देश में कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Fri, 26 Mar 2021 09:36:05 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 देश में कोरोना की दूसरी लहर मई तक रह सकती है http://www.shauryatimes.com/news/107152 Fri, 26 Mar 2021 09:36:05 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=107152 देश में फिर तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले असल में इसकी दूसरी लहर के नतीजे हैं। दूसरी लहर मई तक जारी रह सकती है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) की रिपोर्ट में बताया गया है कि दूसरी लहर 15 फरवरी से शुरू हुई है और 100 दिनों तक बरकरार रह सकती है। अन्य देशों में कोरोना की दूसरी लहर ज्यादा घातक साबित हुई है, लेकिन भारत के लिए अच्छी बात है कि इसी दौरान यहां टीकाकरण अभियान रफ्तार पकड़ रहा है। संभव है यहां दूसरी लहर का असर अन्य देशों की तरह न रहे। वैक्सीन लेने से हिचकिचा रहे लोगों को एसबीआइ ने यह याद दिलाया है कि टीकाकरण ही कोरोना से बचने का एकमात्र उपाय है। साथ ही उसने सरकार को टीकाकरण की गति बढ़ने के सुझाव भी दिए हैं।

तेज हो टीकाकरण, तभी बनेगी बात: भारत में गत 67 दिनों में कोरोना वैक्सीन के 5.08 करोड़ टीके लगाए गए हैं। एसबीआइ का मानना है कि रोजाना 45 लाख टीके लगाने पर इस साल 21 जुलाई तक देश में 45 साल से अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों का टीकाकरण संभव हो सकेगा। स्वास्थ्य क्षेत्र की मौजूदा बुनियादी सुविधाओं को देखते हुए रोजाना एक करोड़ टीके लगाए जा सकते हैं जो अभी मात्र 34 लाख लगाए जा रहे हैं। रोजाना 34 लाख डोज को 40-45 लाख तक ले जाने पर पूरी आबादी के टीकाकरण में 21 महीने लग जाएंगे।

बीएआइ में आई गिरावट: रिपोर्ट के मुताबिक गत 22 मार्च को समाप्त हुए सप्ताह में बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स (बीएआइ) पिछले एक महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया था। इस दौरान बीएआइ 101.7 के स्तर पर आ गया था, जबकि इससे पहले के सप्ताह में 104.6 था। गत फरवरी में आर्थिक गतिविधियों में इजाफा हुआ था। हालांकि कुछ राज्यों में मार्च में जो लॉकडाउन लगाया गया, उसका परिणाम बाद में दिखेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश जैसे राज्यों की मोबिलिटी में कमी दर्ज की गई। मोबिलिटी में कमी से सेवा क्षेत्र पर विपरीत असर की आशंका रहती है।

सामूहिक टीकाकरण असरदार: एसबीआइ का मानना है कि सामूहिक टीकाकरण से ही कोरोना संक्रमण को रोकने की उम्मीद की जा सकती है। कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र व पंजाब में स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन हुआ, लेकिन इससे कोरोना वायरस के प्रसार को नहीं रोका जा सका। लॉकडाउन में ढील देते ही कोरोना संक्रमण फिर से फैलने लगा।

 

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देश में कोरोना की दूसरी लहर के डर के बीच वैक्सीन जारी, अब तक 4.84 करोड़ लोगों को लगा टीका http://www.shauryatimes.com/news/106706 Tue, 23 Mar 2021 08:18:26 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=106706 कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान में अब तक लाभार्थियों को वैक्सीन की 4.84 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं।  बीते एक दिन में कुल 32.53 लाख डोड दी गई। सोमवार को शाम सात बजे तक 19.65 लाख खुराकें दी गईं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय ने बताया कि सोमवार शाम सात बजे तक मिली अस्थायी रिपोर्ट के मुताबिक लाभार्थियों को वैक्सीन की कुल 4.84 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं। इनमें 78.30 लाख स्वास्थ्यकर्मी (पहली खुराक), 49.30 लाख स्वास्थ्यकर्मी (दूसरी खुराक), 81.72 लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स (पहली खुराक) और 27.93 लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स (दूसरी खुराक) शामिल हैं।इनके अलावा लाभार्थियों में 1.94 करोड़ 60 साल से अधिक उम्र के और 40.72 लाख 45-60 साल आयु वर्ग के गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोग भी शामिल हैं, जिन्हें अब तक पहली खुराक दी गई है।

मंत्रालय ने बताया कि सोमवार को शाम सात बजे तक 19.65 लाख डोज दी गई। इनमें 17.55 लाख लाभार्थियों को दी गई पहली डोज और 2.10 लाख स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी गई दूसरी खुराकें शामिल हैं। पहली डोज लेने वालों में 13.07 लाख 60 साल से ज्यादा उम्र के और 45-60 साल आयु वर्ग के और गंभीर रोगों से ग्रस्त 3.34 लाख व्यक्ति शामिल हैं। मंत्रालय ने बताया कि देर रात तक अंतिम रिपोर्ट तैयार होगी, तब आंकड़ों में अंतर आ सकता है।

गौरतलब है कि देश में कोरोना रोधी टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू हुआ था। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जा रहा था। उसके बाद दो फरवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाने का काम शुरू हुआ। फिर एक मार्च से 60 साल से अधिक और 45-60 साल के बीच के गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों का टीकाकरण शुरू किया गया था।

6 राज्यों ने प्रतिदिन एक लाख टीकाकरण का रखा लक्ष्य

छह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश ने प्रतिदिन एक लाख टीकाकरण का लक्ष्य तय किया है। इनमें हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ शामिल हैं। इन राज्यों में अभी रोजाना 40 हजार से कम टीका लगाया जा रहा है। टीकाकरण में तेजी लाने के लिए इन राज्यों की तरफ से कई कदम उठाए जा रहे हैं। इनमें हफ्ते में एक दिन बड़े स्तर पर टीकाकरण अभियान चलाना, टीका केंद्रों पर समय बढ़ाना और नए टीका केंद्र खोलना शामिल है।

 

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देश में कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत, 24 घंटों में सार्वधिक 22854 नए मामले सामने आए http://www.shauryatimes.com/news/105130 Fri, 12 Mar 2021 04:28:44 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=105130 देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। गुरुवार को 24 घंटों के दौरान इस साल कोरोना के सार्वधिक 22,854 मामले सामने आए। वहीं पिछले कुछ हफ्तों से पंजाब और महाराष्ट्र में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर के लिए भी स्थिति चिंताजनक है, क्योंकि गुरुवार को राजधानी में 409 नए केस सामने आए हैं। यह लगभग दो महीनों में एक दिन में आए सबसे ज्यादा मामले हैं। इन बढ़ते मामलों ने जानकारों के मन में सवाल पैदा कर दिया है क्या देश में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है। इस तरह कोरोना के बढ़ते मामलों से कई सवाल सामने आकर खड़े हो रहे हैं। लेकिन ये चार बिंदू काफी हैं ये बताने के लिए देश में कोरोना की दूसरी लहर आ गई है और वो पूरे देश में फैल रही है।

नए कोरोना मामले के सात दिन का औसत महामारी की पहली लहर के खत्म होने के बाद 67 फीसदी तक बढ़ गया है। 11 फरवरी तक देश में कोरोना के दैनिक मामले 11,000 के करीब आते थे लेकिन बुधवार को खत्म हुए हफ्ते में कोरोना के दैनिक मामले 18,371 आए। आंकड़ों का इस तरह से बढ़ना दिखाता है कि देश में दूसरी लहर की शुरुआत हो गई है।

हालांकि पहले मामले में तेजी हल्की गति से हो रही थी। मामलों में तेजी एक ऐसे समय में हो रही है, जब कई आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों पर प्रतिबंधों में ढील दी गई। यहां चिंता करने वाली बात यह है कि पश्चिमी देशों में कोरोना वायरस की कई लहरें देखी गईं लेकिन दूसरी लहर, पहली लहर से ज्यादा खतरनाक रही। दूसरी लहर में पहली लहर के मुकाबले दैनिक मामले ज्यादा आने लगे।

वहीं दूसरी तरफ भारत में कोरोना टेस्टिंग अपने चरम पर कम से कम 40 फीसदी है। पिछले हफ्ते तक हर दिन औसतन 7,25,626 लोगों का टेस्ट लिया जा रहा था। जबकि 10 अक्तूबर 2020 को खत्म होने वाले हफ्ते तक देश में रोजाना 11,96,972 लोगों का टेस्ट लिया जा रहा था।

पंजाब में सात दिवसीय औसत पहले के मुकाबले बढ़ गया है। ये पहली लहर के बाद 509 फीसदी तक बढ़ गया है, जो कि राष्ट्रीय औसत से लगभग आठ गुना ज्यादा है। किसान आंदोलन का केंद्र रहे पंजाब में 27 जनवरी वाले हफ्ते के अंत तक कोरोना के 181 दैनिक मामले आते थे। लेकिन फरवरी के पहले हफ्ते से मामले धीरे-धीरे बढ़ते रहे, जिसके बाद अचानक से मामलों का सात दिवसीय औसत बढ़ गया।

पंजाब के बाद महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर है, जहां कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। 11 फरवरी के बाद से महाराष्ट्र में 331 फीसदी तक मामलों में बढ़ोतरी हुई है। महाराष्ट्र में औसतन दैनिक मामले 2,415 से बढ़कर 10,410 हो गए। महाराष्ट्र में अब तक 22 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण के शिकार हैं तो वहीं 52,610 मरीजों ने अपनी जान गंवा दी है।

इसके अलावा हरियाणा में किसान आंदोलन की वजह से कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई। पंजाब, महाराष्ट्र के बाद तीसरे नंबर पर हरियाणा आता है। इस राज्य में सात दिवसीय औसत 302 फीसदी तक बढ़ गया है। इसके अलावा मध्यप्रदेश और दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं।

पिछले हफ्ते भारत में हुए कोरोना के परीक्षण में औसतन 2.6 फीसदी सैंपल पॉजिटिव पाए गए। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा बताए गए सकारात्मकता दर यानी पांच फीसदी से काफी कम है लेकिन चिंता की बात यह है कि ये फिर से बढ़ रही है। एक महीने से भी कम, देश में औसतन साप्ताहिक सकारात्मकता दर बढ़ रही है।

सकारात्मकता दर का बढ़ना इसलिए चिंता की बात है क्योंकि जानकारों का मानना है कि ये दर मामलों में बढ़ोतरी को बताती है। ये दर्शाता है कि सामान्य लोगों में सिर्फ मामले बढ़ नहीं रहे हैं बल्कि तेज गति से फैल भी रहे हैं।

देश में सक्रिय मामले बढ़ रहे हैं और ये चिंता की बात है। कोरोना के दैनिक संक्रमित मामलों में से ठीक हुए मामलों को घटाकर जो मामले सामने आते हैं, वो सक्रिय मामलों को दर्शाते हैं। इससे हमें ये पता चलता है कि देश में इन लोगों में मौजूदा समय में कोरोना वायरस संक्रमण है। सक्रिय मामलों में तेजी और गिरावट पर निगरानी करना महत्वपूर्ण है क्योंकि ये वायरस के वास्तविक संक्रमण को बताता है।

सक्रिय मामलों में सात दिनों का औसत पिछले 20 दिनों से सकारात्मक है। 17 फरवरी से पहले 80 दिनों के लिए, सक्रिय मामले नकारात्मक संख्या में आते थे। इसका मतलब यह था कि अगर सप्ताह देश में सक्रिय मामलों में गिरावट देखी जा रही थी। लेकिन पिछले हफ्ते देश में रोजाना 2,251 सक्रिय मामलों को दर्ज किया गया है।

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