जम्मू-कश्मीर में कोरोना के सक्रिय केस 3500 के पार पहुचे : उप राज्पाल ने 18 अप्रैल तक सभी स्कूलों को बंद करने का फैसला किया – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Sun, 04 Apr 2021 09:37:53 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 जम्मू-कश्मीर में कोरोना के सक्रिय केस 3500 के पार पहुचे : उप राज्पाल ने 18 अप्रैल तक सभी स्कूलों को बंद करने का फैसला किया http://www.shauryatimes.com/news/107783 Sun, 04 Apr 2021 09:37:53 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=107783 जम्मू-कश्मीर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा स्कूलों को बंद करने का फैसला कर दिया गया है। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रदेश के नौंवी कक्षा तक के स्कूलों को दो हफ्ते के लिए बंद किया गया है। जो कि पांच अप्रैल 2021 से लेकर 18 अप्रैल तक होगा।

वहीं कक्षा 10वीं से लेकर 12वीं तक के स्कूलों को एक हफ्ते यानि 5 अप्रैल से लेकर 11 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने किसी भी तरह के कार्यक्रम में 200 से ज्यादा लोगों के जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। हर तरह के कार्यक्रम में केवल 200 व्यक्ति ही शामिल हो सकते हैं।

बता दें कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर कहर बरपाने लगी है। 20 फरवरी को जम्मू-कश्मीर में सक्रिय मामलों की संख्या केवल 700 थी, जो तीन अप्रैल को 3574 पर पहुंच गई है। केवल 41 दिनों में ही सक्रिय मामले पांच गुना तक बढ़ गए हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 20 फरवरी को प्रदेश में कुल मामलों की संख्या 1 लाख 25 हजार 783 थी। सक्रिय मामले केवल 700 ही रह गए थे। कोरोना की वजह से 1954 मरीजों की जान गई थी।

29 मार्च 2021 तक सक्रिय मामले भारी उछाल के साथ 2110 पर पहुंच गए थे। कुल मामले 130228 थे और 1989 मरीजों की जम्मू कश्मीर में कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हुई थी।

वहीं तीन अप्रैल 2021 को प्रदेश में कुल मामलों की संख्या तेजी से बढ़कर 1 लाख 32 हजार 439 पर पहुंच गई है। सक्रिय मामले भी बढ़कर 3574हो गए हैं। पिछले 41 दिनों में ही जम्मू-कश्मीर में 6656 नए मामले आए हैं।

जीएमसी जम्मू की प्रिंसिपल डॉ. शशि सूदन के अनुसार कोरोना संक्रमित मरीजों की देखभाल के लिए अस्पताल में ऑक्सीजन के अलावा वेंटिलेटर्स की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। अस्पताल प्रबंधन मरीजों की जरूरतों को पूरा कर रहा है और सरकार की तरफ से भी पूरी मदद मिल रही है।

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