सर्जिकल स्ट्राइक वाले कैम्पों में फिर से दिखे आतंकी… – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Thu, 27 Sep 2018 05:55:56 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 सर्जिकल स्ट्राइक वाले कैम्पों में फिर से दिखे आतंकी… http://www.shauryatimes.com/news/12268 Thu, 27 Sep 2018 05:55:56 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=12268
जहां एक तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भारत के साथ बातचीत करना चाहते हैं। वहीं आतंकी उनके मंसूबों पर पानी फेरते हुए लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर अपनी संख्या बढ़ा रहे हैं। उच्च खुफिया सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में लगभग 250 आतंकवादी जम्मू और कश्मीर में  27 लांच पैड के जरिए घुसपैठ करने का इंतजार कर रहे हैं। इसमें 8 नए लांचपैड लीपा घाटी में बनाए गए हैं। यह उन रणनीतिक स्थानों में से एक है जिसे भारतीय सेना ने 2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक में तबाह कर दिया था।
जहां एक तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भारत के साथ बातचीत करना चाहते हैं। वहीं आतंकी उनके मंसूबों पर पानी फेरते हुए लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर अपनी संख्या बढ़ा रहे हैं। उच्च खुफिया सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में लगभग 250 आतंकवादी जम्मू और कश्मीर में  27 लांच पैड के जरिए घुसपैठ करने का इंतजार कर रहे हैं। इसमें 8 नए लांचपैड लीपा घाटी में बनाए गए हैं। यह उन रणनीतिक स्थानों में से एक है जिसे भारतीय सेना ने 2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक में तबाह कर दिया था।   उड़ी आतंकी हमले के बाद सितंबर 2016 को भारतीय सेना ने पीओके पर बने लांचपैड को निशाना बनाया था। भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच अमेरिका में हो रही संयुक्त राष्ट्र आमसभा के दौरान द्विपक्षीय वार्ता होनी थी। जिसे कि सेना के जवान के साथ हुई बर्बरता और हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों द्वारा पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद रद्द कर दिया गया था।  हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर में होने वाली हिंसा की घटनाओं में इजाफा हुआ था। जुलाई 2016 में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में वानी को मार गिराया था। पिछले एक साल में पत्थरबाजी और भीड़ हिंसा पर काफी हद तक लगाम लगी है। वहीं पाकिस्तान समर्थित आतंकी समूहों द्वारा जम्मू और कश्मीर के पुलिसकर्मियों को निशाना बनाने और बढ़ती घुसपैठ की कोशिशों में इजाफा हुआ है।  बुरहान वानी की मौत से पहले पीओके में केवल 14 लांचपैड सक्रिय थे जिसमें 160 आतंकी रहा करते थे। लेकिन वानी की मौत के बाद एलओसी में आतंकी ट्रेनिंग गतिविधियों में इजाफा हुआ है। सूत्रों ने बताया कि जहां पहले केवल 160 आतंकी रहा करते थे अब यह संख्या बढ़कर 190 से 230 पर पहुंच गई है। इसके साथ ही पांच आतंकी कैंप बढ़े हैं। इमरान खान को प्रधानमंत्री बनाने वाले चुनाव के दौरान 8 और कैंप बनाए गए हैं।  पीओके में जो 27 लांचपैड सक्रिय हैं उनमें लीपा, चखोटी, बरारकोट, शारदी और जूरा घाटी में लश्कर-ए-तैयबा जबकि बरारकोट और कहूटा के क्षेत्रों में हिजबल मुजाहिद्दीन के कैंप लगे हुए हैं। लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य लीपा, चन्नानियन, मंदौकली और नौखट के जरिए भारत में घुसने की कोशिश में हैं और इनकी संख्या अब 25-30 है। इनके कैंप नौगाम सेक्टर के ठीक सामने हैं। यह क्षेत्र उड़ी और कुपवाड़ा के बीच में है। एक खुफिया अधिकारी के अनुसार लगभग 250 आतंकी भारत में घुसपैठ करने की कोशिश में हैं। 
उड़ी आतंकी हमले के बाद सितंबर 2016 को भारतीय सेना ने पीओके पर बने लांचपैड को निशाना बनाया था। भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच अमेरिका में हो रही संयुक्त राष्ट्र आमसभा के दौरान द्विपक्षीय वार्ता होनी थी। जिसे कि सेना के जवान के साथ हुई बर्बरता और हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों द्वारा पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद रद्द कर दिया गया था।

हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर में होने वाली हिंसा की घटनाओं में इजाफा हुआ था। जुलाई 2016 में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में वानी को मार गिराया था। पिछले एक साल में पत्थरबाजी और भीड़ हिंसा पर काफी हद तक लगाम लगी है। वहीं पाकिस्तान समर्थित आतंकी समूहों द्वारा जम्मू और कश्मीर के पुलिसकर्मियों को निशाना बनाने और बढ़ती घुसपैठ की कोशिशों में इजाफा हुआ है।

बुरहान वानी की मौत से पहले पीओके में केवल 14 लांचपैड सक्रिय थे जिसमें 160 आतंकी रहा करते थे। लेकिन वानी की मौत के बाद एलओसी में आतंकी ट्रेनिंग गतिविधियों में इजाफा हुआ है। सूत्रों ने बताया कि जहां पहले केवल 160 आतंकी रहा करते थे अब यह संख्या बढ़कर 190 से 230 पर पहुंच गई है। इसके साथ ही पांच आतंकी कैंप बढ़े हैं। इमरान खान को प्रधानमंत्री बनाने वाले चुनाव के दौरान 8 और कैंप बनाए गए हैं।

पीओके में जो 27 लांचपैड सक्रिय हैं उनमें लीपा, चखोटी, बरारकोट, शारदी और जूरा घाटी में लश्कर-ए-तैयबा जबकि बरारकोट और कहूटा के क्षेत्रों में हिजबल मुजाहिद्दीन के कैंप लगे हुए हैं। लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य लीपा, चन्नानियन, मंदौकली और नौखट के जरिए भारत में घुसने की कोशिश में हैं और इनकी संख्या अब 25-30 है। इनके कैंप नौगाम सेक्टर के ठीक सामने हैं। यह क्षेत्र उड़ी और कुपवाड़ा के बीच में है। एक खुफिया अधिकारी के अनुसार लगभग 250 आतंकी भारत में घुसपैठ करने की कोशिश में हैं। 

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