जानें लक्षण और प्राकृतिक इलाज – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Fri, 16 Nov 2018 09:06:42 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 कोहनी और हाथ में दर्द हो सकता है टेनिस एल्बो, जानें लक्षण और प्राकृतिक इलाज http://www.shauryatimes.com/news/18445 Fri, 16 Nov 2018 09:06:42 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=18445
  • टेनिस एल्बो के कारण हाथों को हिलाने-डुलाने में परेशानी होने लगती है।
  • टेनिस एल्बो की शुरुआत कोहनी में दर्द से होती है।
  • कुछ प्राकृतिक उपायों से टेनिस एल्बो के दर्द से राहत पाई जा सकती है।

हो सकता है आपने कभी टेनिस न खेला हो, मगर आपकी कोहनी और हाथ में होने वाले दर्द को डॉक्टर टेनिस एल्बो बताएं। दरअसल टेनिस एल्बो एक ऐसी बीमारी है, जो ज्यादातर टेनिस खिलाड़ियों को होती है। खेल कैरियर में भारत के महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को भी ये बीमारी हो चुकी है। टेनिस एल्बो एक खतरनाक बीमारी है, जिसके कारण हाथों को हिलाने-डुलाने में परेशानी होने लगती है। आमतौर 30 से 50 साल की उम्र में इस बीमारी के लोग ज्यादा शिकार होते हैं। आइए आपको बताते हैं क्या है ये बीमारी है किस तरह कुछ प्राकृतिक उपायों से किया जा सकता है इसका इलाज।

क्यों होता है टेनिस एल्बो

कोहनी की हड्डी व मांसपेशियों पर अतिरिक्‍त दबाव पड़ने के कारण टेनिस एल्बो की समस्या हो सकती है। ये बीमारी होने पर आमतौर पर कोहनी में दर्द होता है। कभी-कभी यह दर्द असहनीय हो जाता है और संवेदनशीलता के कारण कोहनी और कलाई में सूजन आ सकती है। टेनिस एल्बो किसी भी व्यक्ति को तब होता है जब वह किसी भी भारी काम में अपने एक हाथ का इस्तेमाल सबसे ज्यादा करता है।

खतरनाक होता है टेनिस एल्बो

टेनिस एल्बो की शुरुआत कोहनी में दर्द होने से होती है, लेकिन सही समय पर इलाज न करवाने से यह पूरी बाजू में आ जाता है। इस बीमारी के कारण हाथ उठने में परेशानी होती है। उंगलियां भी इसके कारण प्रभावित हो सकती हैं और कलाई और कोहनी के बीच के हिस्‍से में भी दर्द होता है।

क्या है इलाज

टेनिस एल्बो होने पर आमतौर पर सर्जरी के द्वारा ही इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। नियमित व्यायाम या हल्की-फुल्की स्ट्रेचिंग करने से इस बीमारी की संभावना कम हो जाती है। लेकिन कुछ प्राकृतिक उपायों द्वारा इसके दर्द में राहत पाई जा सकती है।

हल्दी का करें प्रयोग

हल्‍दी में पाया जाने वाला कुरकुमीन नामक तत्‍व, एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट और प्राकृतिक दर्द निवारक दवा के रूप में काम करता है। इसके अलावा, हल्‍दी एंटीऑक्‍सीडेंट का समृद्ध स्रोत होने के कारण फ्री रेडिकल्‍स से लड़ने और उपचार को गति प्रदान करने में मदद करता है। एक कप दूध में आधा चम्‍मच हल्‍दी मिलाकर उसे हल्‍का सा गर्म लें। फिर इसमें थोड़ी सा शहद मिलाकर कुछ हफ्तों तक दिन में दो बार पिएं। इससे दर्द में राहत मिलेगी और सूजन भी दूर हो जाएगी। इसके साथ ही चिकित्सक से संपर्क करें।

बर्फ से सिंकाई

बर्फ की सिंकाई दर्द और सूजन को कम करने का सबसे आसान तरीक है। इसके लिए एक पतले तौलिये में बर्फ के कुछ टुकड़ों को लपेटें। अपनी कोहनी को तकिये और किसी गद्देदार क्षेत्र में आराम से रखें। फिर प्रभावित जगह पर धीरे से तौलिया को रखें। 10 से 15 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें। दर्द दूर होने तक इस उपाय को दिन में कई बार दोहराये। लेकिन एक बात को हमेशा ध्‍यान में रखें कि बर्फ को सीधे त्‍वचा पर न लगाएं।

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