2019 से पहले किसानों पर फोकस – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Wed, 11 Jul 2018 05:20:08 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 2019 से पहले किसानों पर फोकस, आज पंजाब के मलोट में PM मोदी की रैली http://www.shauryatimes.com/news/5587 Wed, 11 Jul 2018 05:20:08 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=5587 2019 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने अपनी कमर कस ली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार अब सीधे आम लोगों से जुड़ रही है. इसी अगुवाई में पीएम मोदी आज किसानों को साधने की कोशिश करेंगे. पीएम आज पंजाब के मलोट में किसान रैली को संबोधित करेंगे.2019 से पहले किसानों पर फोकस, आज पंजाब के मलोट में PM मोदी की रैली

पंजाब क्यों है जरूरी?

दरअसल, 2019 के चुनाव और किसानों को साधने के हिसाब से पंजाब बीजेपी के लिए सबसे जरूरी है. पंजाब में करीब 90 फीसदी किसान खरीफ की फसल का ही उत्पादन करते हैं, यानी सरकार द्वारा लिए गए फैसले का सबसे ज्यादा लाभ पंजाब के किसानों को होने वाला है. यही कारण है कि मोदी यहां से पूरे देश के किसानों को साध रहे हैं.

केंद्र सरकार के द्वारा हाल ही में खरीफ की फसलों पर एमएसपी को डेढ़ गुना किया गया है, जिसके बाद ये किसानों के साथ पीएम का पहला संवाद होगा. किसानों के मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रही है, बीते दिनों में किसानों का गुस्सा भी सामने आया है. ऐसे में चुनाव से पहले मोदी सरकार किसानों को अपने हक में करना चाहती है, इसके लिए अब प्रधानमंत्री मोदी ने ही मोर्चा संभाला है.

इस दौरान पीएम के साथ अकाली दल के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल भी मंच पर होंगे. अकाली दल ने कुछ दिन पहले बीजेपी को लेकर कुछ तल्खी के संकेत दिए थे. माना जा रहा है कि पीएम के साथ मंच साझा करने से अकाली नेताओं की ये तल्खी कम होगी. इस रैली के जरिए पीएम मोदी पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के एक लाख किसानों को सीधा संदेश देंगे.

दरअसल, किसानों को फसल की लागत का कम से कम डेढ़ गुना दाम दिलाने के वायदे को पूरा करने की दिशा में कदम उठाते हुए सरकार ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 200 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दिया. सरकार ने यह निर्णय ऐसे समय लिया है जबकि कृषि उपजों के दाम गिरने से किसान परेशान हैं और आम चुनाव एक साल के अंदर होने वाले हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों से संबंधित समिति ने 14 खरीफ फसलों के एमएसपी के प्रस्तावों को स्वीकृत किया. धान (सामान्य किस्म) का न्यूनतम समर्थन मूल्य 200 रुपये बढ़ाकर 1,750 रुपये प्रति क्विंटल तथा धान (ग्रेड ए) का न्यूनतम समर्थन मूल्य 160 रुपये बढ़ाकर 1,750 रुपये प्रति क्विंटल कर किया गया है.

इसी तरह कपास (मध्यम आकार का रेशा) का एमएसपी 4,020 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 5,150 रुपये प्रति क्विंटल और कपास (लंबा रेशा) का एमएसपी 4,320 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 5,450 रुपये प्रति क्विंटल पर कर दिया गया. अरहर का एमएसपी 5,450 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 5,675 रुपये प्रति क्विंटल, मूंग का एमएसपी 5,575 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 6,975 रुपये प्रति क्विंटल और उड़द का एमएसपी 5,400 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 5,600 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है.

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