रिलायंस इंडस्ट्रीज ने फिर रचा इतिहास… – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Thu, 28 Nov 2019 07:01:00 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 रिलायंस इंडस्ट्रीज ने फिर रचा इतिहास… http://www.shauryatimes.com/news/66952 Thu, 28 Nov 2019 07:01:00 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=66952 मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली देश की दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने गुरुवार को नया इतिहास रच दिया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज 10 लाख करोड़ के मार्केट कैप को छूने वाली देश की पहली कंपनी बन गई है। गुरुवार को 10 बजकर 25 मिनट पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी का मार्केट कैप 10,00,604.55 करोड़ रुपये बना हुआ था। इस समय पर कंपनी का शेयर बीएसई पर 0.54 फीसद या 8.50 की तेजी के साथ 1578.25 पर ट्रेंड कर रहा था। इससे पहले पिछले महीने RIL के मार्केट कैप ने 9 लाख करोड़ का आंकड़ा छुआ था।

ऑयल से लेकर टेलिकॉम तक में अपना प्रभुत्व जमा चुकी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने पिछले हफ्ते ही 9.5 लाख करोड़ के मार्केट कैप को छुआ था। वहीं, कंपनी ने 18 अक्टूबर को 9 लाख करोड़ के मार्केट कैप को छुआ था। ऐसा करने वाली आरआईएल देश की पहली कंपनी है। इस तरह कंपनी ने करीब एक महीने में अपने मार्केट कैप में एक लाख करोड़ का इजाफा कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है।

RIL के बाद बाजार में TCS (टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज) दूसरी कंपनी है, जिसका मार्केट-कैप सबसे ज्यादा है। टीसीएस का मार्केट कैप 7.81 लाख करोड़ रुपये है।

यहां आपको बता दें कि आरआईएल ही वह पहली भारतीय कंपनी है, जिसने सबसे पहले 8 लाख करोड़ के मार्केट कैप को छुआ था। कंपनी ने पिछले साल अगस्त में यह कामयाबी हासिल की थी।

बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच के अनुसार, RIL आने वाले दो सालों में 200 अरब डॉलर के मार्केट कैप को छूने वाली पहली भारतीय कंपनी बन सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, आरआईएल को 200 अरब डॉलर तक के M-Cap तक पहुंचने में कई चीजें मदद करेंगीं।

रिपोर्ट के अनुसार, असंगठित किराना स्टोर्स में M-PoS लगाकर खुदरा कारोबार पर पकड़ बनाना जरूरी होगा और कंपनी का माइक्रोसॉफ्ट के साथ SME सेक्टर में उतरना भी महत्वपूर्ण होगा। रिपोर्ट में बताया गया कि मार्केट कैप के इस स्तर तक पहुंचने में जियो फाइबर ब्रॉडबैंड की भी महत्‍वपूर्ण भूमिका होगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज की वैल्यू को डॉलर में देखें, तो यह 140 बिलियन डॉलर है।

]]>