राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव आजकल पटना स्थित राजद कार्यालय में जमीन पर दरी बिछाकर बैठते हैं – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Tue, 11 Jun 2019 11:08:28 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का आज जन्मदिन है, राबड़ी देवी और बेटे-बेटियों ने लालू को ट्वीट कर दी बधाई http://www.shauryatimes.com/news/45042 Tue, 11 Jun 2019 11:08:28 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=45042  राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का आज 72 वां जन्मदिन है। हालांकि इस बार लालू परिवार की तरफ से कोई बड़ा समारोह नहीं हुआ। तेजस्वी पटना से बाहर हैं उन्होंने ट्वीट कर पिता को जन्मदिन की बधाई दी। राबड़ी देवी और लालू के अन्य बेटियों ने भी लालू को जन्मदिन पर याद किया और अपने-अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया।

तेजप्रताप ने कर दी बड़ी गलती

लेकिन, तेजप्रताप ने जो किया सो किया। ट्विटर पर उन्होंने लालू के जन्मदिन के ट्वीट में 71 वां बर्थडे लिख दिया। उनकी इस भूल से सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह के कॉमेंट कर रहे हैं। दरअसल तेजप्रताप ने जो तस्वीर पोस्ट की है उसमें लालू का 71वां जन्मदिन लिखा हुआ है।

सबने लालू की सेहत के लिए सलामती की दुआ मांगी और उनके जल्द जेल से बाहर आने की प्रार्थना की तो वहीं राबड़ी देवी ने भी ट्वीट कर पति लालू को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। लेकिन, इन सबके बीच लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप ने वादा करने के बावजूद पिता के अधिकारिक जन्मदिन समारोह में शामिल नहीं हुए और कहा कि राजद के छात्र प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में बिजी हैं।

तेजप्रताप ने अपने सरकारी आवास पर ही लालू का बर्थडे मना लिया। पार्टी में छात्र राजद के नेता भी आवास पर मौजूद थे। मौके पर तेजप्रताप ने पिता को याद कर कहा कि अगर लालू जी बाहर होते तो मेरी परेशानियों में मेरी मदद करते।

वादे से मुकरे तेजप्रताप, पार्टी कार्यालय नहीं गए, घर पर मनाया लालू का बर्थडे

बता दें कि तेजप्रताप के राजद कार्यालय नहीं पहुंचने पर राजद नेता मायूस हो गए थे। लालू प्रसाद के रहने पर जन्मदिन राबडी देवी के आवास दस सर्कुलर रोड पर ही मनाया जाता था। लेकिन लालू प्रसाद और तेजस्वी की गैरमौजूदगी में पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने जन्मदिन मनाने का कार्यक्रम पार्टी ऑफिस में रखा।

जन्मदिन के लिए 72 पाउंड का केक भी मंगवाया गया था और पार्टी ऑफिस को फूल माला से सजाया भी गया था। केक काटने का समय 11 बजे तय था और इसके लिए पार्टी ऑफिस मे नोटिस भी लगाया गया था। लेकिन तेजप्रताप यादव के निर्देश पर पार्टी केक काटने का कार्यक्रम 30 मिनट लेट कर दिया गया। यानी साढे ग्यारह बजे केक काटने का कार्यक्रम तय हुआ।

पार्टी ऑफिस में 72 पाउंड का केक साढे 10 बजे पहुंच गया।कार्यकर्ता और नेता भी जुटने लगे। लेकिन अगले डेढ घंटे तक तेजप्रताप यादव का पार्टी ऑफिस में इंतजार होता रहा। लेकिन तेजप्रताप समय देकर भी पार्टी आफिस नहीं पहुंचे। बीतते समय के साथ केक भी गलने लगा। थकहार कर पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने फैसला लिया वो खुद ही काट लें तो बेहतर होगा।

जन्मदिन समारोह में तेजप्रताप यादव के नहीं पहुंचने पर पटना जिलाध्यक्ष देवमुनी यादव ने कहा कि तेजप्रताप यादव छात्र आरजेडी के चुनाव कार्यक्रम में व्यस्त हैं। इसलिए नहीं आ सके। लेकिन कार्यकर्ताओं ने बडे ही उत्साह के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष का जन्मदिन मनाया है और उनकी लंबी उम्र की कामना की है।

तेजस्वी ने भी पिता लालू को दी जन्मदिन की बधाई 

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी अपने पिता को जन्मदिन की बधाई दी. तेजस्वी ने लिखा कि गरीबों के लिए लड़ने वाले लालू जी को अवतरण दिवस की बधाई.

तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया, ‘वंचित, उपेक्षित, उपहासित, उत्पीड़ित और ग़रीब वर्गों के लिए जीवनभर लड़ने वाले योद्धा जन-जन के प्रिय नेता आदरणीय श्री @laluprasadrjd जी को अवतरण दिवस की असीम और अनंत शुभकामनाएँ।

]]>
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव आगामी लोकसभा चुनाव के अपने प्रत्‍याशियों को जेल से ही सिंबल देंगे http://www.shauryatimes.com/news/27507 Sun, 13 Jan 2019 09:19:52 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=27507  राष्‍ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव को जमानत (बेल) नहीं मिलने के बाद लगभग तय हो गया है कि लोकसभा चुनाव के लिए अपने दल के प्रत्याशियों को उन्हें जेल से ही सिंबल देना पड़ेगा। अन्य विकल्पों के लिए उनके पास अब समय नहीं बचा है। हालांकि, बाहर आने के लिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अपील करने की तैयारी कर रखी है।

सिंबल देने का आधिकार केवल लालू को

राजद विपक्षी दलों का महागठबंधन बना श्राारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जनता दल यूनाइटेड (जदयू) व लोक जनशक्ति पार्टी (लाेजपा) के खिलाफ बिहार में लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहा है। लालू यादव की अनुपस्थिति में पार्टी की सारी रणनीति नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बना रहे हैं। लेकिन निर्वाचन आयोग के नियमों और राजद के संविधान के हिसाब से अपने दल के प्रत्याशियों को सिंबल देने का अधिकार केवल लालू यादव के पास है। राजद के रणनीतिकारों को रांची हाईकोर्ट से जमानत के जरिए लालू के बाहर निकलने की उम्मीद थी, किंतु निराशा हाथ लगी है। ऐेसे में अब सारी प्रक्रियाएं जेल से ही पूरी करनी होंगी।

राजद ने नहीं दिया अन्‍य विकल्‍पों पर ध्‍यान

दरअसल, लालू को जमानत मिलने की उम्मीद में राजद ने अन्य विकल्पों की ओर ध्यान ही नहीं दिया। राजद के संविधान के मुताबिक उसके पास अन्य विकल्प भी मौजूद थे। लालू के अंदर रहने की स्थिति में पार्टी के किसी नेता को इसके लिए अधिकृत किया जा सकता था या किसी को राजद का कार्यकारी अध्यक्ष भी मनोनीत किया जा सकता था। किंतु इसके लिए कम से कम छह महीने पहले प्रक्रिया शुरू कर देनी होती।

जाहिर है, प्रत्याशियों को सिंबल देने के लिहाज से दोनों विकल्पों के लिए अब समय बीत गया है। अब अगर किसी को कार्यकारी अध्यक्ष मनोनीत किया जाएगा तो वह पार्टी का अन्य काम तो देख सकता है, लेकिन चुनाव की प्रक्रिया से उसे दूर रहना होगा। अगर समय रहते सावधानी बरती जाती तो सिंबल देने का अधिकार देने के लिए लालू राष्ट्रीय कार्य परिषद की बैठक बुलाकर किसी उपाध्यक्ष को अधिकृत कर सकते थे। ऐसा करके चुनाव आयोग को सूचना देना जरूरी होता और पूरी प्रक्रिया में कम से कम चार से छह महीने का समय लगता।

जेल अधीक्षक करेंगे अभिप्रमाणित

किसी दल का राष्ट्रीय अध्यक्ष अगर जेल में है तो उसके सिंबल बांटने की प्रक्रिया अलग होती है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए ए और बी दो सेटों में पार्टी का सिंबल होता है। सभी प्रत्याशियों से अलग-अलग फॉर्मेट भरवाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष की हैसियत से लालू प्रसाद हस्ताक्षर करेंगे। उसके बाद जेल अधीक्षक उसे अभिप्रमाणित करेंगे। इसी कॉपी का एक सेट प्रत्याशी को दिया जाएगा और दूसरा निर्वाचन आयोग को।

]]>
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव आजकल पटना स्थित राजद कार्यालय में जमीन पर दरी बिछाकर बैठते हैं http://www.shauryatimes.com/news/25820 Thu, 03 Jan 2019 10:27:21 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=25820  राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव आजकल पटना स्थित राजद कार्यालय में जमीन पर दरी बिछाकर बैठते हैं। वहां वे जनता दरबार में आम लोगों की समस्याएं सुनने के बाद संबंधित अधिकारियों से बात कर निदान की कोशिश करते हैं। तेजप्रताप ने jagran.com से अपनी पर्सनल और पॉलिटिकल लाइफ सहित कई मुद्दों पर बातें कीं। उन्‍होंने कहा कि ऐश्‍वर्या से तलाक का फैसला फाइनल है। इसके बाद आगे फिलहाल शादी का इरादा नहीं है। अभी ध्‍यान राजनीति व जनता पर देना है। 
तेजप्रताप ने और क्या कहा, जानिए…

प्रश्न: पत्नी एेश्वर्या से तलाक लेंगे या फैसला बदलेंगे?

उत्तर: मेरा फैसला अटल है। ये फाइनल है, चेंज नहीं होगा। मैं कभी किसी के दबाव में आकर अपनी लाइफ नहीं जी सकता। 

प्रश्न: तलाक के बाद आगे? क्‍या फिर शादी करेंगे?

उत्तर: ये अभी सोचा नहीं है। अभी पूरा ध्यान बिहार की राजनीति और जनता की समस्याओं पर है। 

प्रश्न: शादी के संदर्भ में एक सवाल और… तेजप्रताप पीएम नरेंद्र मोदी बनना चाहते हैं या रामविलास पासवान? 

उत्‍तर: ना मैं नरेंद्र मोदी की तरह बनना चाहता हूं ना ही किसी और की तरह। मेरे पिता लालू यादव जी मेरे आदर्श हैं और मैं उन्हीं की तरह बनना चाहता हूं। उनकी ही तरह गरीब-गुरबों की मदद करना चाहता हूं। बिहार की जनता की सेवा करना चाहता हूं। बिहार से इस निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकना है और यहां महागठबंधन की सरकार बनानी है।

प्रश्न: ज्यादा करीब कौन हैं- मां राबड़ी देवी या पिता लालू यादव? 

उत्तर: मां मुझे बहुत प्यार करती हैं। बचपन से मेरी हर जिद को पूरी करती हैं। मां शुरू से मेरे करीब हैं और उनका आशीर्वाद मुझे मिलता रहता है। आज भी मां मेरे साथ हैं। पापा भी प्यार करते हैं और मैं अपने मां-पापा से बहुत प्यार करता हूं। पापा से मिलने, उनके स्वास्थ्य के बारे में जानने के लिए रिम्स (अस्‍पताल) जाता रहता हूं। 

प्रश्न: तलाक के फैसले में मां-पिताजी साथ हैं? 

उत्तर: मां ने हमेशा मेरा साथ दिया है और आज भी मेरे हर फैसले में मेरे साथ हैं। 

प्रश्न: राजनीति और अध्‍यात्‍म दोनों में क्या अधिक पसंद है?

उत्तर: राजनीति और अध्‍यात्‍म दोनों मेरे जीवन का हिस्सा हैं। राजनीति पसंद है, बचपन से घर का माहौल भी देखा है। लेकिन बचपन से अध्‍यात्‍म की तरफ ज्यादा रूचि रही है। घर में भी पूजा-पाठ करना मेरी दिनचर्या है और मैं अक्‍सर वृंदावन-मथुरा जाता रहता हूं। अन्य धार्मिक स्थल भी पसंद हैं, मुझे इन स्थानों पर जाने से ऊर्जा मिलती है। यहां मेरे हर प्रश्न का जवाब मिल जाता है।

प्रश्न: मथुरा-वृंदावन कब से जा रहे हैं? 

उत्तर: करीब 20 साल से। वो जगह मुझे बहुत पसंद है। जब मेरे पिता रेलमंत्री थे, तभी से जा रहा हूं। मैं उनके साथ जाया करता था। दोनों जगहों से मुझे ऊर्जा मिलती है। जो काम मुझे पसंद आता है मैं वो करता हूं।

प्रश्न: तेजस्वी और आपके बीच विवाद की चर्चा सुर्खियों में रहती है। सच क्‍या है? 
उत्तर: तेजस्वी मेरा छोटा भाई है। मैं उसे बहुत प्यार करता हूं। हम दोनों के बीच कभी कोई विवाद नहीं रहा। ना हो सकता है। जिसको जो कहना है कहे, मैं परवाह नहीं करता। मुझे तेजस्वी को बिहार का अगला मुख्यमंत्री बनाना है और बिहार से नीतीश सरकार को और देश से भाजपा का खात्मा करना है। बस यही मेरा लक्ष्य है।
प्रश्न: बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति पर क्या कहेंगे?
उत्तर: बिहार में कानून व्‍यश्‍वस्‍था की स्थिति दिनोंदिन खराब होती जा रही है। बढ़ते अपराध, हत्या, लूट और महिलाओं के साथ हो रहे अपराध से आम जनता त्रस्त है। पुलिस कुछ नहीं कर पा रही। अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपना काफिला लेकर घूमते हैं और आम जनता मारी जा रही है।  आए दिन नेताओं की भी हत्या हो रही है। अब तो मुझे भी डर लग रहा है कि कौन कहां आकर बम मार दे। मैं भी अब मुख्‍यमंत्री से सुरक्षा के लिए गुहार लगाने वाला हूं।
प्रश्न: राम मंदिर अबतक नहीं बन पाया। क्या कहेंगे?
उत्तर: ये सब भाजपा का राजनीतिक मुद्दा है। वह नहीं चाहती कि मंदिर बने, बस इसमें जनता को उलझाकर रखना चाहती है। वह एक-दूसरे को लड़ाकर अपना हित साधती है। मैं तो चाहता हूं कि मंदिर बने, मस्जिद बने, गुरुद्रारा बने, जहां जिसकी आस्था हो पूजा करे, सब मिल-जुलकर रहें। धर्म की राजनीति करने वाले लोग ही मंदिर-मस्जिद को मुद्दा बनाकर लोगों को बांटने का काम करते हैं।
प्रश्न: आने वाले चुनाव के लिए महागठबंधन की तैयारी कैसी चल रही?
उत्तर: देखिए, तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी ने जैसे भाजपा को पटखनी दी है, उससे महागठबंधन को मजबूती मिली है। आने वाले चुनाव में महागठबंधन की सरकार बनेगी और हर जगह से राजग का खात्मा हो जाएगा। अब जनता इनके झूठ-फरेब को जान चुकी है। आखिर झूठ कितना साथ देगा?
]]>