सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि भारतीय सेना को नौकरी के रूप में नहीं देखे :नौकरी के लिए रेलवे में जाएं’ – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Fri, 16 Aug 2019 05:34:38 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनया जा सकता http://www.shauryatimes.com/news/52510 Fri, 16 Aug 2019 05:34:38 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=52510 भारत के तीनों सशस्त्र बलों के लिए स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले के प्राचीर से चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को नियुक्त करने की घोषणा की। सीडीएस तीनों सेनाओं के बीच आपसी तालमेल को बेहतर करने का काम करेगा। भारत के रक्षा सुधार के लिए कारगिल युद्ध पर बनी कमेटी की सिफारिश के बाद इसकी मांग की जा रही थी। सीडीएस पांच सितारा जनरल होगा जो थल सेना, वायुसेना और नौसेना के उपर का रैंक होगा। अटकलें हैं कि वर्तमान सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को यह पद दिया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार,एक शीर्ष स्तरीय कार्यान्वयन समिति नवंबर तक सीडीएस के तौर-तरीकों और भूमिका को स्पष्ट करेगी। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ 30 सितंबर को सेवानिवृत्त होंगे जबकि जनरल रावत का कार्यकाल 31 दिसंबर तक है।

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सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि भारतीय सेना को नौकरी के रूप में नहीं देखे :नौकरी के लिए रेलवे में जाएं’ http://www.shauryatimes.com/news/22660 Fri, 14 Dec 2018 06:56:05 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=22660  सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने गुरुवार को यहां कहा कि भारतीय सेना को नौकरी प्रदाता के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. गुरुवार को पुणे पहुंचे सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने ये बात कही. इसके साथ ही उन्होंने बीमारी या दिव्यांगता का बहाना कर ड्यूटी से बचने या लाभ प्राप्त करने वाले जवानों को चेतावनी भी दी. सेना प्रमुख ने ड्यूटी के दौरान वास्तव में दिव्यांग होने वाले पूर्व सैनिकों और सेवारत जवानों को सभी मदद देने का भरोसा दिया. जनरल रावत ने कहा कि अक्सर देखा गया है कि लोग भारतीय सेना को एक रोजगार/नौकरी हासिल करने का जरिया मानते हैं. 

सेनाध्यक्ष ने कहा कि कई लोग नौजवान मेरे पास आते हैं और कहते हैं जी मुझे सेना में नौकरी चाहिए. मैं उन्हें कहता हूं कि भारतीय सेना नौकरी का साधन नहीं है. नौकरी लेनी है तो रेलवे में जाएं या अपना बिजनेस खोल लीजिए. उन्होंने यह बातें एक कार्यक्रम में कहीं जिसमें दक्षिणी कमान, दक्षिण पश्चिमी कमान और केंद्रीय कमान के 600 सेवारत और सेवानिवृत्त विकलांग जवान मौजूद थे.

सेना को रोजगार का मौका समझने वालों को इस सोच से बाहर निकलने की जरूरत है. सेना प्रमुख बिपिन रावत ने आर्मी को रोजगार के तौर पर देखने वाले लोगों को हिदायत देते हुए यह बात कही है. जनरल रावत ने कहा कि लोग सेना को रोजगार का एक मौका समझते हैं, उन्हें इस सोच से बाहर निकलने की जरूरत है. सेना में शामिल होने के लिए उनको शारीरिक और मानसिक दोनों तौर पर मजबूत होना चाहिए. हमेशा कठिन हालातों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए.

सेना ने 2018 को ‘ड्यूटी लाइन में अक्षम सैनिकों का वर्ष’ के तौर पर घोषित किया हुआ है. जनरल रावत ने कहा कि जो जवान और अधिकारी अक्षमता का बहाना करेंगे, उन्हें कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि मैंने सैनिकों और अधिकारियों का एक वर्ग देखा है जो खुद को इस आधार पर अक्षम बताते हैं कि वह उच्च रक्त चाप, हाइपरटेंशन और मधुमेह से पीड़ित हैं. इस आधार पर वह मुश्किल जगहों पर तैनाती से बच जाते हैं.  

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