CBI in hamirpur for inquary – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Mon, 25 Nov 2019 17:36:08 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 UP : खनन घोटाले की जांच के लिए सीबीआई टीम ने फिर हमीरपुर में डेरा डाला http://www.shauryatimes.com/news/66602 Mon, 25 Nov 2019 17:36:08 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=66602 मौरंग व्यवसायियों में मचा हड़कंप, सीबीआई के रडार पर आये आरोपी हुए भूमिगत

हमीरपुर : हमीरपुर जिले में अवैध खनन घोटाले को लेकर एक बार फिर से सोमवार को दोपहर सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम ने यहां डेरा डाल दिया है। मौदहा बांध निर्माण विभाग का निरीक्षण भवन टीम के लिये कैम्प आफिस भी बनाया गया है। सीबीआई की टीम के आने की खबर से मौरंग व्यवसायिओं में हड़कंप मच गया है। सीबीआई की टीम हमीरपुर में ढाई साल से अधिक समय तक रही जिलाधिकारी बी.चन्द्रकला आईएएस के जरिये जारी किये गये मौरंग के पट्टों और इससे जुड़े अधिकारियों पट्टेदारों की भूमिका की अब फाइन जांच करेगी क्योंकि इस घोटाले की जांच करने वाली टीम जल्द चार्जशीट दायर करेगी।

प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार ने 2008 बैच की आईएएस बी. चन्द्रकला को हमीरपुर जिलाघिकारी के पद पर 15 अप्रैल 2012 को तैनाती की थी। वह पहली बार जिलाधिकारी बनी थी। आरोप है कि उन्होंने नियमों को ताक पर रखते हुये बिना ई-टेंडरिंग के 49 पट्टे मौरंग खनन के लिये जारी कर दिये थे। इसके बाद उन्होंने दस और पट्टे जारी किये थे। जनपद में मौैरंग खनन के सर्वाधिक पट्टे सपा के एमएलसी रमेश मिश्रा, उनके बड़े भाई दिनेश मिश्रा, बबलू उर्फ अम्बिका को दिये गये थे। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संजय दीक्षित, उनके पिता सत्यदेव दीक्षित व लोनिवि हमीरपुर के रिटायर्ड लिपिक रामऔतार निवासी जालौन को भी तमाम पट्टे दिये गये थे।

आईएएस बी.चन्द्रकला के कार्यकाल में नियमों की अनदेखी कर हुआ था खनन घोटाला

समाजसेवी व याचिकाकर्ता विजय द्विवेदी एडवोकेट ने बताया कि बी. चन्द्रकला जून 2014 तक जिलाधिकारी के रूप में हमीरपुर में रहीं। उनके कार्यकाल में मौरंग खनन का सिंडीकेट भी अंधाधुंध वसूली करता रहा। सिंडीकेट में एमएलसी रमेश मिश्रा समेत तमाम मौरंग व्यवसायी शामिल रहे हैं। हाईकोर्ट के आदेश पर अवैध खनन की चल रही सीबीआई जांच में सैकड़ों लोगों से पूछताछ हो चुकी है। इस साल दो जनवरी को सीबीआई ने महिला आईएएस बी.चन्द्रकला, तत्कालीन खनिज अधिकारी मुईनुद्दीन, सपा एमएलसी रमेश मिश्रा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संजय दीक्षित उनके पिता सत्यदेव दीक्षित अम्बिका उर्फ बबलू, खनिज विभाग के रिटायर्ड लिपिक रामआसरे व पट्टा धारक रामऔतार बाबू समेत 11 लोगों के यहां छापेमारी करने के बाद सीबीआई ने मुकदमा दर्ज किया था। छापेमारी में रामऔतार के घर से करोड़ों की नगदी और सोने के जेवरात बरामद हुये थे।

सोमवार को एक बार फिर सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम ए.एसपी एपी शर्मा के नेतृत्व में हमीरपुर आकर मौदहा बांध के निरीक्षण भवन में डेरा डाल दिया है। सीबीआई अवैध खनन के मामले की नये सिरे से जांच करेगी। निरीक्षण भवन पर पुलिस का पहरा लगाया गया है। इधर सीबीआई टीम के आने की खबर फैलते ही मौरंग व्यवसायिओं में हड़कंप मच गया गया है। सीबीआई के रडार में आ चुके तमाम आरोपित भूमिगत हो गये हैं। इससे पहले मौदहा बांध निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में खनिज विभाग के सर्वेयर और अन्य अधिकारियों ने सीबीआई अधिकारियों का रिसीव किया। लेकिन उनके चेहरे में हवाई उड़ रही थी।

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