पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू निशाने पर आने के बावजूद पाकिस्‍तान राग समाप्‍त नहीं हो रहा है – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Tue, 04 Jun 2019 10:10:41 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने बागी तेवर के साथ-साथ अपना दर्द भी किया बयान… http://www.shauryatimes.com/news/44229 Tue, 04 Jun 2019 10:10:41 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=44229 पंजाब के फायर ब्रांड नेता और कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के आक्रामक तेवर के संग उनका दर्द भी सामने आया है। सिद्धू ने खुद को ऐसे गुनाहगार के तौर पर पेश करने की कोशिश की है, जिसे अपना गुनाह नहीं पता। उन्‍होंने ‘बागी’ वाला अंदाज भी दिखाया है। सिद्धू ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेरो-शायरी से अपने तेवर दिखाए हैं। सिद्धू ने लिखा है, बहादुर कब किसी का आसरा एहसान लेते हैं। इसके बाद वह तेजी से ट्रोल हो गए और लोगों ने एक के बाद एक कमेंट किए। इसके साथ ही उन्‍होंने मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह द्वारा ‘नॉन परफार्मर’ मंत्री कहे जाने के जवाब में अपनी परफार्मेंस रिपोट जारी की है।

बता दें कि नवजोत सिद्धू ने फिर ट्वीट के जरिये कांग्रेस में चल रहे विवाद पर अपनी बात रखी है। उन्‍हाेंने लिखा है-

‘बहादुर कब किसी का आसरा एहसान लेते हैं

उसी को कर गुजरते हैं जो मन में ठान लेते हैं।’

इस पर लोगों ने भी जमकर रि-ट्वीट किया है। लोगों ने सिद्धू पर जमकर निशाने साधे हैं। कई लोगाें ने अमेठी लोकसभा सीट के नतीजों को लेकर सिद्धू को फिर अपना वादा याद दिलाया है। बता दें कि सिद्धू ने कहा था कि अमेठी से भाजपा नेता स्‍मृति ईरानी यदि जीत गईं और कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी हार गए तो वह राजनीति छोड़ देंगे। कई ट्रोलर ने सिद्धू से अपना वादा पूरा करने को कहा है।

बता दें कि पंजाब के स्‍थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की अपने ही मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह से पिछले कुछ समय से फिर ठनी हुई है। इस कारण पंजाब कांग्रेस में भी खींचतान बनी हुई है। इस पूरे माहौल में सिद्धू कांग्रेस में फिलहाल अकेले व अलग-थलग दिख रहे हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान पंजाब में मतदान से पूर्व प्रचार के अंतिम दिन बठिंडा में एक रैली में सिद्धू ने कैप्‍टन अमरिंदर सिंह पर हमला बोल दिया था।

उन्‍होंने कैप्‍टन अमरिंदर का  नाम लिए बादलों (पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल) से उनकी मिलीभगत का आरोप लगा दिया। उन्‍होंने नशा और बेअदबी के मुद्दे पर भी कैप्‍टन को घेरा। इसके जवाब में मतदान के दिन 19 मई को कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिद्धू पर सीधा निशाना साधा। कैप्‍टन ने सिद्धू को अति महात्‍वाकांक्षी करार दिया। कैप्‍टन अमरिंदर ने कहा कि सिद्धू मुझे हटाकर मुख्‍यमंत्री बनना चाहते हैं।

इसके बाद भी कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने सिद्धू पर निशाना साधा और उनको नाॅन परफार्मर मंत्री करार दे उनका विभाग बदलने की बात कही। उन्‍होंने इस बारे में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से बात करने की बात भी कही। इसके बाद सिद्धू भी साेशल मीडिया के माध्‍यम से अपने तेवर दिखाते रहे। कैप्‍टन अमरिंदर और कई मंत्रियों ने लोकसभा चुनाव में बठिंडा, होशियारपुर और गुरदासपुर में कांग्रेस की हार के लिए भी सिद्धू काे जिम्‍मेदार ठहराया। उन्‍होंने कहा कि सिद्धू ने शहरी क्षेत्रों में विकास नहीं किया, इसलिए शहरोें में कांग्रेस को चुनाव में नुकसान हुआ।

 

अब सिद्धू ने खुद को निशाना बनाए जाने पर एक अन्‍य ट्वीट में अपना दर्द भी रखा है। उन्‍होंने पूरे मामले में खुद को ऐसा गुनाहगार करार है जिसे यही नहीं पता कि उसका गुनाह क्‍या है। सिद्धू ने लिखा है –

‘उन्‍हें यह फ्रिक है हरदम नई तर्जे जफा (बेवफाई) क्‍या है,

हमें भी शौक है कि देखें सितम्बर की इंतहा क्‍या है,

गुनाहगारों में शामिल हैं गुनाहों से नहीं हैं वाफिक,

सितम वो करतेे हैं,

खुदा जाने खता क्‍या है।’

इसके साथ ही सिद्धू ने एक बयान जारी कर कैप्‍टन अमरिंदर सिंह द्वारा नॉन परफार्मर मिनिस्टर कहे जाने का जवाब दिया है। सिद्धू ने अपने स्थानीय निकाय विभाग की परफार्मेंस की डिटेल पेश की है। इससे पहले भी सिद्धू ने प्रेस कांफ्रेंस करके अपने विभाग की कारगुजारी का ब्योरा पेश किया था।

कांग्रेस के कई मंत्री और विधायक सिद्धू पर शहरी क्षेत्र में विकास में फिसड्डी रहने के आरोप लगा रहे हैं। इन नेताओं का कहना है कि शहरी क्षेत्र में विकास नहीं होने के कारण लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को नुकसान हुआ था। लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद मुख्यमंत्री समेत छह कैबिनेट मंत्रियों ने सिद्धू पर निशाना साधा था। कैप्टन ने कहा था कि सिद्धू नाॅन परफार्मर मंत्री हैं। उन्होंने सिद्धू का विभाग बदलने की भी बात कही थी।

सिद्धू ने एक बयान जारी कर अपने स्‍थानीय निकाय विभाग में किए गए प्रशासनिक सुधारों की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि ई-नक्शा पोर्टल पर अब तक 4000 के करीब बिल्डिंगों के नक्शे पास हो चुके हैं, जबकि 8,800 से अधिक फाइलें सफलतापूर्वक दाखिल हो चुकी हैं। पोर्टल पर 1600 के करीब आर्किटेक्ट और इंजीनियर रजिस्टर्ड हो चुके हैं।

उन्‍होंने कहा है कि ऑनलाइन सिस्टम के लागू होने से उनके विभाग के टाउन प्लानिंग विंग के स्टाफ को भी राहत मिली। अब स्टाफ पर किसी सिफारिशी केस को मंज़ूर करने का दबाव नहीं रह गया है। पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देने की दिशा में ऑनलाइन सेवाएं सबसे कारगर विधि है। इस सिस्टम की सफलता के बाद इसको राज्य के अन्य विभाग भी अपनाने जा रहे हैं। उनके विभाग में तीन फीसद से ज्यादा फाइलें पेंडिंग नहीं हैैं।

सिद्धू ने निकाय विभाग में सिर्फ प्रशासनिक सुधारों का हवाला दिया है। उनके विभाग ने विकास के किन प्रोजेक्टों पर काम किया और कौन-कौन से प्रोजेक्ट पूरे किए, इसकी जानकारी नहीं दी है।

पंजाब कांग्रेस की ओर से बुलाई बैठक में नहीं हुए थे शामिल

उल्लेखनीय है कि सिद्धू 30 मई को पंजाब कांग्रेस द्वारा बुलाई गई कांग्रेस विधायक दल व सांसदों की बैठक में शामिल नहीं हुए थे। बैठक से कुछ घंटे पहले उन्होंने मीडिया से बातचीत भी की थी। बैठक में शामिल न होने को लेकर वह एक बार फिर पार्टी के निशाने पर आ गए थे।

]]>
पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजाेत सिंह सिद्धू को लेकर चर्चाओं का बाजार फिर गर्म है http://www.shauryatimes.com/news/38062 Wed, 03 Apr 2019 10:49:01 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=38062 पंजाब के फायर ब्रांड नेता व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर एक बार फिर चर्चाओं का बाजार गर्म है। सिद्धू पिछले करीब 10-15 दिनों से सार्वजनिक तौर पर नहीं दिखे तो उनके नाराज हाेने की चर्चाएं चल पड़ीं। चंडीगढ़ या अमृतसर से उनकी पत्‍नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू को टिकट नहीं मिला तो इस कयासबाजी को और बल मिला। अब सिद्धू ने कहा है कि व‍ह कहीं गायब नहीं हुए हैं और अपने कार्यालय में मौजूद हैं।

जागरण से बातचीत में सिद्धू ने कहा कि 10 दिन पहले उनके दांतों का ऑपरेशन हुआ था। इस कारण डॉक्‍टरों ने  आराम करने को कहा था और बोलने से पूरी तरह मना किया था। इस कारण वह सार्वजनिक तौर पर वह नहीं दिखे। सिद्धू ने कहा, इस तरह की चर्चाएं फिजूल हैं। मैं किसी तरह से नाराज नहीं हूं। मैं आज भी दफ्तर में बैठा हूं और कामकाज निपटा रहा हूं।

बता दें कि 7 मार्च को माेगा में कांग्रेस के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष राहुल गांधी की रैली में नवजोत सिंह सिद्धू की उपेक्षा किए जाने की बात सामने आई थी। उनको जनसभा में बोलने का मौका भी नहीं मिला था। इसके बाद सिद्धू ने नाराजगी भरे अंदाज में कहा था कि लगता है मैं अच्‍छा वक्‍ता नहीं रहा। इसके बाद से सिद्धू अपेक्षाकृत बहुत कम सक्रिय नजर आए।

पिछले करीब 10-15 दिनों से सिद्धू सार्वजनिक तौर पर नजर नहीं आए। इसके बाद कहा जाने लगा कि वह अपनी नाराजगी दिखाने के लिए एकांतवास में हैं। राजन‍ीतिक सूत्रों ने यहां तक कहना शुरू कर दिया कि नवजोत सिद्धू ने विभाग का कामकाज भी छोड़ रखा है। सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर ने चंडीगढ़ से लोकसभा चुनाव में टिकट मांगी थी, लेकिन कांग्रेस ने वरिष्‍ठ नेता पवन बंसल को प्रत्‍याशी घोषित कर दिया। इसके अलावा उनको अमृतसर से भी टिकट का दावेदार बताया जा रहा था, लेकिन कांग्रेस ने वहां से भी उनकी उम्‍मीद तोड़ दी। फिर सिद्धू की नाराजगी की चर्चाओं ने  आज और जोर पकड़ लिया।

इसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू से जागरण ने संपर्क किया तो उन्‍होंने कहा, ‘मैं कोई नाराज-वराज नहीं हूं। मैं तो अपने दफ्तर में हूं। ऑपरेशन के कारण डॉक्‍टरों ने उनको बोलने से मना किया हुआ था। मैं पार्टी के प्रति पूरी तरह निष्‍ठावान हूं।’ बता दें कि सिद्धू को लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के स्‍टार प्रचारकों में माना जाता है। उनकी देश के विभिन्‍न हिस्‍सों में प्रचार के लिए मांग है, लेकिन जानकारी के अनुसार अभी उनको उत्‍तर प्रदेश में ही प्रचार के लिए कहा गया है। पिछले दिनों पांच राज्‍यों में हुए विधानसभा चुनावों में सिद्धू ने कांग्रेस के लिए धुआंधार प्रचार किया था।

बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू पिछले दिनों पाकिस्‍तान को लेकर दिए बयानों के कारण विवादों में आ गए थे। उन्‍होंने अपने मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के बयान के उलट बयान देकर हलचल मचा दी थी। पुलवामा में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 44 जवानों के शहीद होने के बाद इसके लिए पाकिस्‍तान को दोषी नहीं मानने के उनके बयान का तो देशभर में विरोध हुआ था। माना जाता है कि इस कारण उनकी कॉमेडी शो ‘कपिल शर्मा शो’ से उनकी विदाई हो गई।

इससे पहले भी वह कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के मना करने के बावजूद पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वहां गए थे। वहां पाकिस्‍तान के सेना प्रमुख से गले मिलने के कारण वह निशाने पर आ गए थे। उनके खिलाफ विरोधी दलों के नेताओं के साथ-साथ पंजाब के कई कांग्रेस नेताओं ने भी मोर्चा खोल दिया था।

]]>
पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू निशाने पर आने के बावजूद पाकिस्‍तान राग समाप्‍त नहीं हो रहा है http://www.shauryatimes.com/news/32597 Sun, 17 Feb 2019 07:35:37 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=32597 पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू निशाने पर आने के बावजूद पाकिस्‍तान राग समाप्‍त नहीं हो रहा है। पुलवामा आतंकी हमले में 44 जवानों की शहादात के बावजूद वह पाकिस्‍तान को क्‍लीनचिट ही नहीं दे रहे बल्कि उससे दोस्‍ती कायम रखने कर बात कर रहे हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस में भी आवाज उठ रही है। अपनी ही पार्टी में उन्हें बर्खास्त करने की मांग उठने लगी है। लुधियाना से पार्टी महासचिव पवन दीवान ने सिद्धू को कैबिनेट से बर्खास्त कर उन पर देशद्रोह का केस दर्ज करने की मांग की है।

लुधियाना से कांग्रेस महासचिव की मांग- सिद्धू को कैबिनेट से बर्खास्‍त कर देशद्रोह का केस दर्ज हो

बता दें कि सिद्धू शनिवार को फिर कहा कि अातंक के लिए किसी भी देश अौर व्यक्ति को विशेष जिम्मेवार नहीं ठहराया जा सकता। सिर्फ चार अातंकियों के हमले के चलते दो देशों में बढ़ रहे विकास एवं दोस्ती पर असर नहीं पड़ना चाहिए। सिद्धू के बयान के विरोध में लुधियाना और अमृतसर सहित राज्‍य में कई जगह प्रदर्शन हुए। पंजाब भाजपा ने भी सिद्धू पर जमकर निशाना साधा है और उनको मंत्रिमंडल से बाहर करने की मांग की है।

जिद पर अड़े सिद्धू बोले, चार अातंकियों के चलते नहीं टूटनी चाहिए दोनों देशों में दोस्ती

सिद्धू ने लुधियाना में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अातंकी हमले करने वाले अातंकवादियों का मकसद दोनों देशों के बीच दरार डालना है। उन्होंने कहा कि एेसे हमलों से करतारपुर कॉरिडोर का काम नहीं रुकना चाहिए। सिद्धू ने कहा, मैं देशभक्त हूं, इस पर सवाल उठाने का हक किसी को नहीं है। मेरा कहना है कि दो देशों के विकास के मुद्दों पर अातंकवाद भारी नहीं पड़ना चाहिए।

लुधियाना के पार्क प्लाजा में एक कार्यक्रम में पहुंचे सिद्धू को भाजपा नेताअों व कार्यकर्ताअों ने रोकने की कोशिश की। इस दौरान भाजपा ने सिद्धू के खिलाफ प्रदर्शन किया अौर काले झंडे भी दिखाए। वहीं, भाजपा कार्यकर्ताअों ने सिद्धू के पोस्ट पर कालिख भी पोत दी।

सिद्धू ने कहा कि देश में सभी नेताअों को वीवीअाइपी सिक्योरिर्टी दी जाती है। अगर जवानों का इतना बड़ा काफिला पुलवामा से गुजर रहा था, तो सरकार की तरफ से उनकी सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम करने चाहिए थे। यदि इस पर ध्‍यान दिया जाता आैर कड़ी सुरक्षा की जाती तो अातंकी हमला करने में नाकाम हो जाते अौर इतने जवानों की जिंदगी बच जाती। सिद्धू ने पाकिस्तान के अार्मी चीफ कमर अहमद बाजवा के साथ गले मिलने की बात पर भी अपने पुराने स्टैंड दोहराया।उन्‍हाेंने कहा, मैं तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के निमंत्रण पर गए थे, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी बिना न्यौते के ही पाकिस्तान पहुंच गए थे।

गुलाम नबी आजाद व जाखड़ ने झाड़ा पल्ला
पार्टी के सीनियर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी सिद्धू के बयानों से पल्ला झाड़ लिया है। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह उनका निजी विचार है। कांग्रेस का इससे कोई लेना देना नहीं है। जाखड़ का भी कहना है कि शांति के लिए बातचीत और आतंक एक साथ नहीं चल सकते। यह बात पाकिस्तान को भी समझनी होगी।

सिद्धू ने देश को धोखा दिया: पवन दीवान
पार्टी महासचिव पवन दीवान ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से सिद्धू को पंजाब कैबिनेट से बर्खास्त कर उन पर देशद्रोह का केस दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सिद्धू ने देश को धोखा दिया है। ऐसे गद्दारों के लिए कांग्रेस पार्टी में कोई जगह नहीं है। सिद्धू का बोरिया बिस्तर बांध कर उन्हें भाजपा में वापस भेज देना चाहिए। दीवान को मनीष तिवारी का करीबी माना जातेा है। चंडीगढ़ से मनीष तिवारी और सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर भी टिकट की दावेदार हैं।

नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ लुधियाना में प्रदर्शन करते लोग।

सिद्धू के खिलाफ प्रदर्शन, पोस्‍टर पर कालिख पोती

दूसरी ओर, सिद्धू के आने से पूर्व लुधियाना में विभिन्‍न संगठनों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सिद्धू के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सिद्धू के पोस्‍टर को काला किया। प्रदर्शनकारियों ने यहां एक कार्यक्रम में पहुंचे सिद्धू को काले झंडे दिखाए। अमृतसर में भी लोगों ने सिद्धू के खिलाफ प्रदर्शन किया। अमृतसर में आम आदमी पार्टी के युवा विंग और लोगों ने अटारी में सिद्धू के खिलाफ जम कर नारेबाजी की। आप वर्करों ने कहा, ‘इमरान जिसका यार है, वो देश का गद्दार है।’ उन्होंने सिद्धू को मंत्री पद से हटाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने सिद्धू के पोस्टर व पुतले फूंकने के साथ पाकिस्तान का झंडा भी जलाया। पटियाला में भी लोगों ने सिद्धू का पुतला जलाया।

———-

सिद्धू को भेजी पायल, कहा-इमरान की धुन पर नाचिए

उधर, आतंकी हमले को लेकर बयान के बाद सिद्धू को अभी भी सोशल मीडिया पर निशाना बनाया जा रहा है। लोग सिद्धू पर जमकर गुस्सा निकाल रहे हैं। आम और खास ही नहीं, राजनेताओं और खिलाड़ियों ने भी उनके बयान की निंदा की है। इस बीच दिल्ली के एक भाजपा नेता ने तो उनको ऑनलाइन पायल गिफ्ट कर दी। साथ ही तंज कसा है कि अब आप इमरान की धुन पर नाचिए।

दिल्ली के भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने सिद्धू को ऑनलाइन एक पायल गिफ्ट की है। इसके साथ ही उन्होंने ट्विटर पर लिखा है- सिद्धू जी आपके लिए पायल भेजी है। उपहार में। पहन कर अपने यार, दिलदार इमरान की धुन पर नाचिए। उधर, फेसबुक पर कुछ यूजर्स ने लिखा, सिद्धू ने जो बयान दिया है वह यही बात क्‍या शहीदों के परिजनों के पास जाकर कहने की हिम्मत रखते हैं।

सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने पूछा- क्या पुलवामा हमले के बाद भी सिद्धू पाक को दोषी नहीं मानते। कुछ लोगों ने यह भी मांग कर दी कि निजी चैनल सिद्धू को कपिल शर्मा के शो से बाहर निकाल दें। अमृतसर से एक यूजर ने कहा, हम शर्मिदा है कि हमने सिद्धू को अपना सांसद चुना। कुछ ने लिखा-सिद्धू पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। अगर उन्हें लगता है कि वह भारतीय मुसलमानों को खुश कर रहें हैं, तो वह वास्तव में उनका अपमान कर रहे हैं। 

पूर्व हॉकी ओलंपियन बोले, सिद्धू को खिलाड़ी कहने में शर्म आती है

पूर्व हॉकी खिलाड़ी व ओलंपियन सुजीत कुमार ने लिखा कि अब नवजोत सिंह सिद्धू को खिलाड़ी कहने में शर्म आती है। उनके कमेंट पर कुछ लोगों ने लिखा कि सिद्धू खिलाड़ी के नाम पर धब्बा व देश पर कलंक हैं। 

भाजपा नेता ने कहा, सिद्धू को सोनी टीवी ने निकाला, कांग्रेस भी मंत्री पद से हटाए

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद श्वेत मलिक ने कहा कि आतंकी हमले में शहीद हुए 44 जवानों की शहादत पर समस्त देशवासी शोकाकुल हैं। पूरी दुनिया जानती है कि भारत में करवाए जा रहे आंतकी हमलों के पीछे पाकिस्तान का हाथ है और वह ही आतंकवादियों की शरणस्थली है।  पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को ही पाकिस्तान पाक व साफ लगता है।

उन्‍होंने कहा कि सिद्धू के पाकिस्तान प्रेम को देखते हुए वह इस घटना पर शहीद जवानों के परिवारों के साथ सहानुभूति व्यक्त करने के बजाय पाकिस्तान को क्लीनचिट देने पर सिद्धू का सामाजिक बहिष्कार कर देना चाहिए। जब सिद्धू पाकिस्तान गए थे, तब उन्होंने वहां पर मंच से कहा था जीवे जीवे पाकिस्तान। कांग्रेस को तो तभी सिद्धू को बाहर निकाल देना चाहिए था।

मलिक ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवादी हाफिज सईद, दाउद इब्राहिम जैसे आंतकियों व अपराधियों को शरण दे रखी है और सिद्धू पाकिस्तान का गुणगान कर रहे हैं। इसी रवैये की वजह से सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाले द कपिल शर्मा शो से सिद्धू को बाहर कर दिया गया है। जो स्वागत योग्य है। उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपील की है कि सिद्धू को बिना किसी देरी के मंत्री पद से हटाया जाए और कांग्रेस से बाहर किया जाए।

]]>