मनोज सिन्हा ने दिखाई हरी झंडी – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Wed, 09 Jan 2019 18:31:28 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 ऐशबाग-सीतापुर रूट पर दौड़ी पैसेंजर ट्रेन, मनोज सिन्हा ने दिखाई हरी झंडी http://www.shauryatimes.com/news/26906 Wed, 09 Jan 2019 18:31:28 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=26906 लखनऊ : ऐशबाग-सीतापुर रूट पर बुधवार को रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने एक स्पेशल पैसेंजर ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सीतापुर-ऐशबाग के नए ब्रॉडगेज रूट का भी लोकार्पण किया।
मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी (सीपीआरओ) ने बताया कि आखिरकार 133 साल पुराने ऐशबाग-सीतापुर रूट पर बुधवार को नए युग का आगाज हो गया। मीटरगेज (छोटी लाइन) ट्रेनों की छुकछुक की जगह तेज रफ्तार ब्रॉडगेज (बड़ी लाइन) की ट्रेन हवा से बात करती नजर आई। उन्होंने बताया कि ऐशबाग-सीतापुर रूट पर रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने एक स्पेशल पैसेंजर ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस ट्रेन में सैकड़ों यात्रियों ने सफर किया।

रेल राज्य मंत्री ने कहा कि ऐशबाग-सीतापुर रूट पर अमान परिवर्तन होने से यात्रियों को बहुत सुविधाएं मिलेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में रेल सेवाओं में सुधार किया जा रहा है। जो ट्रेनें गोरखपुर से लखनऊ होकर निकलती थी, अब वो सीधे सीतापुर होकर गुजरेंगी। इस रूट पर और ट्रेनें भी बढ़ेंगी। यहां के यात्रियों को बेहतर रेल नेटवर्क का फायदा भी जल्द ही मिलने लगेगा। इसके साथ ही मैलानी तक अमान परिवर्तन कार्य पूर्ण कर रेल संचालन शुरू किया जाएगा।
सीपीआरओ ने बताया कि रेल राज्यमंत्री सुबह जेट एयरवेज के विमान से सुबह 10:40 बजे लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से सड़क मार्ग से वह सीतापुर जिले के खैराबाद (अवध) स्टेशन आए। इसके बाद सीतापुर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सीतापुर-ऐशबाग नए ब्रॉडगेज रूट का लोकार्पण किया। इसके बाद स्पेशल ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। दरअसल, ऐशबाग से सीतापुर के बीच 13 मई 2016 को आखिरी ट्रेन नैनीताल एक्सप्रेस ने अपना सफर तय किया था। यह ट्रेन टनकपुर से वापस आयी थी। तब से यह रूट बंद था। ऐशबाग-सीतापुर सेक्शन पर 88.25 किलोमीटर लंबे रूट का अमान परिवर्तन 374 करोड़ रुपये से किया गया है। इस रूट पर 41 क्रासिंग, छह सीमित ऊंचाई वाले सब-वे, आठ रोड डायवर्जन और सात स्टेशनों पर पैदल पुलों का निर्माण किया गया है।

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