मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद से दहशत में जी रहे जेल में बंद ‘बड़े डॉन’ – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Tue, 16 Oct 2018 06:23:11 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में पुलिस ने सुनील राठी के खिलाफ सोमवार कोCJM कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी. http://www.shauryatimes.com/news/14561 Tue, 16 Oct 2018 06:23:11 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=14561 पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपित सुनील राठी के खिलाफ सोमवार को सीजेएम कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस मामले में राठी की अदालत में पेशी थी, लेकिन पुलिस उसे लेकर नहीं पहुंची।

गत नौ जुलाई की सुबह बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। जेल में बंद कुख्यात सुनील राठी ने अफसरों के सामने बजरंगी की हत्या करना कुबूल किया था। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर जेल के सेफ्टी टैंक से एक पिस्टल, दो मैग्जीन और 22 कारतूस बरामद किए थे। तत्कालीन जेलर यूपी सिंह ने खेकड़ा थाने में राठी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। असलाह बरामदगी का मुकदमा पुलिस ने अपनी ओर से आम्र्स एक्ट में दर्ज किया था।

उधर, मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह, रिटायर्ड डिप्टी एसपी जेएम सिंह के अलावा प्रदीप कुमार उर्फ पीके, महाराज सिंह, विकास उर्फ राजा पर हत्या कराने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधिकारियों से शिकायत की थी।

विवेचक खेकड़ा थानाध्यक्ष एसपी सिंह ने आम्र्स एक्ट के केस की विवेचना पूरी कर छह सितंबर को सुनील राठी के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी थी। विवेचक ने अब राठी के खिलाफ हत्या के केस में भी चार्जशीट अदालत में पेश कर दी। एसपी सिंह ने बताया कि अभी सुनील राठी के खिलाफ ही अदालत में आरोप पत्र दाखिल हुआ। केस की विवेचना जारी है। राठी जेल से अदालत में पेशी पर नहीं आया।

नहीं हो पाया राजफाश, कौन सी पिस्टल से मारा गया बजरंगी

माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या में कौन सी पिस्टल प्रयोग हुई, यह राज आज तक भी राज बना है। आगरा लैब में फॉरेंसिक जांच की प्राथमिक रिपोर्ट के मुताबिक, मौके से बरामद कारतूस और गटर से मिली पिस्टल के बोर भी आपस में मेल नहीं खा रहे थे। इससे साफ है कि बजरंगी की हत्या किसी दूसरी पिस्टल से की गई।

पुलिस कुख्यात सुनील राठी के बयान पर ही अटकी हुई है। पुलिस का मानना है कि जेल के सेफ्टी टैंक से बरामद पिस्टल से ही मुन्ना बजरंगी की हत्या की गई। सवाल यह है कि जेल में पिस्टल, दो मैग्जीन और 22 कारतूस आखिर पहुंचे कैसे।  

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मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद से दहशत में जी रहे जेल में बंद ‘बड़े डॉन’ http://www.shauryatimes.com/news/5826 Sat, 14 Jul 2018 05:34:08 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=5826 उत्तर प्रदेश की बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद से सूबे की जेलों में बंद बड़े डॉन दहशत में जी रहे हैं. वो न तो अपनी हाई सिक्योरिटी सेल से बाहर निकलते हैं और न ही पेशी में जाने को तैयार होते हैं. बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद से अपनी हाई सिक्योरिटी सेल से बाहर नहीं निकले हैं.मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद से दहशत में जी रहे जेल में बंद 'बड़े डॉन'

मुख्तार अंसारी अब बांदा जेल में मुलाकात करने आने वाले लोगों से भी नहीं मिल रहे हैं. झांसी जेल में बंद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के टेरर कहे जाने वाले सुंदर भाटी ने मुन्ना बजरंगी की जेल में हुई हत्या के बाद पेशी पर जाने से मना कर दिया है. बुधवार को सुंदर भाटी को एक मामले में सुनवाई के लिए गाजियाबाद कोर्ट में जाना था, लेकिन पुलिस कस्टडी में भी सुंदर भाटी ने जाने से मना कर दिया.

जेल में बंद बड़े डॉन और अपराधियों में इस बात की दहशत है कि जेल के भीतर अगर वह मारे जा सकते हैं, तो जेल के बाहर तो कुछ भी हो सकता है. मुख्तार अंसारी के परिजनों ने औपचारिक तौर पर कैमरा पर कोई बात तो नहीं कही, लेकिन इशारों में वो इस बात को कह रहे हैं कि अगर जेल के भीतर भी सुरक्षा की गारंटी नहीं है, तो ऐसे में मुख्तार की सुरक्षा को लेकर चिंता होना लाजमी है.

गौरतलब है कि इसी साल जनवरी में बांदा जेल में अचानक अफवाह फैली थी कि मुख्तार अंसारी को जहर दे दिया गया है. हालांकि बाद में यह खबर आई कि मिलने गई पत्नी और मुख्तार दोनों को हार्ट अटैक आया है. इसके बाद दोनों को लखनऊ लाया गया था, जहां PGI में जांच के बाद स्वस्थ होने पर उन्हें वापस बांदा जेल भेजा गया था.

यही वजह है कि मुख्तार अंसारी बांदा जेल के हाई सिक्योरिटी सेल के 16 नंबर बैरक से बाहर नहीं आ रहे हैं. चाहे बबलू श्रीवास्तव हो या फिर सुभाष ठाकुर अलग-अलग जिलों में बंद देश के यह बड़े अपराधी डॉन फिलहाल जेलों में भी खुद को असुरक्षित और असहज महसूस कर रहे हैं. साथ ही इनके परिजन लगातार इनकी सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं.

बहरहाल बागपत में मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद सुनील राठी को बाग़पत जेल से सुदूर बुंदेलखंड के किसी जेल में भेजने की तैयारी चल रही है और जल्द ही उसे दूसरे जेल में शिफ्ट किया जा सकता है.

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