गायनीकोमैस्टिया होता है कारगर इलाज – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Sat, 28 Dec 2019 10:20:55 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 गायनीकोमैस्टिया होता है कारगर इलाज http://www.shauryatimes.com/news/71566 Sat, 28 Dec 2019 10:20:55 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=71566 कुछ पुरुषों के सीने पर फैट टिश्यूज बहुत ज्यादा संचित हो जाते हैं. इस कारण उनका सीना बेडौल नजर आने लगता है. इस स्थिति को गायनीकोमैस्टिया कहा जाता है, जिसका अब कारगर इलाज उपलब्ध है.

गायनीकोमैस्टिया से ग्रस्त पुरुष अपने शरीर के प्रति बहुत चिंतित हो जाते हैं विशेषकर तैरते समय, जिम में या चुस्त टीशर्ट पहनते वक्त या फिर किसी पर्यटनस्थल पर शर्ट उतारते वक्त. इस स्थिति में उनका आत्मविश्वास घट जाता है और उन्हें बेडौल सीने को लेकर शर्म महसूस होती है.

न हों परेशान –

गायनीकोमैस्टिया को आसानी से ठीक किया जा सकता है. इसके लिए लाइपोसक्शन और सर्जिकल विधियों द्वारा अतिरिक्त वसा और ग्रंथि युक्त टिश्यूज को हटा दिया जाता है. कुछ मामलों में ऊपरी त्वचा को भी टाइट करना पड़ता है. यह सर्जरी लोकल या जनरल एनेस्थीसिया देकर की जा सकती है.

निप्पल एरिया के निचले भाग में एक छोटा छेद किया जाता है जिसके जरिए लाइपोसक्शन कैन्युला या ट्यूब को भीतर डाला जाता है. कितनी वसा निकालनी है, इसके आधार पर सर्जरी में 1 से 2 घंटे लग सकते हैं.

प्रोसीजर –

यह एक आधुनिक और बेहद कम चीरफाड़ वाली सर्जरी है. इसमें एक छोटे से छिद्र के जरिए वसा या चर्बी और ग्रंथियुक्त टिश्यूज को बाहर निकाला जाता है. इस प्रक्रिया का लाभ यह है कि इसमें निशान कम पड़ते हैं और कोई रिक्त स्थान बाकी नहीं रहता। इससे तेजी के साथ रोगी ठीक होता है और कम से कम निशान दिखाई देते हैं.

रोगी को उस जगह पर कुछ पीड़ा, खरोंच व सूजन का अनुभव होता है, किंतु ये सब परेशानियां कुछ ही दिनों में ठीक हो जाती हैं. मरीज को कुछ दिनों के लिए काम से छुट्टी लेनी पड़ सकती है और कुछ समय के लिए ऐसी गतिविधियों से परहेज करना पड़ता है, जिनसे शरीर पर दबाव पड़ता हो.

शरीर को कस के रखने के लिए एक विशेष प्रकार का इलास्टिक कपड़ा चार से छह हफ्ते के लिए पहनाया जाता है। सर्जरी किए गए स्थान पर संक्रमण या निशान रह जाने का जोखिम बहुत कम होता है.

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