेंगे।

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