शोध में दावा – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Wed, 23 Dec 2020 08:54:16 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 कम से कम 8 महीने तक रहती है कोरोना वायरस के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता, शोध में दावा http://www.shauryatimes.com/news/95459 Wed, 23 Dec 2020 08:54:16 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=95459 दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी का कहर जारी है। इस बीच कोरोना के खिलाफ इम्युनिटी को लेकर काफी चर्चा हो रही है। एक नए अध्ययन में यद दावा किया गया है कि कोरोना वायरस से ठीक होने के बाद कम से कम 8 महीने तक वायरस के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहती है। नए शोध के मुताबिक, जो लोग कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक हो जाते हैं, उनमें कम से कम आठ महीनों तक पुन: संक्रमण से बचाने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहती है।

यह अध्ययन इस उम्मीद को प्रबल करता है कि कोविड-19 रोधी टीके लंबे समय तक प्रभावी रहेंगे। जबकि पहले के अध्ययनों से पता चला है कि संक्रमण के पहले कुछ महीनों के बाद कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडीज, चिंताओं को बढ़ाते हुए कहते हैं कि लोग जल्दी से प्रतिरक्षा खो सकते हैं।

वैज्ञानिकों के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया में मोनाश विश्वविद्यालय के लोगों सहित, प्रतिरक्षा प्रणाली के भीतर विशिष्ट कोशिकाएं जिन्हें मेमोरी बी कोशिकाएं कहा जाता है, वायरस द्वारा संक्रमण को याद करती हैं, और यदि वायरस को फिर से उजागर किया जाता है, तो तेजी से उत्पादन के माध्यम से एक सुरक्षात्मक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को ट्रिगर करता है।

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चीन की वैक्सीन सिनोवैक तेजी से बढ़ाती है रोग प्रतिरोधक क्षमता, शोध में दावा http://www.shauryatimes.com/news/90652 Wed, 18 Nov 2020 07:02:05 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=90652 चीन की कोरोना वायरस वैक्सीन (COVID-19 Vaccine) सिनोवैक तेजी से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है, लेकिन इसके द्वारा उत्पादित एंटीबॉडी का स्तर संक्रमण से उबरे लोगों की तुलना में कम रहा। इसकी जानकारी बधुवार को प्रारंभिक परीक्षण के परिणाम से मिली है। शोधकर्ताओं ने कहा कि यह टीका पर्याप्त सुरक्षा प्रदान कर सकता है। उन्होंने यह बात अन्य टीकों और मकाऊ पर प्री-क्लिनिकल स्टडी के डेटा के आधार पर कही है।

बता दें कि पिछले दिनों अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर और माडर्ना ने अपनी वैक्सीन के 90 फीसद से ज्यादा असरदार होने दावा किया था। रूस भी अपनी वैक्सीन को असरदार बता चुका है। चीन में कोरोनावैक समेत चार अन्य कोरोना वैक्सीन का अंतिम चरण में ट्रायल चल रहा है। सिनोवैक वैक्सीन की फेज-1 और फेज-2 क्लिनिकल ट्रायल के परिणाम मेडिकल जर्नल द लैंसेट इंफेक्शियस डिजीज में प्रकाशित हुई हैं। ये ट्रायल चीन में हुए और इसमें 700 से अधिक लोग शामिल हुए।

पेपर के लेखकों में से एक झू फेंग्काई ने कहा, ‘हमारे निष्कर्षों से पता चला है कि 14 दिनों के अंतराल पर सिनोवैक वैक्सीन की दो खुराक देने से चार सप्ताह के भीतर तेजी से रोग प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न करने में सक्षम है। हमारा मानना है कि यह महामारी के दौरान टीके को आपातकालीन उपयोग के लिए उपयुक्त बनाता है।

शोधकर्ताओं ने कहा कि फेज -3 ट्रायल के निष्कर्ष यह निर्धारित करने के लिए महत्वपूर्ण होगा कि कोरोनावैक द्वारा उत्पन्न प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया लोगों को कोरोनावायरस संक्रमण से बचाने के लिए पर्याप्त है या नहीं।सिनोवैक का वर्तमान में इंडोनेशिया, ब्राजील और तुर्की में फेज-3 ट्रायल चल रहा है।

बता दें कि दुनियाभर में कोरोना के अब तक पांच करोड़ 53 लाख से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं। वहीं, 13 लाख 32 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। अमेरिका इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां एक करोड़ 12 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। दो लाख 46 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।

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