कही यह बात – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Tue, 20 Apr 2021 08:23:27 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 अमेरिका ने भारत यात्रा को लेकर अपने नागरिकों को चेताया, कही यह बात http://www.shauryatimes.com/news/109223 Tue, 20 Apr 2021 08:23:27 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=109223 देश में कोरोना के मामलों के तेजी से बढ़ने के अमेरिका ने अपने नागरिकों से कहा है कि भारत में कोरोना संक्रमण की गंभीर स्थिति के देखते हुए वे वहां जाने से बचें। दोनों टीके लेने वाले नागरिकों के भी भारत में संक्रमित होने का खतरा है। अमेरिका के सेंटर फार डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) के अनुसार अगर भारत जाना बहुत जरूरी हो तो दोनों टीके लगवाकर ही जाएं।। गौरतलब है कि भारत में पिछले कुछ दिनों से दो लाख से अधिक केस रोजाना आ रहे हैं। 

ब्रिटेन ने भारतीय यात्रियों पर लगाई रोक

ज्ञात हो कि भारत में कोरोना महामारी के खतरनाक स्तर पर पहुंचने से विश्व बिरादरी भी चिंता में है। कई देशों ने भारत से आने-जाने वालों के लिए अपनी सीमाएं बंद करनी शुरू कर दी है। सबसे पहले ब्रिटेन ने भारत से आने वाले सभी गैर ब्रिटिश नागिरकों के लिए अपने दरवाजे बंद कर दिए हैं। रूस ने भी भारत में वीजा देने की प्रक्रिया कुछ दिनों के लिए स्थगित करने का फैसला किया है।

वहीं, अमेरिका ने वीजा के साक्षात्कार पर रोक लगा दी है। हांगकांग, पाकिस्तान जैसे कई छोटे देशों ने भी भारत से आने वालों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन देशों के ये कदम नागरिक उड्डयन कंपनियों के लिए भी महंगा साबित हो सकता है। ब्रिटेन के स्वास्थय मंत्रालय ने सोमवार को उन देशों की एक रेड लिस्ट जारी की है जहां अगर कोई भी व्यक्ति पिछले 10 दिनों के भीतर गया है या रहा है तो उसे ब्रिटेन नहीं आने दिया जाएगा। इस नियम में सिर्फ ब्रिटिश नागिरकों को छूट है लेकिन उन्हें भी ब्रिटेन पहुंचने पर 10 दिनों तक पूर्व निर्धारित होटल में क्वारंटाइन होना पड़ेगा। भारतीय यात्रियों के लिए यह नियम 23 अप्रैल प्रभावी होगा। ब्रिटिश सरकार ने यह फैसला पीएम बोरिस जॉनसन की भारत यात्रा रद्द होने के कुछ ही घंटे के बाद किया है।

ब्रिटेन ने यह फैसला पिछले कुछ दिनों में कोविड प्रभावित मामलों और इनके भारत से लिंक होने की वजह से लिया है। इसके पहले न्यूजीलैंड ने भी 28 अप्रैल तक किसी भी भारतीयों के आने पर रोक लगा दी है। एक दिन पहले हांगकांग ने भी ऐसा ही फैसला किया था।

उधर, नई दिल्ली स्थित रूस के दूतावास की तरफ से बताया गया है कि भारत में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए 19 अप्रैल, 2021 से वीजा देने की प्रक्रिया पर अगली सूचना तक रोक लगा दी गई है। अमेरिका ने 20 से 25 अप्रैल तक के लिए वीजा देने के लिए आयोजित होने वाले सभी साक्षात्कारों पर रोक लगाने का एलान किया है। अमेरिकी दूतावास की तरफ से बताया गया है कि यह फैसला दिल्ली में कर्फ्यू को देखते हुए उठाया गया है।

 

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UAE में जॉब की चाहत रखने वालों को भारतीय मिशन ने किया अलर्ट, कहीं यह बात http://www.shauryatimes.com/news/98675 Thu, 14 Jan 2021 12:20:50 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=98675 संयुक्त अरब अमीरात (UAE) अगर आप नौकरी की चाहत रखते हैं तो आपके लिए ये खबर जरूरी है। दरअसल यूएई में भारतीय मिशन ने संयुक्त अरब अमीरात में करने करने वालों को अलर्ट किया है। यूएई में भारतीय मिशन ने वहां नौकरी चाहने वाले लोगों को फर्जी एजेंटों से सतर्क रहने के लिए कहा है। गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, यह चेतावनी एक शीर्ष भारतीय अधिकारी ने भर्ती एजेंटों द्वारा विदेश में भारतीय के जीवन को खतरे में डालने के मद्देनजर जारी की है।

आपको बात दें कि इस सप्ताह की शुरुआत में विदेश मंत्रालय में भारत सरकार के सचिव, संजय भट्टाचार्य ने कहा था कि ‘चिंता की बात है कि कुछ बेईमान एजेंट हमारे नागरिकों का शोषण कर रहे हैं और उन्हें विदेश में जोखिम में डाल रहे हैं। भर्ती एजेंटों को जिम्मेदारी से काम करना चाहिए या फिर उन्हें जवाबदेह ठहराया जाएगा।’ साथ ही भट्टाचार्य के पोस्ट को रिट्वीट करते हुए अबू धाबी में भारतीय दूतावास ने कहा कि दुबई में मिशन और भारतीय वाणिज्य दूतावास ने ऐसे एजेंटों के खिलाफ शिकायतों पर कार्रवाई की और उन्हें न्याय दिलाया है। दूतावास ने कहा, “हम ऐसे सभी एजेंटों के खिलाफ रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। आपकी सक्रियता किसी के जीवन को बदल सकती है।”

गल्फ न्यूज से बात करते हुए, दूतावास में प्रेस, सूचना और संस्कृति के सेकेंड सेक्रेटरी, संदीप कौशिक ने पुष्टि की कि कोविड-19 लॉकडाउन के बाद बेईमान भर्ती एजेंटों की गतिविधियों में वृद्धि हुई है। भारत के महावाणिज्य दूत, अमन पुरी ने भी पुष्टि की कि एजेंटों द्वारा धोखाधड़ी के मामले थे, जिन्हें मिशन के संज्ञान में लाया गया था। पुरी ने कहा कि एक कुशल कार्यकर्ता को उचित दस्तावेज के साथ देश को छोड़ना चाहिए।

आपको बता दें कि पिछले दिनों सोशल मीडिया के माध्यम से फर्जी नौकरी की पेशकश के झांसे में आने के बाद नौ भारतीय संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में फंस गए। खलीज टाइम्स की खबर के अनुसार, केरल के ये सभी लोग अल ऐन और अजमान में फंसे हुए हैं। उनका दावा है कि वे वॉट्सऐप के जरिए शफीक नामक एजेंट से मिले थे और उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात के यात्रा वीजा के लिए 70000 रुपये का भुगतान किया था।

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तालिबान ने अफगानिस्तान में संघर्ष विराम से किया इनकार, अटकलों को किया खारिज, कही यह बात http://www.shauryatimes.com/news/71904 Tue, 31 Dec 2019 07:28:11 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=71904 आतंकी संगठन तालिबान ने उन चर्चाओं पर विराम लगा दिया है, जिनमें कहा जा रहा था कि अमेरिका के साथ संभावित समझौते में संघर्ष विराम को भी शामिल किया जा रहा है। तालिबान ने साफ शब्‍दों में कहा है कि अफगानिस्तान में संघर्ष विराम की उसकी कोई योजना नहीं है। संघर्ष विराम की खबरों से यह उम्मीद बढ़ी थी कि अफगानिस्तान में 18 साल से जारी खूनी संघर्ष में कमी आ सकती है।  

तालिबान ने सोमवार को कहा, ‘पिछले कुछ दिनों से मीडिया में संघर्ष विराम के संबंध में झूठी खबरें आ रही हैं। सच्चाई यह है कि संघर्ष विराम की कोई योजना नहीं है।’ मीडिया में आई खबरों में दावा किया गया था कि अमेरिका और तालिबान शांति समझौते के करीब पहुंच रहे हैं। इस समझौते पर हस्ताक्षर की तारीख का जल्द एलान हो सकता है। यह भी बताया गया था कि तालिबान के ज्यादातर आतंकियों ने अफगानिस्तान में संघर्ष विराम के पक्ष में सहमति दी है। लेकिन इस बारे में अंतिम फैसला तालिबान के सरगना मुल्ला हैबतुल्ला अखुंदजादा को लेना है। तालिबान के पूर्व कमांडर सैयद अकबर आगा के हवाले से कहा गया था, ‘संघर्ष विराम के दो हिस्से होंगे।

इसके पहले हिस्से का एलान अमेरिका के साथ समझौते पर हस्ताक्षर से पहले किया जाएगा। जबकि अफगानिस्तान और विदेशियों के साथ करार होने के बाद दूसरे भाग की घोषणा की जाएगी। मुझे लगता है कि संघर्ष विराम के पहले भाग को लेकर तालिबान सहमत नहीं है।’ खबरों में यह भी बताया गया था कि अमेरिका और तालिबान के बीच कतर की राजधानी दोहा में संभावित अगले दौर की शांति वार्ता में इन मसलों पर सहमति बन सकती है।

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पाक में ट्रांसजेंडर लोगों पर मेहरबान हुए इमरान, चलाई हेल्‍थ इंश्‍योरेंस योजना, कही यह बात http://www.shauryatimes.com/news/71901 Tue, 31 Dec 2019 07:11:01 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=71901 पाकिस्‍तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने मुल्‍क में रहने वाले ट्रांसजेंडर लोगों पर दरियादिली दिखाते हुए उनके लिए सेहत इंसाफ हेल्‍थ इंश्‍योरेंस कार्ड योजना लॉन्‍च की है। इमरान खान ने सोमवार को इस्‍लामाबाद में इस योजना की लॉन्चिंग के मौके पर ट्रांसजेंडरों को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराने के विचार के साथ आने के लिए सरकारी स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की सराहना की।

ट्रांसजेंडरों को स्वास्थ्य बीमा कार्ड मुहैया कराने के लिए आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि अफसोस की बात है कि हमारे मुल्‍क को इस बात का इल्‍म नहीं है कि ट्रांसजेंडरों को किस तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ट्रांसजेंडर लोगों की दुश्‍वारियों को देखते हुए ही सरकार ने उनकी जिम्मेदारी को वहन का फैसला किया है। सरकार अब उन्‍हें हेल्‍थ इंश्‍योरेंस कार्ड मुहैया कराएगी।

पाकिस्‍तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान ने इस मौके पर जमा हुए ट्रांसजेंडर समुदाय को यकीन दिलाया कि सरकार उनका संरक्षण सुनिश्चित करेगी। साथ ही साथ ट्रांसजेंडरों के खिलाफ प्रचलित नकारात्मक नजरिए को खत्‍म करने का काम करेगी। मालूम हो कि पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर साल 2009 के बाद से तीसरे जेंडर के तौर पर ट्रांसजेंडरों को मान्यता दी है।

साल 2017 की जनगणना के अनुसार, पाकिस्तान में 10,418 ट्रांसजेंडर हैं। अकेले पंजाब प्रांत में ही देश की 64.4 फीसद ट्रांसजेंडर आबादी रहती है। पाकिस्‍तान में ट्रंसजेंडरों की दूसरी सबसे बड़ी आबादी सिंध में (24 प्रतिशत) है। अभी कुछ ही महीने पहले इमरान खान ने पोलियो मुक्‍त अभियान का आगाज किया था। लेकिन च‍िंताजनक बात यह है कि यह अभियान भी कोई खास रंग नहीं ला रहा है। पाकिस्‍तान में पोलियो के मामलों में इस साल रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई है। ऐसे में देखना यह होगा कि इमरान का ट्रांसजेंडरों को लेकर चलाया गया उक्‍त अभियान कि‍तना कारगर हो पाता है।

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अमेरिका ने स्‍तंभकार खशोगी हत्याकांड में सऊदी अदालत के फैसले को सराहा, कही यह बात http://www.shauryatimes.com/news/70839 Tue, 24 Dec 2019 07:20:55 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=70839 पत्रकार जमाल खशोगी हत्याकांड मामले में सऊदी अरब की अदालत द्वारा फैसला सुनाए जाने का अमेरिका ने स्‍वागत किया है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने मामले में एक निष्पक्ष और पारदर्शी न्यायिक प्रक्रिया शुरू करने के लिए सऊदी अरब की सराहना करते हुए कहा कि इस फैसले के जरिए जघन्‍य वारदात के जिम्मेदार लोगों को न्‍याय के कटघरे में लाना एक महत्वपूर्ण कदम है।

उल्‍लेखनीय है कि पत्रकार जमाल खशोगी हत्याकांड में सऊदी अरब की अदालत ने पांच लोगों को मौत की सजा सुनाई है, जबकि तीन लोगों को 24 साल के कारावास की सजा दी गई है। सऊदी नागरिक खशोगी ज्यादातर अमेरिका में रहते थे और वहां के अखबार वाशिंगटन पोस्ट में अरब जगत की गतिविधियों पर संबंधित स्तंभ लिखते थे। उन्हें सऊदी अरब के युवराज मुहम्मद बिन सलमान का कटु आलोचक माना जाता था।

खशोगी तुर्की के इस्तांबुल शहर में स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में दो अक्टूबर, 2018 को जब अपने वीजा से संबंधित दस्तावेज देने गए थे, तभी वहां उनकी हत्या कर दी गई थी। दूतावास के बाहर मौजूद उनकी पत्नी की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ और जांच आगे बढ़ी। माना गया कि युवराज मुहम्मद बिन सलमान के निर्देश पर खशोगी की हत्या हुई थी। पत्रकार खशोगी की हत्या की पूरी दुनिया में प्रतिक्रिया हुई। सऊदी अरब के मित्र अमेरिका ने इस पर निष्पक्ष जांच के लिए कहा।

उप लोक अभियोजक ने बताया कि अदालत ने हत्या में सीधे तौर पर शामिल पांच लोगों को मौत की सजा सुनाई है। लेकिन उनके नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। कहा गया था कि सऊदी अरब के उप खुफिया प्रमुख अहमद अल-असीरी की देखरेख में इस्तांबुल स्थित वाणिज्य दूतावास में जुर्म को अंजाम दिया गया।

अहमद को शाही दरबार के मीडिया प्रमुख सऊद अल-कहतानी ने इस कार्य के लिए कहा था। लेकिन जांच में दोनों की भूमिका साबित करने वाले पर्याप्त सुबूत एजेंसियों को नहीं मिले। इसलिए उन्हें बरी कर दिया गया है। मामले में 11 लोगों को आरोपित किया गया था। इनमें पांच लोगों को मौत की सजा दी गई जबकि तीन अन्य लोगों को कुल 24 साल के कारावास की सजा दी गई है। बाकी के तीन लोगों को बरी कर दिया गया है। उप लोक अभियोजक ने बताया कि अदालत ने मामले की नौ सत्रों में सुनवाई की। सुनवाई के दौरान अंतरराष्ट्रीय समुदाय के प्रतिनिधि और खशोगी के रिश्तेदार भी मौजूद रहे। जांच में पाया गया कि खशोगी की हत्या पूर्व नियोजित नहीं थी।

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बिलावल भुट्टो ने नए पाकिस्‍तान के दावे पर इमरान को दिखाया आईना, कही यह बात http://www.shauryatimes.com/news/65198 Mon, 18 Nov 2019 06:14:18 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=65198 पीएम इमरान खान (Imran Khan) को उनके ‘नए पाकिस्‍तान’ के दावे की हवा निकालते हुए विपक्ष के नेता बिलावल भुट्टो (Bilawal Bhutto) ने उन्‍हें आईना दिखाया है। उन्‍होंने कहा कि मौजूदा वक्‍त में पाकिस्‍तान असहिष्‍णुता के बेहद बुरे दौर से गुजर रहा है। पाकिस्‍तान पीपुल्‍स पार्टी (Pakistan Peoples’ Party, PPP) के प्रमुख ने अंतरराष्‍ट्रीय सहिष्‍णुता दिवस के मौके पर रविवार को कहा कि पाकिस्तान में असहिष्णुता बढ़ रही है और देश की राजनीति में कट्टरपंथ प्रवेश कर गया है।

पाकिस्‍तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, बिलावल ने पीपीपी के कार्यकाल की याद दिलाते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने हमेशा ही सहिष्‍णुता, बराबरी और शांति को बढ़ावा दिया है। उन्‍होंने इमरान खान को सलेक्‍टेड प्रधानमंत्री बताया। उन्‍होंने कहा कि इलेक्‍शन की जगह सलेक्‍शन के जरिए आए इमरान खान की सरकार पाकिस्‍तान के लिए अप्रासंगिक हो गई है। बता दें कि बीते दिनों बिलावल भुट्टो ने कहा था कि प्रधानमंत्री इमरान खान में अपना कार्यकाल पूरा करने की क्षमता नहीं है।

बिलावल भुट्टो ने कहा था जनता के बीच इमरान सरकार अपनी साख खो चुकी है। यह बनावटी लोकतंत्र हमें मंजूर नहीं है। मुल्क में लोकतंत्र को बहाल किया जाना चाहिए। बीते दिनों दिए गए एक साक्षात्‍कार में उन्‍होंने कहा था कि एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन की हत्या के बाद से पाकिस्‍तान की छवि खराब हुई है। जनता में भरोसे की कमी आई है। मुल्‍क छवि को पुराने तानाशाहों ने नुकसान पहुंचाया है। उन्‍होंने कहा था कि पाकिस्‍तान को चाहिए कि वह पश्चिमी देशों को खुश करने के बजाए कट्टरपंथियों से मुकाबला करे।

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