तो जरुर दे इन बातो का विशेष ख्याल – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Sat, 20 Mar 2021 10:20:29 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 आप भी खरीदना चाहते है हेल्थ पॉलिसी, तो जरुर दे इन बातो का विशेष ख्याल http://www.shauryatimes.com/news/106291 Sat, 20 Mar 2021 10:20:29 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=106291 महामारी के इस दौर में स्वास्थ्य बीमा हर किसी के पास होना आवश्यक है। खास तौर पर सीनियर सिटीजंस के लिए स्वास्थ्य बीमा की जरूरत बहुत अधिक बढ़ जाती है। हम सब जानते हैं कि स्वास्थ्य खर्च तेजी से बढ़ रहा है। कोई भी गंभीर बिमारी व्यक्ति को आर्थिक संकट में ढ़केलने के लिए पर्याप्त होती है। इससे बचने के लिए स्वास्थ्य बीमा जरूरी है। बाजार में कई सारी कंपनियां विभिन्न प्रकार की स्वास्थ बीमा पॉलिसीज की पेशकश करती हैं, लेकिन स्वास्थ्य बीमा लेते समय ग्राहक को कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए।

क्लेम की राशि

बीमा पॉलिसी में गंभीर बीमारी के लिए क्लेम की राशि अधिक होनी चाहिए। बाजार में उपलब्ध कई बीमा कंपनियों की पॉलिसीज में कुछ गंभीर बीमारियों पर क्लेम की राशि अपेक्षाकृत कम होती है। ग्राहक को बीमा पॉलिसी लेने से पहले इस बारे में पता कर लेना चाहिए। इसके लिए ग्राहक को गंभीर बीमारी की कवर लिस्ट सहित सभी दस्तावेजों को ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिए।

भुगतान की सीमा

ग्राहक के लिए हमेशा ऐसी इंश्योरेंस पॉलिसीज चुनना बेहतर साबित होता है, जो अस्पताल में भर्ती होने के बाद का पूरा खर्च कवर करे। बाजार में उपलब्ध कई बीमा कंपनियों की पॉलिसीज में एक सीमा के बाद कमरे या आईसीयू का भुगतान पॉलिसीधारक को स्वयं ही करना पड़ता है। इसलिए पॉलिसी लेने से पहले ग्राहक को इस बारे में जान लेना चाहिए

एक साथ प्रीमियम जमा कराने पर छूट

बाजार में उपलब्ध कई बीमा पॉलिसीज में अधिकतम पॉलिसी टर्म पर एकमुश्त  प्रीमियम जमा कराने पर छूट दी जाती है। पॉलिसी टर्म अधिकतम तीन साल का हो सकता है। ग्राहक एक साथ प्रीमियम जमा कर इस छूट का लाभ ले सकते हैं।

मौजूदा बीमारी कवर हो

ग्राहक को स्वास्थ्य बीमा लेने से पहले यह जान लेना चाहिए कि पॉलिसी में मौजूदा बीमारी कवर हो रही है या नहीं। कुछ कंपनियां तो अपनी पॉलिसीज में बीमाधारक की मौजूदा बीमारी को कवर करती है और कुछ नहीं करती। हमेशा उस बीमा योजना का चुनाव करना अच्छा होता है, जो ग्राहक की मौजूदा बीमारी को कवर करती हो और जिसमें कम वेटिंग पीरियड हो।

को-पेमेंट क्लॉज

को-पेमेंट वह राशि होती है, जिसका भुगतान स्वयं पॉलिसीधारक को बीमित सेवाओं के लिए करना होता है। यह राशि पहले से तय होती है। सीनियर सिटीजंस के लिए बाजार में उपबल्ध अधिकांश बीमा पॉलिसीज को-पेमेंट की शर्त के साथ ही आती हैं। ऐसे में ग्राहक को वह बीमा पॉलिसी चुननी चाहिए, जिसमें उसे कम से कम को-पमेंट देना पड़े। इसके अलावा ग्राहक को-पमेंट की शर्त को हटाने का विकल्प भी चुन सकते हैं। इसके लिए ग्राहक को अतिरिक्त प्रीमियम देना होता है।

 

]]>