मैंने जो कुछ देखा है – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Sat, 14 Jul 2018 05:52:39 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 मैंने जो कुछ देखा है, उसी को शब्दों में बयां किया- रेहम खान http://www.shauryatimes.com/news/5844 Sat, 14 Jul 2018 05:52:39 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=5844 पाकिस्तान में इमरान खान की बीवी रेहम खान की किताब ने बवाल मचा रखा है. किताब में रेहम खान ने पूर्व क्रिकेटर और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता इमरान खान से जुडी ऐसी ऐसी बातें लिख डाली है जो इमरान के निजी जीवन के उन पन्नो को भी उजागर कर रही जो शायद सार्वजानिक नहीं होने थे. रेहम ने कहा, किसी के पास अगर कोई सबसे ज्यादा कानूनी सुरक्षा है तो वह है ‘सच.’ ये किताब सनसनी और विवादित होकर सुर्खियों में है.पाकिस्तान में इमरान खान की बीवी रेहम खान की किताब ने बवाल मचा रखा है. किताब में रेहम खान ने पूर्व क्रिकेटर और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता इमरान खान से जुडी ऐसी ऐसी बातें लिख डाली है जो इमरान के निजी जीवन के उन पन्नो को भी उजागर कर रही जो शायद सार्वजानिक नहीं होने थे. रेहम ने कहा, किसी के पास अगर कोई सबसे ज्यादा कानूनी सुरक्षा है तो वह है 'सच.' ये किताब सनसनी और विवादित होकर सुर्खियों में है.    उन्होंने कहा, 'किताब, समाज, राजनीति और नीति को प्रभावित करने वाली सभी घटनाओं और अनुभवों के जनता को बताने के लिए पूरी आस्था से लिखा गया है. उन्होंने कहा कि घरेलू हिंसा, यौन शोषण, मतदाता अंधापन और भीड़ के आंदोलन जैसे मुद्दे इसमें शामिल है. उन्होंने कहा कि कुछ भी असाधारण नहीं है और मैंने जो कुछ देखा है, उसी को मैंने शब्दों के जरिए बयां किया है. आने वाले चुनावों के साथ-साथ पुस्तक की रिलीज की सभी अटकलों को खारिज करते हुए, पूर्व पत्रकार ने कहा कि लोग धारणाओं के आधार पर अपना बचाव करेंगे ही.    रेहम ने कहा, 'मैं चारित्रिक हनन और मेरे बारे में बनाई जाने वाली धारणाओं के लिए तैयार हूं. मैं इसकी ज्यादा चिंता नहीं करती. मैं लोगों को बताने और उनको रास्ता दिखाने के लिखा. मैंने साल 2013 में अपना वोट बर्बाद नहीं किया था.'

उन्होंने कहा, ‘किताब, समाज, राजनीति और नीति को प्रभावित करने वाली सभी घटनाओं और अनुभवों के जनता को बताने के लिए पूरी आस्था से लिखा गया है. उन्होंने कहा कि घरेलू हिंसा, यौन शोषण, मतदाता अंधापन और भीड़ के आंदोलन जैसे मुद्दे इसमें शामिल है. उन्होंने कहा कि कुछ भी असाधारण नहीं है और मैंने जो कुछ देखा है, उसी को मैंने शब्दों के जरिए बयां किया है. आने वाले चुनावों के साथ-साथ पुस्तक की रिलीज की सभी अटकलों को खारिज करते हुए, पूर्व पत्रकार ने कहा कि लोग धारणाओं के आधार पर अपना बचाव करेंगे ही.

रेहम ने कहा, ‘मैं चारित्रिक हनन और मेरे बारे में बनाई जाने वाली धारणाओं के लिए तैयार हूं. मैं इसकी ज्यादा चिंता नहीं करती. मैं लोगों को बताने और उनको रास्ता दिखाने के लिखा. मैंने साल 2013 में अपना वोट बर्बाद नहीं किया था.’

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