cm yogee – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Sat, 21 Dec 2019 07:47:57 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 सीएम योगी ने अमेठी दौरा रद्द किया, यूपी के हालात पर पैनी नजर http://www.shauryatimes.com/news/70433 Sat, 21 Dec 2019 07:47:57 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=70433 हिंसा व आजगनी में 13 लोगों की गई जान, पुलिस ने सिर्फ 8 के मरने की पुष्टि की

लखनऊ : सीएम योगी ने लखनऊ के बाहर जाने के अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर दिये। वे लखनऊ में ही रहकर उपद्रव की घटनाओं पर नजर रखेंगे। शनिवार को उनका अमेठी जाने का कार्यक्रम तय था। उन्होंने उसे भी रद्द कर दिया। सुबह से ही वे एक-एक कर अधिकारियों से हर जगह की स्थिति का जायजा ले रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी बाहर के प्रदेशों से आकर यहां दंगा फैलाने काे लेकर अधिक चिंतित हैं। हालांकि आज पूरे प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है। व्यवस्था सुधारने की पूरी कोशिश की जा रही है।

उधर नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ चल रहे आंदोलन को लेकर शुक्रवार को देर रात तक उग्र प्रदर्शन चलता रहा। इसमें पूरे प्रदेश में हुई हिंसक घटनाओं में कुल 13 लोगों की मौत हो गई, जिसमें आठ साल का एक बच्चा भी है। जानकारी के अनुसार मेरठ में चार, बिजनौर, कानपुर, संभल में दो-दो, मुजफ्फरनगर, फिरोजाबाद व वाराणसी में एक-एक की जान गई है। आईजी कानून व्यवस्था ने आठ की मौत की पुष्टि की है।

चर्चाओं के मुताबिक बहराइच के हसनगंज के खदरा इलाके में गुरुवार को हुए उपद्रव के पीछे सपा के एक कद्दावर स्थानीय नेता का हाथ बताया जा रहा है। खुफिया विभाग ने इसकी रिपोर्ट पहले ही प्रशासन को दे दी थी कि नेता ने बहराइच से 60 उपद्रवियों की टोली बुलाई है। इसके बावजूद पुलिस उपद्रवियों को हिरासत में नहीं ले सकी। न ही उस क्षेत्र को सील ही किया जा सका।। इस कारण उसी इलाके में दोपहर करीब एक बजे उपद्रवियों ने आगजनी की घटना को अंजाम दिया।

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महिला अपराध रोकने में बेहतर काम हुआ, दंड दिलाने के मामले में यूपी पहले नम्बर पर : योगी http://www.shauryatimes.com/news/69356 Fri, 13 Dec 2019 09:32:31 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=69356 सीएम ने पुलिस मुख्यालय में साइबर क्राइम और महिला-बाल अपराध विवेचना कार्यशाला का किया उद्घाटन
महिला और बालकों के प्रति हो रहे अपराध से निपटने के लिए सरकार 218 फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित कर रही है
साइबर अपराध से निपटने के लिए हर रेंज स्तर पर एक-एक साइबर थाना और फॉरेंसिक सेंटर खोला जा रहा है
उत्तर प्रदेश सरकार अपना एक फॉरेंसिक विश्विविद्यालय भी स्थापित कर रही है दोषी अपराधियों को सजा दिलवाने में विवेचना-अभियोजन के बीच तालमेल बेहतर होना चाहिए

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में पिछले दो वर्ष में अपराध रोकने पर काम हुआ है। महिला-बालिकाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए बेहतर काम किया गया। 6 माह में दंड दिलाने के मामले में उत्तर प्रदेश पहले नम्बर पर आया। उन्होंने कहा कि महिला और बालकों के प्रति हो रहे अपराध से निपटने के लिए सरकार राज्य में 218 फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित कर रही है। साइबर अपराध से निपटने के लिए हर रेंज स्तर पर एक-एक साइबर थाना और फॉरेंसिक सेंटर खोला जा रहा है। यही नहीं, उत्तर प्रदेश सरकार का अपना एक फॉरेंसिक विश्विविद्यालय भी स्थापित किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये बातें शुक्रवार को राजधानी में गोमती नगर स्थित पुलिस मुख्यालय में साइबर क्राइम और महिला-बाल अपराध विवेचना कार्यशाला के उद्घाटन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि निश्चित ही ऐसे कार्यक्रम साइबर क्राइम, बालकों-बालिकाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों पर रोक लगाने में सहायक होंगे। पूरे देश में महिलाओं से संबंधित अपराध को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही है। साइबर क्राइम को लेकर आम लोगों में नई आशंकाएं जन्म ले रही हैं, इस गंभीर मुद्दे पर देश के सबसे बड़े राज्य में दो दिवसीय कार्यशाला लाभप्रद साबित होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन की ठोस नींव कानून के राज पर ही स्थापित हो सकती है। अगर कानून का राज नहीं है तो सुशासन की परिकल्पना ही अपने आप में बेईमानी है। इसलिए हम सभी को इस पर फोकस करना होगा। अपराधियों के मन में कानून का भय होगा तो स्वभाविक रूप से अपराध कम होंगे। योगी ने कहा कि पिछले दो साल में इस दिशा में बेहतर काम हुआ है। दो साल पहले मैंने यह पता लगाने के लिए एक समिति बनाई थी कि क्या महिलाओं और बच्चों के साथ होने वाले अपराधों की भी समयबद्ध जांच हो रही है? जांच में सामने आया कि जनपद स्तर पर समन्वय की कमी है। अपराधी गिरफ्तार हो रहा है, समय से चार्जशीट दाखिल हो रही है, लेकिन वर्षों से मामले लंबित पड़े हैं। अगर अभियोजन समय पर किया जाता है तो आरोपी को जल्द ही सजा हो सकती है। दोषी अपराधियों को सजा दिलवाने में विवेचना-अभियोजन के बीच तालमेल बेहतर होना चाहिए। अपराध बढ़ने पर कानून को भी सख्त होना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि समय से मिला हुआ न्याय ही न्याय कहलाता है। उन्होंने कहा कि अंतर विभागीय समन्वय से दोषियों के खिलाफ बेहतर कार्रवाई हो सकती है। जिला जज के साथ डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट बैठकर पॉस्को के मामले की वरीयता तय करें। इससे एक अपराधी को समय से दंड दिलवा सकते हैं। मुकदमों में देरी होने पर गवाह के मुकरने से लेकर पीड़ित तक निराश हो जाता है। तत्काल सजा होने पर बड़े पैमाने पर एक सकारात्मक संदेश जाता है। एक बड़े तबके तक साफ संदेश जाता है। जब तक अपराधी के मन में भय नहीं होगा, तब तक वह कानून का सम्मान नहीं करेगा। विवेचना को सही और समय के साथ ठोस तथ्यों के साथ उसे आगे ले जाना चाहिए। कोई बेगुनाह न फंसे, लेकिन कोई अपराधी भी न बच पाए। इसलिए समय पर विवेचना करते हुए चार्जशीट दाखिल करना है। सुशासन की स्थापना में इसकी विशेष भूमिका हो सकती है।

इस मौके पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि अभियोजन को लेकर मॉनिटरिंग लगातार की जा रही है। पॉस्को के केसों की लगातार सुनवाई की जा रही है। ई-प्रणाली लागू करने के लिए टैब-लैपटॉप दिए जा रहे हैं। डीजीपी ओपी सिंह ने कहा- पॉस्को मामले में 13 जनपदों में गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया गया। औरैया में 28, झांसी 81 में दिनों में पॉस्को मामले में सजा दिलवाई गई है।

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Dial 112 : अब लोगों को अलग-अलग नंबर याद करने की जरूरत नहीं : योगी http://www.shauryatimes.com/news/62563 Sat, 26 Oct 2019 12:11:32 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=62563 हमें एकीकृत आपात सेवा के तौर पर 112 को बढ़ाना है आगे
इस सेवा से रिस्पांस टाइम को कम करने में मदद मिलेगी
पब्लिक फ्रेंडली बनकर आमजन के नजदीक पहुंची है पुलिस

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब लोगों को विभिन्न कार्यों के लिए अलग-अलग नंबर याद करने की आवश्यकता नहीं है। सभी आपातकालीन सेवाओं को इंट्रीग्रेटेड करते हुए यह कार्य किया गया है। 108 पर रिस्पांस नहीं मिल रहा है तो 112 डायल कर वही सुविधा प्राप्त किया जा सकता है। इस सेवा के माध्यम से रिस्पांस टाइम को कम करने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को डॉयल 100 भवन में एकीकृत आपात सेवा और वरिष्ठ नागरिक सुरक्षा पहल ‘’सवेरा’’ की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बहुत सारे राज्यों ने डॉयल 100 के परिवर्तित नाम पर शुरू की गई नई आपातकालीन सेवा 112 को पहले ही अंगीकार कर लिया है। जिसे उत्तर प्रदेश में आज शुरू किया जा रहा है। कुछ समय तक डॉयल 100 साथ चलेगी, लेकिन एक समय के बाद यह समाप्त हो जाएगी। हमें एकीकृत आपात सेवा के तौर पर 112 को आगे बढ़ाना होगा। इसे प्रमोट करने लिए आज से ही प्रयास शुरू कर देना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 108, 102 मेडिकल सेवा, 1090 वुमेन पावर हेल्प लाइन, महिला हेल्प लाइन 181, सीएम हेल्प लाइन, फायर, एम्बुलेंस आदि सभी प्रकार की सेवाओं को एक साथ जोड़ने की दिशा में की गई यह पहल अच्छा उदाहरण बन सकती है। 112 के रिस्पांस टाइम को कम करने के लिए इसके रूट चार्ट की व्यवस्था होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा हम देखते हैं कि कई जगहों पर खासकर नगरीय क्षेत्रों में बुजुर्ग पति-पत्नी अकेले रहते हैं। उनका कोई सहारा नहीं होता है। सवेरा पहल उनमें नया विश्वास पैदा करेगा। इसी प्रकार की पहल हमें महिला सुरक्षा की दृष्टि से भी करनी चाहिए और थाना स्तर पर एक सेल गठित करना चाहिए, जो महिला सुरक्षा से जुड़ी हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शांति, सुरक्षा और कानून का राज स्थापित करने के लिए राज्य पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। तकनीक का बेहतर उपयोग करते हुए आमजन के विश्वास को हासिल किया जा सकता है। समय के अनुरूप पुलिस बल में अनेक सुधार किए गए हैं। तकनीक को अंगीकार किया गया है। पब्लिक फ्रेंडली बनकर पुलिस आमजन के नजदीक पहुंची है। उन्होंने कहा कि पुलिस को बिना भेदभाव के प्रत्येक नागरिक के प्रति मानवीय संवेदना का परिचय देते हुए हर हाल में कानून का राज स्थापित हो इस दिशा में कार्य करने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज कुम्भ, वाराणसी में प्रवासी भारतीय दिवस के सफल आयोजन एवं बिना हिंसा के लोकसभा चुनाव के सम्पन्न होने से देश और दुनिया में उत्तर प्रदेश की अच्छी छवि प्रस्तुत हुई है। इन तीनों आयोजनों में पुलिस का व्यवहार और कार्यप्रणाली सबसे बेहतर रही है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज कुम्भ और प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन में आए सभी लोगों ने कहा कि पुलिस का व्यवहार बहुत अच्छा लगा। प्रयागराज कुम्भ में मौनी अमावस्या स्नान करोड़ों लोगी की उपस्थिति में बिना किसी बाधा के सम्पन्न हुआ। पूरे आयोजन में पुलिस ने अपनी दक्षता का परिचय दिया। अब जनता की अपेक्षा पर खरा उतरने की जरूरत है।

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UP Cabinet : अयोध्या दीपोत्सव को राज्य मेला का दर्जा http://www.shauryatimes.com/news/61882 Tue, 22 Oct 2019 09:44:13 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=61882 योगी कैबिनेट ने 13 प्रस्तावों को दी मंजूरी,फिल्म ‘सांड़ की आंख’ को टैक्स फ्री करने का निर्णय

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने दीपावली के अवसर पर अयोध्या में आयोजित होने वाले दीपोत्सव को राज्य मेला का दर्जा प्रदान किया है। राज्य सरकार के इस निर्णय को कैबिनेट ने भी मंगलवार को अपनी मंजूरी दे दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में लोकभवन में मंगलवार को उप्र कैबिनेट की बैठक हुई। इस बैठक में राज्य सरकार के कुल 13 प्रस्तावों पर मुहर लगी। कैबिनेट ने फिल्म ‘सांड़ की आंख’ को टैक्स फ्री करने का निर्णय भी लिया।

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समाज की ऊर्जा को जोड़कर सकारात्मकता के साथ किया गया आयोजन ही पर्व : योगी http://www.shauryatimes.com/news/61542 Sun, 20 Oct 2019 09:51:30 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=61542
  • अगले दो माह अत्यन्त संवेदनशील, अधिकारी बरतें सावधानी
  • 25 अक्टूबर से शुरू होगी ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना
  • सरकारी कर्मचारियों को दीपावली से पूर्व वेतन भुगतान के निर्देश
  • धनतेरस पर बाजारों की भीड़ पर फुट पेट्रोलिंग की रहेगी नजर
  • लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार देर रात अपने सरकारी आवास पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिये धनतेरस, दीपावली, भईयादूज, छठ तथा अन्य त्योहारों को लेकर पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों को सावधानी बरतने तथा सतर्क रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समाज की ऊर्जा को जोड़कर सकारात्मकता के साथ किया गया आयोजन ही पर्व है। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के लिए अगले 02 महीने अत्यन्त संवेदनशील है। इस दौरान सभी जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक अपने-अपने जनपदों में सभी प्रकार की सावधानियां बरतें। धर्मगुरुओं से संवाद स्थापित करें और उकसाने वाली आवांछनीय तत्वों से सख्ती से निपटें। उन्होंने प्रमुख व्यक्तियों की सुरक्षा की समीक्षा हर स्तर पर करने के भी निर्देश दिये। इस साथ ही यूपी से सटे नेपाल बाॅर्डर तथा अन्य राज्यों की सीमाओं पर पूरी सतर्कता बरतने तथा सोशल मीडिया पर प्रभावी निगरानी के भी निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि 25 से 29 अक्टूबर, 2019 तक अयोध्या में आयोजित होने वाले दीपोत्सव (26 अक्टूबर, 2019) तथा धनतेरस, छोटी व बड़ी दीपावली, गोवर्धन, भैय्या दूज के अलावा, छठ पूजा (02 व 03 नवम्बर, 2019), चौदहकोसी व पंचकोसी एवं कार्तिक पूर्णिमा (12 नवम्बर, 2019) आदि त्योहार मनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इन सभी त्योहारों का आयोजन शान्ति और उल्लासपूर्ण वातावरण में सफलतापूर्वक सुनिश्चित करना चाहती है।

    उन्होंने कहा कि पर्व और त्योहार केवल आयोजन नहीं, बल्कि यह अपनी क्षमता आंकने के अवसर भी हैं। कहा कि सभी जनपदों के जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक सभी आवश्यक सावधानियां बरतें। जिला प्रशासन जनता के साथ सकारात्मक रवैया अपनाए, ताकि सभी पर्व हर्षोल्लास के वातावरण में मनाए जा सकें।  मुख्यमंत्री ने कहा कि धनतेरस पर बाजारों में काफी भीड़ होगी। इस देखते हुए सभी बाजारों में फुट पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाए। सीसीटीवी कैमरों को भी स्थापित किया जाए और बड़े व्यापारिक स्थलों पर पुलिसकर्मी तैनात किए जाएं, ताकि लूटपाट की घटनाएं रोकी जा सकें। वे सभी जनपदों के संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करने और आवश्यक कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा त्योहारों के दृष्टिगत पूरे प्रदेश में विद्युत की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने हर स्तर पर सुरक्षा प्रबन्ध चाक-चैबन्द रखने तथा असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगाह रखने के भी निर्देश दिए।

    उन्होंने कहा कि शासन, मण्डल, जनपद, तहसील तथा थाना स्तर के सभी अधिकारी इन त्योहारों को सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाने के लिए अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि पूजा स्थलों पर लगने वाले लक्ष्मी पूजा पण्डालों, रामलीला मंचन आदि के स्थानों के आस-पास साफ-सफाई और सुरक्षा के विशेष प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नदियों के घाटों, सरोवरों आदि पर जल पुलिस, बाढ़ राहत पुलिस के साथ होमगाड्र्स, सिविल डिफेन्स के पदाधिकारियों व सदस्यों की सेवाएं प्राप्त की जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि संचार, अग्निशमन, चिकित्सीय व्यवस्थाओं के साथ-साथ बचाव एवं राहत टीमों का गठन भी सुनिश्चित किया जाए। अभिसूचना इकाइयों के अधिकारियों, कर्मचारियों को सतर्क करते हुए पर्याप्त फीडबैक लिया जाए।

    उन्होंने दीपावली के दौरान जुआ खेलने और शराब पीने से होने वाली घटनाओं पर अंकुश लगाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अवैध शराब की बिक्री किसी भी हाल में न होने पाए। यदि ऐसी शराब की बिक्री से कोई घटना घटित हुई, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने बारूद व पटाखों के कारण होने वाली घटनाओं से निपटने की तैयारियों के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पटाखों की बिक्री लाइसेंसी व्यापारी द्वारा शहर के बाहर खुले स्थान पर ही सुनिश्चित की जाए। साथ ही, ग्रीन क्रैकर्स के इस्तेमाल को प्रोत्साहित किया जाए। इनसे प्रदूषण कम होता है। उन्होंने पटाखा बेचने वालों को अनावश्यक परेशान न करने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने कर्मचारियों की सुविधा के लिए दीपावली से पहले वेतन भुगतान के निर्देश दिए हैं। यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी कर्मचारियों को दीपावली से पहले वेतन मिल जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही अक्षम्य होगी।

    मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 25 अक्टूबर से ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ लागू की जा रही है, जिसका वृहद् आयोजन राज्य तथा जनपद स्तर पर सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि इस योजना की लाभार्थी बालिकाओं के खाते में धनराशि उसी दिन अन्तरित कर दी जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि हर हाल में यह सुनिश्चित किया जाए कि इसमें अपात्र लोग चयनित न हों। वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने निराश्रित व बेसहारा गोवंश की समस्या पर शीघ्रता से प्रभावी नियंत्रण करने के निर्देश दिए। कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि इनसे किसानों की फसलों को कोई नुकसान न हो। साथ ही, इनके कारण होने वाली मार्ग दुर्घटनाओं पर भी नियंत्रण लगाया जाए। बैठक में मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव गृह, पुलिस महानिदेशक, प्रमुख सचिव नगर विकास, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास, प्रमुख सचिव बाल विकास एवं पुष्टाहार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, सचिव मुख्यमंत्री सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

    ]]> सपा-बसपा ने सत्ता को बना दिया था अराजकता और भ्रष्टाचार का पर्याय : योगी http://www.shauryatimes.com/news/61298 Fri, 18 Oct 2019 17:37:12 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=61298 कांग्रेस ने देश को आतंकवाद, नक्सलवाद और अव्यवस्था के अलावा कुछ नहीं दिया
    भाजपा ने वह कर दिखाया जो बाकी दल सत्ता में रहते हुए 70 साल में नहीं कर सके

    अलीगढ़/रामपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने चिरपरिचित अंदाज में शुक्रवार को चुनावी जनसभाओं में कांग्रेस, सपा और बसपा पर जमकर निशाना साधा। प्रदेश में अलीगढ़, रामपुर और सहारनपुर के चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि भाजपा सबके विकास के लिए काम कर रही है। हमारा काम उनको पसंद नहीं आ रहा है जिनके समय में सत्ता सिर्फ अराजकता, भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी का पर्याय थी। इसमें सपा, बसपा और कांग्रेस सब शामिल हैं। विकास इनकी सोच में ही नहीं था। अब जब इनका विकास विरोधी चेहरा उजागर हो गया, तो जनता इनको 2014 से लगातार खारिज कर रही है।  विकास कार्यों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में तीन करोड़ लोगों को अपना घर मिला। आयुष्मान योजना गरीबों के लिए वरदान बन चुकी है। गरीबों को मुफ्त आवास और गैस कनेक्शन दिये गये। प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना का सर्वाधिक लाभ प्रदेश के किसानों को मिला। केंद्र और प्रदेश सरकार किसानों की आय दोगुना करने के लिए लगातार काम कर रही है। किसानों की खुशहाली के जरिये हम चौधरी चरण सिंह का सपना साकार करना चाहते हैं। कांग्रेस ने तो आतंकवाद और भ्रष्टाचार दिया। अनुच्छेद 370 के तहत कश्मीर को विशेषाधिकार देकर बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का अपमान किया।

    मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि भाजपा ने वह कर दिखाया जो बाकी दल सत्ता में रहते हुए 70 साल में नहीं कर सके। भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर वहां के लोगों को समान अधिकार देने का कार्य किया, सदियों पुरानी चली आ रही तीन तलाक की कुप्रथा को भाजपा सरकार ने खत्म किया। ये सब कांग्रेस को हजम नहीं हो रहा है, क्योंकि कांग्रेस ने हमेशा से सत्ता को लूट का जरिया समझा। सपा और बसपा की पूर्ववर्ती सरकारों ने प्रदेश के संसाधनों को जमकर लूटा। इनके समय प्रदेश में गुण्डागर्दी चरम पर थी। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार “एक जिला, एक उत्पाद” के जरिये अलीगढ़ के ताला उद्योग को नया जीवन दे रही है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश और केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में बिना भेदभाव और पारदर्शी तरीके से सभी को लाभान्वित किया जा रहा है।

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    सीएम योगी ने लोकनायक जेपी नारायण व नानाजी देशमुख को दी श्रद्धांजलि http://www.shauryatimes.com/news/60218 Fri, 11 Oct 2019 18:02:10 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=60218
    लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकनायक जय प्रकाश नारायण और समाजसेवी नाना जी देशमुख की जयन्ती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने अपने सन्देश में कहा कि कर्मयोगी नाना जी देशमुख आजीवन पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद दर्शन को साकार करने के लिए प्रयत्नशील रहे। इस उद्देश्य से उन्होंने दीनदयाल शोध संस्थान की स्थापना की। समाजसेवी नाना जी देशमुख द्वारा गांव तथा किसानों के कल्याण के लिए किए कार्य हम सभी को सदैव प्रेरित करते रहेंगे। वहीं लोकजन नायक जय नारायण की जयन्ती पर योगी आदित्यनाथ ने उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।उन्होंने कहा कि लोकजननायक जय प्रकाश नारायण ने स्वाधीनता आन्दोलन में ऐतिहासिक योगदान देने के साथ साथ देश में लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा में अतुलनीय भुमिका निभाई थीं। उनका त्याग और राष्ट्रप्रेम सदैव हम सभी को प्रेरित करता रहेगा।
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    महायोगी गोरखनाथ जी के बगैर भारत की आध्यात्मिक परंपरा शून्य : योगी http://www.shauryatimes.com/news/57798 Thu, 26 Sep 2019 12:05:42 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=57798 सीएम ने हिन्दी संस्थान में त्रिदिवसीय संगोष्ठी का किया शुभारंभ

    लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरुवार को हिन्दी संस्थान के यशपाल सभागार में युग प्रवर्तक महायोगी गोरखनाथ पर केंद्रित त्रिदिवसीय संगोष्ठी का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरे लिए यह विषय अत्यंत महत्वपूर्ण है। हिन्दी के सुप्रसिद्ध कवि सुमित्रानंदन पंत ने ओशो से जब आध्यात्म के बारे में पूछा तो, ओशो ने चार नाम लिए थे, उसमें से महायोगी गोरखनाथ जी का भी नाम था। उन्होंने कहा कि गोरखनाथ जी के बगैर भारत की आध्यात्मिक परंपरा शून्य है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाथ संप्रदाय की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वृहत्तर भारत मे महायोगी गोरखनाथ की महा प्रतिष्ठा है। मैं पिछले 25 वर्ष से इस परंपरा से जुड़ा हूं। जब हम ऐसे महापुरुष के बारे में सोचते हैं। ऐसे में एक ओर सम्प्रदाय और आस्था का पक्ष होता है। दूसरा इतिहास और साहित्य का पक्ष है। दोनों का समन्वय कभी होता है तो कभी नहीं हो पाता है। इस विषय को जानने के लिए सभी में जिज्ञासा होती है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गुरु गोरखनाथ ही नाथ सम्प्रदाय के प्रवर्तक थे। वह शिव स्वरूप माने गए हैं। गुरु गोरखनाथ की मान्यता भारत के साथ पाकिस्तान, अफगानिस्तान, भूटान, नेपाल, बांग्लादेश तथा म्यांमार में भी है। महायोगी गोरखनाथ जी वहां की कई लोकगाथाओं में विद्यमान हैं। उनकी उपस्थिति इतिहास और साहित्य की दृष्टि में अलग-अलग कालखंड में है। देश में कोई भी प्रांत ऐसा नहीं है, जहां महायोगी गोरखनाथ जी का परंपरा विद्यमान नहीं है। उत्तराखंड की जागर पंरपरा भी गोरखनाथ जी से संबंधित है। यह पंरपरा भी आज भी उत्तराखंड में है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सिंगापुर से एक सिख परिवार गोरखपुर मिलने आया। तब उस सिख परिवार ने बताया कि वह पाकिस्तान में ननकाना साहिब में माथा टेकने गया था। वहां उसने पेशावर के पास पहाड़ी पर महायोगी गोरखनाथ को लेकर यात्रा होती है। गोरखनाथ से जुड़ाव पाकिस्तान में भी हैं। भारत के हरेक प्रांत में महायोगी गोरखनाथ जी अनुयायी विद्यमान हैं। उन्होंने कहा कि मलिक मोहम्मद जायसी ने भी अपने यहां गोरखनाथ का मंदिर बनाया था। उनका दृष्टिकोण राष्ट्रप्रेम का रहा है। उनका कोई साम्प्रदायिक दृष्टिकोण नहीं है। जाति व भाषा का बंधन नहीं है। हर भाषा में उनका साहित्य मिलेगा।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि त्रिपुरा में 35 प्रतिशत आबादी गोरखनाथ की अनुयायियों की है। असम की 15 प्रतिशत आबादी गोरखनाथ की अनुयायी है। पूरे देश में नाथ परंपरा के मंदिर मठ और संत-अनुयायी मौजूद हैं। बंगाल, ओडिशा, त्रिपुरा में बड़ी आबादी नाथ सम्प्रदाय से जुड़ी हुई है। महाराष्ट्र में जब संत ज्ञानेश्वर ने ज्ञानेश्वरी लिखी थी। जब उनसे पूछा गया ज्ञान कहाँ से मिला है, तो उन्होंने कहा था कि उनको नाथ परम्परा से यह ज्ञान मिला था। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि नेपाल में तीन कालखंड में उनकी उपस्थिति रही है। काठमांडू में मृगस्थली में एक समय राजा बौद्ध हो गए थे। तब गोरखनाथ खुद नेपाल गए, कहा जाता है कि राजा ने उनकी उपेक्षा की। तब गुरु गोरखनाथ ने वहां मेघों को बांध दिया था। नेपाल में तब 12 वर्ष बारिश नहीं हुई थी। तब राजा ने माफी मांगी। आज तक इसको लेकर वहां हर वर्ष बड़ा आयोजन होता है। उन्होंने कहा कि बलरामपुर के तुलसीपुर में देवीपाटन में नाथ सम्प्रदाय का मंदिर है। यहां आज भी वासंतिक नवरात्र में नेपाल से हजारों श्रद्धालु आते हैं। नेपाल के दान से यह जुड़ाव है। 10 वीं शताब्दी में नवीन नेपाल की स्थापना गुरु गोरखनाथ ने की थी। वहां अभी भी गुरु जी के नाम से मुद्रा है।

    मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोयम्बटूर में मेरे सम्प्रदाय से जुड़े लोग आए थे। मैं मिलने गया। सब लोग नाथ सम्प्रदाय से जुड़े थे। वहां भी लाखों की संख्या में अनुयायी थे। आप जिसे परिजात कहते हैं उसका एक नाम गोरख इमली भी है। मैं एक वैद्य से चर्चा कर रहा था। उन्होंने बताया कि किसी भी औषधि का अर्क होता है। अर्क की एक पद्धति है। गोरख इमली भी उससे जुड़ी है।

    योगी ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ जी का एक पक्ष योग भी है। महर्षि पतंजलि ने योग का दर्शन दिया था। मगर गुरु गोरखनाथ को उसको शुद्धि के रूप में सभी के लिए जरूरी बताया था। उन्होंने इस प्रक्रिया के बारे में बताया था कि इसके सात आयाम हैं। योग के उच्च सोपान तक पहुंचने के लिए उन्होंने आयाम बनाया था। शरीर के सात साधन है। पहला शोधन, जिसमें षट्कर्म होते हैं। दृढ़ता दूसरा जिसमें आसन का अभ्यास। स्थिरता के लिए प्राणायाम, धैर्य। यही क्रियाएं अहम हैं। शरीर के चन्द्र और सूर्य के बीच समन्वय ही हठयोग है। गोरखनाथ कहते हैं कि मन की चंचल वृत्तियों को काबू करना मुश्किल है। इसी कारण आप प्राणों को साधकर प्राणायाम करें।

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    पर्यटन के क्षेत्र में थोड़े प्रयास से निकल सकते हैं बड़े नतीजे : CM योगी http://www.shauryatimes.com/news/56940 Fri, 20 Sep 2019 09:21:35 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=56940 कहा, यूपी जितनी विविधता और संपन्न परंपरा और कहीं नहीं

    लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पर्यटन के लिहाज से उप्र में सर्वाधिक संभावनाएं हैं। काशी, मथुरा, अयोध्या, प्रयागराज, विंध्यधाम, कुशीनगर, सारनाथ और कपिलवस्तु हमारे पास ही हैं। वैविध्यपूर्ण जलवायु, घने जंगल, गंगा-जमुना और सरयू जैसी सदानीरा नदियां इस क्षेत्र की संभावनाओं को और बढ़ा देती हैं। थोड़े से प्रयास से इस क्षेत्र में बहुत कुछ संभव है, पर पूर्व की सरकारों ने इन संभावनाओं के जरिये पर्यटन के विकास का कोई प्रयास ही नहीं किया। शुक्रवार को यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों में न बदलाव का साहस था न सोच। वो सब हमने किया। अर्धकुंभ को कुंभ, इलाहाबाद को प्रयागराज करने के साथ अयोध्या में दीपोत्सव और मथुरा में कृष्ण जन्मोत्सव की परंपरा शुरू की। ब्रज क्षेत्र के समग्र विकास के लिए ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन किया। नतीजा सबके सामने है। आज अयोध्या पयर्टकों की ही नहीं निवेशकों की भी पसंदीदा जगह बन चुकी है। इनवेस्टर्स समिट और जीबीसी में आये निवेश के प्रस्ताव इसके सबूत हैं।

    सरकार का प्रयास तीर्थस्थलों के मूल स्वरूप को जिंदा रखते हुए जमाने के बदलाव के अनुसार वहां पर्यटकों के लिए मूलभूत सुविधाएं और सुरक्षा मुहैया कराना है। ऐसा होने पर पर्यटक/तीर्थाटन करने वाले वहां आएंगे और रुकेंगे तो स्थानीय स्तर पर रोजी-रोजगार के तमाम अवसर भी सृजित होंगे। सरकार यह काम पूरी शिद़दत से कर रही है। प्रयागराज का दिव्य और भव्य कुंभ इसका सबूत है। इस पूरे आयोजन में करीब 24 करोड़ लोग आये। जो भी आया वहां की व्यवस्था का मुरीद बन गया। हर तीर्थस्थल और वहां होने वाले प्रमुख आयोजनों पर उसी तरह की सुविधाएं मुहैया कराना सरकार का मकसद है।

    बतौर मुख्य वक्ता पूर्वी उप्र क्षेत्र के धर्म जागरण प्रमुख अभय कुमार ने कहा कि विकास का पैमाना नये सिरे से तय करना होगा। यह पैमाना भारतीय परंपरा और जरूरत के अनुसार होना चाहिए। भारतीय पंरपरा में मोक्ष की कामना सर्वोपरि रही है। तीर्थाटन का भी यही मकसद था। विकास का पैमाना तय करते समय भी इस पर गौर करना होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद आरके सिन्हा ने की। कार्यक्रम में अलग-अलग क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम करने वालों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में पर्यटन, धमार्थ एवं संस्कृति राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी, अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, मेयर संयुक्ता भाटिया और अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।

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    सीएम ने बाढ़ के दृष्टिगत पूरी चौकसी बरतने के अधिकारियों को दिए निर्देश http://www.shauryatimes.com/news/56645 Wed, 18 Sep 2019 12:07:02 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=56645 लखनऊ : प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा एवं यमुना नदी के किनारे बाढ़ के दृष्टिगत प्रयागराज तथा वाराणसी के अधिकारियों को पूरी चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सभी प्रबन्ध सुनिश्चित करते हुए बाढ़ चैकियों को सक्रिय किया जाए। उन्होंने सम्बन्धित मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी सहित स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को बाढ़ के मद्देनजर सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने बाढ़ से जनहानि एवं पशु हानि को प्रत्येक दशा में रोकने के निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर बाढ़ राहत शिविरों में पहुंचाया जाये। बाढ़ पीड़ितों को हर सम्भव राहत और मदद उपलब्ध करायी जाये। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में बन्धों की लगातार निगरानी करें। उन्होंने कहा कि बन्धों का निरन्तर निरीक्षण सुनिश्चित करें, ताकि किसी भी आपात स्थिति सें प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।

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