पुलवामा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Sun, 12 Jan 2020 06:54:05 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 पुलवामा में सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेरा, मुठभेड़ जारी http://www.shauryatimes.com/news/73678 Sun, 12 Jan 2020 06:54:05 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=73678 जम्मू कश्मीर के त्राल पुलवामा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच रविवार सुबह मुठभेड़ शुरू हो गई।  खबरों के अनुसार जवानों ने 2-3 आतंकियों को घेर लिया है। फिलहाल, दोनों तरफ से गोलीबारी जारी है।हालांकि, अभी तक किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं है।

शुरुआती जानकारी के अनुसार, पुलवामा के त्राल में छिपे हुए आतंकियों ने सर्च ऑपरेशन के दौरान सेना पर फायरिंग की। इसके बाद दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा बलों ने रविवार सुबह दक्षिणी कश्मीर जिले में त्राल के गुलशनपोरा इलाके में एक घेरा और तलाशी अभियान शुरू किया। दरअसल, उन्हें आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। उन्होंने कहा कि जब सेना का सर्च ऑपरेशन जारी था तब आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी की, जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई। दोनों के बीच गोलीबारी जारी है।बताया जा रहा है कि अभी भी इलाके में दो से तीन आतंकी छिपे हुए हैं। पुलिस और सेना की संयुक्त टीमें सर्च ऑपरेशन में जुटी हैं।

गौरतलब है क ये मामला ऐसे वक्त सामने आया है जब कुलगाम में चेकिंग के दौरान एक गाड़ी से हिज्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। खबरों के अनुसार, आतंकियों के साथ उस कार में जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक उपअधीक्षक (डीएसपी) भी मौजूद था। सुरक्षाबलों ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है।अधिकारियों ने बताया कि डीएसपी आतंकियों को घाटी से बाहर निकालने में मदद कर रहा था। कहा जा रहा है कि डीएसपी की मदद से आतंकी दिल्ली में प्रवेश करने वाले थे। वहीं, दूसरी तरफ डीएसपी के घर पर छापेमारी में 3 एके-47 और  5 ग्रेनेड बरामद हुई हैं।

इसी हफ्ते मंगलवार को भी पुलवामा जिले के अवंतीपोरा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया था। मारे गए आतंकी के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोलाबारूद बरामद हुए हैं।

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पुलवामा में सुरक्षाबलों पर फ‍िर हमला, पत्‍थरबाजों का इलाज कब होगा! http://www.shauryatimes.com/news/31909 Wed, 13 Feb 2019 05:18:44 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=31909 सिस्टम की लापरवाही से लगी आग के बाद उस ख़बर की बात करते हैं, जो हमें हर रोज़ चोट पहुंचाती है और हम भारी मन से इस चोट का विश्लेषण करते हैं. आज जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों ने एक Encounter किया है, जिसमें हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकवादी हिलाल अहमद मारा गया है. ये वही आतंकवादी है, जिसने पिछले साल लश्कर ए तैय्यबा के कमांडर नवीद जट्ट को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाया था. सुरक्षाबलों को अपने मुखबिरों से इस आतंकवादी के छिपे होने की ख़बर मिली थी. जिसके बाद राष्ट्रीय राइफल्स, CRPF और स्थानीय पुलिस ने एक साथ मिलकर इलाके में Cordon And Search Operation शुरू कर दिया. इसी दौरान हिलाल अहमद ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरु कर दी. लेकिन जवाबी कार्रवाई में उसे उसके अंजाम तक पहुंचा दिया गया. इस बीच दुखद ख़बर ये है, कि Encounter के दौरान एक सैनिक को अपने प्राणों की आहुति देनी पड़ी.

हालांकि, हमेशा की तरह इस बार भी Encounter वाली जगह पर पत्थरबाज़ों की फौज ने सुरक्षाबलों के काम में बाधा डालने की कोशिश की. उनकी गाड़ियों पर पथराव किया गया और उन्हें चोट पहुंचाई गई. ये उसी वक्त की तस्वीरें हैं. पत्थरबाज़ी की इन तस्वीरों को देखते वक्त क्या आपने एक चीज़ Notice की? सुरक्षाबलों के जवान अपनी गाड़ियों पर और अपने शरीर पर पत्थर की चोट सहते रहे, लेकिन उनकी बंदूक, एक बार भी पत्थरबाज़ों की तरफ नहीं मुड़ी और अच्छी बात ये है, कि हर बार भारत के सैनिक इन पत्थरबाज़ों के साथ ऐसा ही सभ्य व्यवहार करते हैं. इसके बावजूद कोई उनके काम की तारीफ नहीं करता. बल्कि सब उनका अपमान करते हैं. आपने हमारे देश के बुद्धिजीवियों को, मानव अधिकारों के चैम्पियंस को, डिज़ाइनर पत्रकारों और नेताओं को भारत के सुरक्षाबलों के संदर्भ में एक बात कहते हुए सुना होगा. ये लोग अक्सर जम्मू-कश्मीर में तैनात भारत के सुरक्षाबलों पर आरोप लगाते हैं, कि हमारे जवान घाटी में ‘War Crimes’ करते हैं, लेकिन इनमें से किसी को ये नहीं पता कि ‘War Crime’ का मतलब क्या होता है?

इसलिए आज तस्वीरों और तथ्यों की मदद से हम इस शब्द को Decode करेंगे. इसके लिए एक तरफ हम पाकिस्तान की सेना को रखेंगे। और दूसरी तरफ होंगे भारत के सुरक्षाबल. इन दिनों Social Media पर पाकिस्तान की सेना के एक Video की चर्चा हो रही है, जिसमें वो बलोचिस्तान के एक निहत्थे Activist को Point-Blank Range यानी बहुत क़रीब से गोली मारते हुए दिखाई दे रहे हैं. और खुद पाकिस्तान के लोग और वहां के पत्रकार इसे War Crime कह रहे हैं. सबसे पहले इस शब्द का मतलब समझिए.

War Crime एक ऐसा जघन्य अपराध होता है, जिसमें कोई व्यक्ति युद्ध के नियमों के खिलाफ जाकर अनैतिक कार्रवाई करता है. जानबूझकर किसी आम नागरिक या युद्ध बंदी को प्रताड़ित करना, उनकी हत्या करना, उनकी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, उन्हें बंधक बनाना, बलात्कार करना और बच्चों को सैनिकों की तरह इस्तेमाल करने जैसे अपराध, War Crimes के अंतर्गत आते हैं.

आपने War Crime का मतलब तो समझ लिया. अब पाकिस्तान की सेना का ये Video देखिए और War Crime की परिभाषा के तहत आने वाले जघन्य अपराधों को याद कीजिए. एक निहत्थे व्यक्ति को Point-Blank Range से लगातार गोलियां मारना. यही है पाकिस्तान और वहां की सेना का चरित्र और सही मायने में ये War Crime का सबसे बड़ा और वीभत्स उदाहरण है. दूसरी तरफ भारत के सुरक्षाबलों का काम करने का तरीका बिल्कुल अलग है.
आज आप वर्ष 2017 की ये तस्वीर एक बार फिर देखिए.

दो साल पहले, कश्मीर घाटी में हुए उपचुनाव के बाद, जब CRPF के जवान पोलिंग बूथ से अपनी Duty करके वापस लौट रहे थे, उस वक्त उनका घोर अपमान हुआ था. CRPF के जवानों का मनोबल तोड़ने के लिए उस वक्त पत्थरबाज़ों ने उनके सामने Go India Go Back के नारे लगाए थे, लेकिन सुरक्षाबल चुपचाप आगे बढ़ते रहे. उसी दौरान किसी ने हाथ में मोटी सी लकड़ी लेकर उन्हें मारने का इशारा भी किया, फिर भी वो चुप रहे. एक पत्थरबाज़ ने एक जवान को पैर से मारा. फिर भी उस जवान ने संयम से काम लिया और किसी को कुछ नहीं कहा. एक जवान के हाथ में मौजूद Helmet को पैर से ठोकर मारकर गिरा दिया गया. फिर भी वो चुपचाप चलता रहा. दो साल पहले CRPF के जवानों को इन्हीं पत्थरबाज़ों ने थप्पड़ भी मारा था और उस वक्त वहां मौजूद दूसरे पत्थरबाज़ सीटियां बजाकर सुरक्षाबलों को उकसाने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन हमारे देश के जवानों ने अपमान का कड़वा घूंट पीने के बावजूद, किसी से कुछ नहीं कहा था.

हमें लगता है, कि सहनशीलता की इससे बड़ी मिसाल नहीं हो सकती, क्योंकि हाथों में अत्याधुनिक हथियार होने के बावजूद, भारत के सैनिक कभी भी पत्थरबाज़ों पर हमला नहीं करते. इसके बावजूद टुकड़े-टुकड़े गैंग का समर्थन करने वाले लोग, इन्हीं सैनिकों पर War Crimes में शामिल होने का आरोप लगाते हैं. हैरानी की बात ये है कि इन लोगों को पाकिस्तान की सेना का असली चेहरा दिखाई नहीं देता. पुलवामा में आज जो कुछ भी हुआ उस पर भी आपने किसी बुद्धिजीवी को ये कहते हुए नहीं सुना होगा कि इन पत्थरबाज़ों का इलाज करना होगा. ये बुद्धिजीवियों का दोहरा चरित्र है और आज इस चरित्र को पहचानने की ज़रूरत है.

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पुलवामा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच में मुठभेड़, दो आतंकी हुए ढेर http://www.shauryatimes.com/news/30169 Fri, 01 Feb 2019 06:23:54 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=30169  जम्‍मू-कश्‍मीर के पुलवामा इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो आतंकियों को मार गिराया गया है. मारे गए दोनों आतंकियों की पहचान शाहिद अहमद बाबा और अनीयत अहमद जिगर के रूप में हुई है. आतंकी शाहिद राजपोरा के दरबगाम और अनीयत अहमद जिगर पुलवामा के अरिहाल इलाके का रहने वाला है. मौके से सुरक्षा बलों ने एक इंसास और एक पिस्‍टल बरामद की है. इलाके में अन्‍य आतंकियों के मौजूद होने की संभावनाओं के चलते सुरक्षाबलों का सर्च अभियान अभी जारी है.

सूत्रों के अनुसार, सीआरपीएफ की इंटेलीजेंस यूनिट को पुलवामा के त्रुबगाम इलाके में आतंकियों के मौजूद होने की सूचना मिली. सूचना मिलते ही सीआरपीएफ ने इस जानकारी को सेना और जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस के साथ साझा किया. गुरुवार देर रात सीआरपीएफ की 182-183 बटालियन, 44 राष्‍ट्रीय राइफल्‍स और जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस के स्‍पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने इलाके की घेराबंदी शुरू कर दी.

सूत्रों के अनुसार, खुद को सुरक्षाबलों से घिरा पाकर आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. आतंकियों द्वारा लगातार की जा रही फायरिंग के बावजूद सुरक्षाबल आतंकियों से सरेंडर के लिए कहते रहे, लेकिन आतंकी नहीं माने. मजबूरन सुरक्षाबलों को आतंकियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी. गुरुवार रात्रि करीब 11.30 बजे शुरू हुई इस कार्रवाई में दो आतंकियों को मार गिराया गया.

मुठभेड़ से जुड़े वरिष्‍ठ अधिकारी के अनुसार, तलाशी के दौरान मौके से दो आतंकियों के शव बरामद किए गए. इन दोनों के कब्‍जे से एक इंसास (INSAS) राइफल और एक पिस्‍टल बरामद की गई है. वहीं, सूत्रों के अनुसार, मारे गए दोनों आतंकियों के अलावा एक और आतंकी मौके पर था. जिसकी तलाश में सुरक्षाबलों ने अपना सर्च ऑपरेशन जारी रखा है.

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पुलवामा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, दो आतंकी ढेर, हथियार बरामद http://www.shauryatimes.com/news/20502 Thu, 29 Nov 2018 05:40:22 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=20502  जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए. जानकारी के मुताबिक, सुरक्षाबलों ने बुधवार (28 नवंबर) को देर रात अवंतीपुरा इलाके के शारशाली गांव में ऑपरेशन शुरू किया था, जिसमें दो आतंकी मारे गए हैं. सुरक्षाबलों ने आतंकियों के पास गोला-बारूद भी बरामद किए हैं, हालांकि अबतक आतंकियों की पहचान नहीं हो सकी है.

जम्मू-कश्मीर में स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर सेना एक के बाद एक आतंकियों को ठिकाने लगाने में लगी हुई है. बुधवार (28 नवंबर) सुबह सेना ने लश्कर के कमांडर आतंकी नवीद जट समेत दो आतंकियों को ढेर किया था. इस ऑपरेशन के बाद सीआरपीएफ डीजी आर आर भटनागर ने कहा कि यह हमारी एक बड़ी कामयाबी है. 

वहीं, मंगलवार को भी घाटी के दक्षिण कश्मीर में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया था. इस मुठभेड़ में सेना का एक जवान भी शहीद हो गया. कुलगाम के रेडवानी इलाके में आधी रात को शुरू हुई एक मुठभेड़ में दो आतंकवादी फंस गए थे. एक सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने पुलिस के साथ यह साझा अभियान शुरू किया था. सोमवार देर रात करीब 2 बजे रेडवानी गांव के इस इलाके के एक मकान में छुपे आतंकियों ने तलाशी दल पर गोलियां चलाई थीं. सुरक्षाबलों ने तत्काल जवाबी कार्रवाई की. देर रात शुरू हुई मुठभेड़ मंगलवार सुबह 9 बजे तक चली. 

आपको बता दें कि पिछले कुछ हफ्तों से घाटी में आतंकवाद विरोधी अभियानों में तेजी आई है. पिछले चार दिनों में दक्षिण कश्मीर में 16 आतंकवादी मारे गए हैं. 25 नवंबर को शोपियां जिले में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के छह आतंकवादियों को ढेर कर दिया था. इसी दिन त्राल में भी एक पाकिस्तानी आतंकी को ढेर किया गया था. इससे पहले 23 नवंबर को अनंतनाग जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में छह आतंकवादी मारे गए थे. इस साल घाटी में 222 आतंकवादी मारे गए हैं.

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