जानिए इनके बारे में – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Tue, 02 Mar 2021 08:58:56 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 पहली बार निवेश करने वालों के लिए ये 4 निवेश विकल्प हैं सबसे बेहतर, जानिए इनके बारे में http://www.shauryatimes.com/news/104089 Tue, 02 Mar 2021 08:58:56 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=104089 बाजार में निवेश के कई सारे विकल्प मौजूद हैं, लेकिन ऐसे निवेशक जो पहली बार निवेश कर रहे हैं उनके लिए यह तय कर पाना मुश्किल होता है कि आखिर वे किस निवेश विकल्प में निवेश करें। इसलिए, उनके लिए यह जरूरी हो जाता है कि वे प्रत्येक साधन की समझ और उसके साथ आने वाले जोखिम के बारे में अच्छे से जान लें। एक्सपर्ट के मुताबिक, नए लोगों को हमेशा ऐसी योजनाएं चुननी चाहिए जो उनके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करती हों। कुछ लोकप्रिय निवेश विकल्प हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं:

फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी)

फिक्स्ड डिपॉजिट बचत का सबसे सुरक्षित विकल्प है। पहली बार निवेशकों को निश्चित रूप से एफडी में पैसे के कुछ हिस्से को रखना चाहिए और इसके लिए उचित अवधि का चयन करना चाहिए। सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर और Goodmoneying.com के फाउंडर मणिकरण सिंघल कहते हैं, ‘शुरुआती निवेशक को एफडी से शुरुआत करनी चाहिए ताकि बैंकिंग और कम्पाउंडिंग के बारे में जानकारी रख सके।

सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF)

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) एक डाकघर बचत योजना है। पीपीएफ पहली बार निवेशकों के लिए एक आदर्श विकल्प है, क्योंकि यह कम जोखिम वाली भूख, कर लाभ और जमा किए गए धन पर स्थिर ब्याज जैसे कई लाभ प्रदान करता है। मणिकरण सिंघल कहते हैं लॉन्ग टर्म निवेश के लिए ये बेहतर विकल्प है।

म्युचुअल फंड (MF)

म्युचुअल फंड उम्र और आय के बावजूद सभी के लिए एक बेहतर निवेश विकल्प है, क्योंकि इससे निवेश में आसानी, विभिन्न प्रकार के फंड और पेशेवर प्रबंधन मिलता है। हालांकि, इससे जुड़े जोखिम को भी समझना चाहिए और निवेश के अनुसार सही फंड चुनना चाहिए। सिंघल कहते हैं पहली बार निवेशक को बैलेंस निवश या बैलेंस म्युचुअल फंड की तरफ ध्यान देना चाहिए। क्योंकि नए निवेशक को रिस्क का अंदाजा नहीं होता तो इसलिए बैलेंस्ड निवेश पर गौर करना चाहिए। लॉन्ग टर्म निवेश के लिए ये बेहतर विकल्प है।

इंश्योरेंस

सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर और Goodmoneying.com के फाउंडर मणिकरण सिंघल कहते हैं, इंश्योरेंस पर भी ध्यान देना चाहिए और इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह हर चीज की फाउंडेशन होती है, इसलिए हेल्थ इंश्योरेंस, लाइफ इंश्योरेंस, एक्सीडेंटल इंश्योरेंस को साथ लेकर चलना चाहिए। इंश्योरेंस इन सभी निवेश विकल्प को सुरक्षा देती है।

 

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आपके PAN Card पर लिखे नंबर में छिपी होती हैं कई रोचक जानकारियां, जानिए इनके बारे में http://www.shauryatimes.com/news/91653 Thu, 26 Nov 2020 07:29:20 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=91653 पैन कार्ड मौजूदा समय में वित्तीय लेनदेन के लिए प्रमुख साधन है। पैन का इस्तेमाल आईडी कार्ड के रूप में होता है। अगर आप संगठित क्षेत्र में काम करते हैं तो सैलरी प्राप्त करने के लिए पैन कार्ड का होना जरूरी है। यह 10 डिजिट का अल्फान्यूमेरिक नंबर होता है, जिसे हर कोई समझना चाहता है। आपके पास भी पैन कार्ड होगा, जिसमें जन्म की तारीख के ठीक नीचे पैन (Permanent Account Number) अंकित होगा। बता दें कि पैन कार्ड पर दर्ज इन अल्फान्यूमेरिक नंबरों का एक खास मतलब होता है और इनमें किसी तरह की जानकारियां छिपी होती हैं।

पैन कार्ड में लिखे जन्मतिथि के ठीक नीचे एक अल्फान्यूमेरिक नंबर अंकित है। पैन की शुरुआत अंग्रेजी के कुछ लेटर्स के साथ होती है, जो बड़े अक्षरों में लिखे होते हैं।

आयकर विभाग के मुताबिक किसी भी पैन के शुरुआती तीन डिजिट अंग्रेजी के अल्फाबेटिक सीरीज को दर्शाते हैं। इस अल्फाबेटिक सीरीज में AAA से लेकर ZZZ तक में कोई अंग्रेजी के किसी भी तीन अक्षर की सीरीज हो सकती है। इसे आयकर विभाग तय करता है।

पैन का चौथा अक्षर आयकरदाता के स्टेटस को दिखता है। मसलन चौथे स्थान पर अगर P है तो यह दिखाता है कि यह पैन नंबर पर्सनल है यानी किसी एक व्यक्ति का है।

F से पता चला चलता है कि वह नंबर किसी फर्म का है।

इसी तरह C से कंपनी, AOP से एसोसिएशन ऑफ पर्सन, T से ट्रेस्ट, H से अविभाजित हिन्दू परिवार, B से बॉडी ऑफ इंडिविजुअल, L से लोकल, J से आर्टिफिशियल ज्युडिशियल पर्सन, G से गवर्नमेंट का पता चलता है।

पैन का पांचवां डिजिट अंग्रेजी का एक अक्षर होता है। यह पैनकार्ड धारक के सरनेम के पहले अक्षर को दिखाता है। उदाहरण के लिए किसी का सरनेम कुमार या खुराना है तो पैन का पांचवां डिजिट K होगा।

सरनेम के पहले अक्षर के बाद चार अंक होते हैं। ये नंबर  00001 से 9999 के बीच कोई भी चार अंक हो सकते हैं। ये नंबर आयकर विभाग के उस सीरीज को दिखाते हैं, जो उस समय चल रहे होते हैं।

पैन कार्ड का 10वां डिजिट भी अंग्रेजी का एक अक्षर होता है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के मुताबिक यह एक अल्फाबेट चेक डिजिट हो सकता है। यह A से Z के बीच का कोई भी अक्षर हो सकता है।

 

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