जानिये क्यों अमित शाह का भोपाल में रोड शो रद्द मध्यप्रदेश में चुनाव से पहले सुरक्षा कारणों से – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Mon, 19 Nov 2018 06:40:04 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 जानिये क्यों अमित शाह का भोपाल में रोड शो रद्द ,मध्यप्रदेश में चुनाव से पहले सुरक्षा के इन्तजाम की तैयारिया http://www.shauryatimes.com/news/18915 Mon, 19 Nov 2018 06:40:04 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=18915  राजधानी भोपाल में मंगलवार को भाजपाध्यक्ष अमित शाह का होने वाला रोड शो रविवार रात रद्द कर दिया गया है. शाह का यह रोड शो सुरक्षा कारणों की वजह से रद्द किया गया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने खूफिया एंजेसियों से मिले इनपुट के बाद भाजपाध्यक्ष का रोड शो रद्द करने का फैसला लिया है. बता दें शाह भोपाल में माता मंदिर से पुराने भोपाल तक रोड शो करने वाले थे, लेकिन पुराने भोपाल का रास्ता काफी संकरा है, जिसके चलते खूफिया एजेंसियों ने सुरक्षा व्यवस्था बिगड़ने के इनपुट दिये थे. जिसके बाद रविवार को भाजपा पदाधिकारियों ने शाह के दौरे को निरस्त करने का फैसला लिया.  

रसूल सिद्धिकी के समर्थन में रोड शो
बता दें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह यहां भोपाल उत्तर विधानसभा क्षेत्र की भाजपा  प्रत्याशी फातिमा रसूल सिद्धिकी के समर्थन में रोड शो करने वाले थे. शाह का यह रोड शो कर्फ्यू वाली माता मंदिर भवानी चौक से शुरू होकर सोमवारा, लखेरापुरा, सावरकर चौक, पीपल चौक, सराफा चौक, सुभाष चौक, लोहा बाजार, जुमेराती, छोटे भैया कार्नर, हनुमान गंज, मंगलवारा, छावनी चौक होते हुए भारत टाकीज चौराहे पर खत्म होने वाला था. रोड शो शाम 5 बजे से शुरू होना था, लेकिन भाजपा के नेतृत्व में शो रद्द कर दिया गया है.

रविवार को था विंध्य क्षेत्र में रोड शो
इससे पहले भाजपाध्यक्ष ने रविवार को प्रदेश के विंध्य क्षेत्र में रोड जनसभा को संबोधित किया था. इस दौरान शाह ने रीवा, सीधी, उमरिया और सतना में सभाएं की थीं. जहां शाह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था. जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा था कि ‘मध्य प्रदेश में कांग्रेस एक राजा, एक महाराजा और एक उद्योगपति के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस ने 1978 में इंदिरा कांग्रेस के गठन के बाद से इस पार्टी को वंशवादी सेवा के लिये पारिवारिक उद्यम बना दिया जिसका मकसद लोगों की सेवा के लिये राजनीतिक पार्टी बनाने की बजाए वंशवादी सेवा प्रदान करना था.’

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