kovind – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Fri, 21 Feb 2020 17:21:39 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 महाशिवरात्रि पर कोविंद, मोदी, शाह, नड्डा और राहुल ने देशवासियों को दी शुभकामनाएं http://www.shauryatimes.com/news/78055 Fri, 21 Feb 2020 17:21:39 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=78055
नई दिल्ली : पूरे देश में महाशिवरात्रि का पर्व आज पूरे धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस मौके पर पूरे देश में श्रद्धालुओं ने भगवान शिव की पूजा-अर्चना की तथा भोलेनाथ की नगरी काशी, उज्जैन एवं अन्य स्थानों पर सुबह से ही मंदिरों में लोगों की भीड़ लगी रही। इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत विभिन्न दलों के नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों ने समस्य देशवासियों को शुभकामनाएं दी है। कोविंद ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा ‘महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं। मेरी कामना है कि भगवान शिव का आशीर्वाद सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाए।’ प्रधानमंत्री मोदी ने भी ट्विटर पर दिए बधाई संदेश में कहा है, ‘आप सभी को महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं। बाबा भोलेनाथ के आशीर्वाद से सभी देशवासियों के जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और सौभाग्य आए। ऊँ नम: शिवाय।’

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने महाशिवरात्रि पर देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा है, ‘महादेव से भारत की निरंतर खुशहाली की प्रार्थना करता हूँ। हर हर महादेव।’ भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी ट्वीट कर कहा ‘भगवान शिव हम सभी को अंधकार से निकालकर सद्गुणों से प्रकाशमान करें तथा सुख-शांति, साहस एवं शक्ति प्रदान करें। ॐ नमः शिवाय।’कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी महाशिवरात्रि पर बधाई देते हुए ट्वीट कर कहा है, ‘महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं।’ इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्वीट में कहा है, ‘महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर आप सभी को शुभकामनाएं।’

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सेना दिवस पर राष्ट्रपति कोविंद, नायडू, पीएम मोदी और राजनाथ ने दी बधाई http://www.shauryatimes.com/news/74233 Wed, 15 Jan 2020 09:53:57 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=74233 नई दिल्ली : राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने 72वें सेना दिवस के अवसर पर अपनी शुभकामनाएं दी हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर कहा ‘सेना दिवस के अवसर पर भारतीय सेना के सभी फौजी भाई-बहनों, युद्धवीरों और उनके परिवारों को बधाई। आप हमारे राष्ट्र के गौरव हैं और हमारी आजादी के रखवाले। आपकी सर्वोच्च त्याग भावना ने हमारी संप्रभुता की रक्षा की है, देश का गौरव बढ़ाया है और लोगों की सुरक्षा की है। जय हिन्द।’ उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने ट्वीट कर कहा ‘सेना दिवस के अवसर पर समस्त सैन्य अधिकारियों, सैनिकों तथा भूतपूर्व सैनिकों के शौर्य, राष्ट्र निष्ठा और अनुशासित कर्तव्य परायणता का कृतज्ञ अभिनन्दन करता हूं। सैनिकों के परिजनों के त्याग और धैर्य को प्रणाम करता हूं।’ उन्होंने कहा कि देश की सेनाओं ने, न केवल देश की सीमाओं को निरापद किया है बल्कि आतंकवाद से देश को आंतरिक सुरक्षा भी प्रदान की है। राष्ट्रीय आपदा के समय बचाव कार्यों में आपकी सहायता से प्रभावित लोगों के लिए बड़ी राहत मिली है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा ‘भारत की सेना मां भारती की आन-बान और शान है। सेना दिवस के अवसर पर मैं देश के सभी सैनिकों के अदम्य साहस, शौर्य और पराक्रम को सलाम करता हूं।’ वहीं, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी सेना दिवस पर सभी बहादुर भारतीय सेना के जवानों को सलाम करते हुए उन्हें बधाई दी है। सिंह ने ट्वीट कर कहा ‘भारत की सुरक्षित जगह बनाने के लिए सेना के जवानों को सलाम करता हूं और उनकी अदम्य भावना, वीरता और बलिदान को गर्व के साथ याद करता हूं।’

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पूर्वोत्तर में जारी हिंसा के बीच कैब को राष्ट्रपति की मंजूरी, असम में तीन की मौत http://www.shauryatimes.com/news/69348 Fri, 13 Dec 2019 09:27:17 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=69348
तिनसुकिया, डिब्रूगढ़ और गोलाघाट के आरएसएस कार्यालयों पर उपद्रवियों ने किया हमला
कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) के प्रमुख अखिल गोगोई गिरफ्तार
नई दिल्ली/गुवाहाटी : असम में पिछले तीन दिन से जारी हिंसक प्रदर्शनों के बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार शाम नागरिकता संशोधन विधेयक (कैब) को मंजूरी प्रदान कर दी। इसके साथ ही सरकार ने इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी। लिहाजा अब इस विधेयक ने कानून का रूप ले लिया है। लोकसभा ने सोमवार को इस विधेयक को पारित किया था जबकि संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा ने बुधवार को इसे पास किया था। इस नए कानून में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आने वाले गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है। गुरुवार देर रात केंद्रीय कानून मंत्रालय ने एक आधिकारिक अधिसूचना जारी करते हुए कहा कि राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने विधेयक पर अपनी सहमति दी है। इसमें 31 दिसम्बर, 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत में आए हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, ईसाइयों, जैनियों और पारसियों को नागरिकता देने का प्रावधान है।

इस बीच, असम समेत पूर्वोत्तर के कई राज्यों में बवाल जारी है। बिल को लोकसभा में पेश किए जाने के दिन से जारी प्रदर्शन अब हिंसक हो उठा है। गुरुवार को गुवाहाटी में कर्फ्यू का उल्लंघन कर हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। पुलिस को हालात काबू में करने के लिए फायरिंग करनी पड़ी। पुलिस की गोली से तीन लोगों की मौत हो गई। कुछ लोग घायल हुए हैं। कहा जा रहा है कि ये मौतें पुलिस गोलीबारी के दौरान हुई हैं। दो रेलवे स्टेशनों और एक सरकारी कार्यालय में तोड़फोड़ की गई। दो भाजपा विधायकों के घरों पर हमला किया गया और प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच सड़क पर झड़पें हुईं, जो गुरुवार से पूरे असम में नागरिकता (संशोधन) के खिलाफ हिंसक विरोध के रूप में सामने आई हैं।

राज्यपाल जगदीश मुखी और मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने राज्य के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। सोनोवाल ने प्रदर्शनकारियों से हिंसा का रास्ता नहीं अपनाने का अनुरोध किया और आंदोलनकारी नेताओं के साथ बातचीत करने की बात कही। पता चला है कि इसके बावजूद सोनोवाल के गृह नगर डिब्रूगढ़ के चबुआ में प्रदर्शनकारियों ने सर्किल कार्यालय और रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारियों ने पनीटोला के एक अन्य स्टेशन को भी निशाना बनाया है। केंद्र ने असम और त्रिपुरा में रेल सेवाओं को निलंबित कर दिया है। लंबी दूरी की ट्रेनों को गुवाहाटी और कामाख्या में रोक दिया गया है। उन्हें यहीं से चलाया जा रहा है। रेलवे सुरक्षा विशेष बल की 12 कंपनियों को तैनात किया गया है।

इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की लगभग 20 कंपनियों को (लगभग 2,000 जवानों को) शुक्रवार को असम जाने के लिए तैयार रखने का निर्देश दिया है। सूबे के 12 जिलों में मोबाइल इंटरनेट पर प्रतिबंध को 48 घंटे तक बढ़ा दिया, जबकि गुवाहाटी में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू जारी है। हालांकि डिब्रूगढ़ और गुवाहाटी में शुक्रवार सुबह छह बजे से अपराह्न एक बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है। आधिकारिक सूत्रों की मानें तो गैर-बीएसएनएल ब्रॉडबैंड सेवाओं को भी निलंबित कर दिया गया है।

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सरकार और जनता के बीच की खाई पाटने के लिए अपनाएं जनकेंद्रित दृष्टिकोण : कोविंद http://www.shauryatimes.com/news/57455 Mon, 23 Sep 2019 17:57:03 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=57455 राष्ट्रपति से मिले आईएएस-2017 बैच के अधिकारी

नई दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारियों को सरकार और जनता के बीच की खाई को पाटने के लिए जन केंद्रित दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सुशासन को बढ़ावा देने के लिए अधिकारियों को प्रौद्योगिकी का सर्वोत्तम उपयोग करना चाहिए। आईएएस-2017 बैच के 169 अधिकारियों ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में कोविंद से मुलाकात की। ये सभी अधिकारी वर्तमान में विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों में सहायक सचिव के तौर पर सम्बद्ध हैं।

राष्ट्रपति ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अधिकारियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया का उपयोग करके लोगों के साथ और हितधारकों के साथ संचार के प्रभावी चैनल विकसित करने होंगे। अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए उन्हें सर्वोत्तम नतीजे प्रदान करने वाले दृष्टिकोण तलाशने होंगे। उन्हें आवश्यक रूप से टीम भावना पर जोर देना होगा और सभी को साथ लेकर चलना होगा तथा प्रत्येक व्यक्ति के योगदान की पहचान करनी होगी। कोविंद ने कहा कि उन्हें नेतृत्व की भूमिका में आना होगा और रोल मॉडल बनना होगा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को सामाजिक-आर्थिक कार्यक्रमों में, विशेषकर मानसिकता और दृष्टिकोणों से संबंधित मामलों में लोगों की व्यापक भागीदारी को प्रोत्साहित करना होगा।

राष्ट्रपति ने कहा कि प्रशासन अब “हम” और “वे” नहीं रह गया है बल्कि केवल “हम” और “हम सभी मिलकर” बन चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार और जनता के बीच के फासले को हर हाल में मिटना होगा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों का दृष्टिकोण लोगों के प्रति संवेदनशील और लोगों पर केंद्रित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम अपनी जनता के लिए जीवन की सुगमता को व्यापक बनाने के लिए कर्तव्यबद्ध है। कोविंद ने कहा कि आईएएस अधिकारी कार्यान्वयन के क्रम में सबसे अग्रणी है। उन्होंने कहा कि भारत को पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था वाला देश बनाने, किसानों की आमदनी दोगुनी करने, सामाजिक न्याय और देश की प्रगति में महिलाओं को समान हितधारक बनाना है तो उनकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने हमें जीवन में इतना आगे ले जाने के लिए गंभीरतापूर्वक कड़ा परिश्रम किया है। भारत की जनता को सेवाएं प्रदान करने के लिए उन्हें उसी उत्साह और समर्पण के साथ कार्य करना जारी रखना होगा।

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