अगर पैसों की है इमरजेंसी तो इन विकल्पों से तुरंत मिलेगी नकदी – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Mon, 19 Aug 2019 07:39:24 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 अगर पैसों की है इमरजेंसी तो इन विकल्पों से तुरंत मिलेगी नकदी http://www.shauryatimes.com/news/52796 Mon, 19 Aug 2019 07:39:24 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=52796 जीवन में बहुत से ऐसे मौके आते हैं जब अचानक से बड़ी पूंजी की आवश्यकता पड़ जाती है या फिर वित्तीय संकट आ जाता है। यह स्थिति किसी भी व्यक्ति को परेशान कर सकती है। ऐसी परिस्थिति में व्यक्ति कर्ज लेने के लिए विवश हो जाता है। अब यहां महत्वपूर्ण यह है कि कर्ज ऐसा लेना चाहिए जिसे चुकाना आसान हो और आपको कर्ज चुकाने के लिए पर्याप्त समय भी मिले। आज हम आपको लोन के कुछ ऐसे ऑप्शन बता रहे हैं, जिनमें से किसी एक को चुनकर आप आसानी से अपनी फाइनेंसियल प्रॉब्लम से बाहर निकल सकते हैं।

पेडे लोन

नौकरीपेशा वाले लोगों के लिए फाइनेंसियल प्रॉब्लम की स्थिति में यह पहला और सबसे अच्छा विकल्प होता है। इसमें व्यक्ति को तुरंत ही नकदी मिल जाती है। यह लोन कर्मचारी की आय और क्रेडिट प्रोफाइल के आधार पर दिया जाता है। इस लोन में सबसे अच्छी बात यह है कि इसकी समयावधि ज्यादा नहीं होती है। इस लोन के लिए अप्लाई करने का तरीका पर्सनल लोन जैसा ही होता है।

पर्सनल लोन

इस तरह के लोन को कोई भी व्यक्ति बैंक में जाकर ले सकता है बशर्ते आप उधारदाता के योग्यता मानदंडों को पूरा करते हों। यह लोन लेने के लिए आपके पास आय व आईडी प्रूफ, पैन कार्ड, सैलरी स्लिप, बैंक स्टेटमेंट्स और टैक्स स्टेटमेंट्स होना चाहिए। पर्सनल लोम पर सामान्यत: 11 से 25 फीसद तक वार्षिक ब्याज लगता है।

गोल्ड पर लोन

इसमें आपको अपने सोने जैसे गहने, सिक्के, बिस्किट आदि को गिरवी रखना होता है और बदले में आपको तुरंत लोन मिल जाता है। इसमें गिरवी रखा गया सोना 18 कैरट या उससे अधिक का होना चाहिए। गोल्ड लोन की विशेषता यह है कि इसमें ब्याज दर पर्सनल लोन की अपेक्षा कम होती है और इस पर आपके क्रेडिट स्कोर का भी खास फर्क नहीं पड़ता।

क्रेडिट कार्ड से नकदी निकालना

तुरंत नकदी पाने का यह सबसे खराब विकल्प माना जाता है। क्रेडिट कार्ड से नकदी निकालने से हमेशा बचना चाहिए, क्योंकि इससे आपके क्रेडिट स्कोर के खराब होने के चांसेज रहते हैं। सबसे बड़ी बात यह कि इसमें ब्याज दरें काफी ज्यादा होती है और ग्राहको को ब्याज फ्री वाली टाइम लिमिट भी नहीं मिलती। इसमें ब्याज के अलावा एक अतिरिक्त शुल्क भी लगता है जिसे कैश अडवांस फीस कहते हैं।

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