laid foundation stone of NDRF Academy – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Fri, 03 Jan 2020 16:48:06 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 नागपुर पहुंचे अमित शाह, एनडीआरएफ एकेडमी की रखी आधारशिला http://www.shauryatimes.com/news/72395 Fri, 03 Jan 2020 16:48:06 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=72395 नेशनल फायर सर्विस कॉलेज के नए परिसर का लोकार्पण
बोले गृहमंत्री, काम करती है मोदी सरकार, दिखावा नहीं

नागपुर : केंद्रीय गृहमंत्री एवं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने विभिन्न विकास परियोजनाओं की लेटलतीफी को लेकर पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों की कार्यशैली पर तंज कसा है। गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के जमाने में एक सरकार भूमिपूजन करती थी, दूसरी उस पर काम करती थी और तीसरी सरकार उस परियोजना का लोकार्पण करती थी। वहीं हम सिर्फ विकास के कार्य करने में विश्वास करते हैं। हमारी सरकार जिस परियोजना का भूमिपूजन करती है, उसका लोकार्पण भी वही करती है। गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को नागपुर के राजनगर स्थित नेशनल फायर सर्विस कॉलेज के नए परिसर का लोकार्पण किया। इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) एकेडमी की आधारशिला भी रखी।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने बताया कि हमारे देश में शुरू से ही आपदा प्रबंधन और अग्निशमन जैसे विषयों पर ठीक से ध्यान नहीं दिया गया। यह दोनों सेवाएं एक साथ जुड़ी हुई हैं। अग्निशमन राज्यों का विषय है। कई जगहों पर यह नगरनिगम के तहत चलाया जाता है। नतीजतन जिस तरह से अग्निशमन सेवा को महत्व दिया जाना चाहिए था, वैसा नहीं हो सका। गृहमंत्री ने एनडीआरएफ की चार नई बटालियन बनाने की घोषणा भी की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में नागपुर में 1956 में नेशनल फायर सर्विस कॉलेज की नींव रखी गई थी।

बाद में इस संस्थान के विस्तार के लिए राजनगर में जमीन दी गई, लेकिन इस जमीन पर कुछ लोगों का कब्जा हो गया था। पी. चिदंबरम जब गृहमंत्री थे तब उन्होंने नागपुर के तत्कालीन पुलिस आयुक्त प्रवीण दीक्षित को फोन कर यह जमीन खाली करवाई थी। शाह ने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार ने 2016 में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान को मजबूती प्रदान करने का फैसला किया। बीते चार वर्षों में आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में एनडीआरएफ की भूमिका और योगदान सराहनीय रहा है। वैश्विक मापदंडों पर यह संस्थान खरा उतरा है। ओडिशा में 1999 में आए चक्रवात में 10 हजार लोगों ने जान गंवायी थी। वहीं बीते साल आए तीन तूफानों में 66 लोग हताहत हुए। हमारा मानना है कि प्राकृतिक आपदा में एक भी व्यक्ति हताहत नहीं होना चाहिए। इस संख्या में कमी आयी है, जो सराहनीय है। बीस साल पहले विभिन्न आपदाओं में 10 हजार लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि पिछले साल सिर्फ 66 मौतें हुई हैं।

एनडीआरएफ और अग्निशमन विभाग की जरूरत पर बल देते हुए शाह ने कहा कि जब भी देश तरक्की करता है तो शहर, उद्योग एवं अन्य इकाइयों में विकास होता है। इस विकास के साथ-साथ आपदाओं का खतरा भी बना रहता है। ऐसे में एनडीआरएफ और अग्निशमन सेवा विकास की प्रक्रिया को सुचारू रखने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। गृहमंत्री शाह ने बताया कि 2014 में दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं में भारत ग्यारहवें पायदान पर था। देश की अर्थव्यवस्था 70 वर्षों में सिर्फ दो ट्रिलियन तक ही पहुंच पाई थी, वहीं मोदी सरकार के पहले पांच वर्षों में एक ट्रिलियन का इजाफा हुआ है। अगले पांच वर्षों में हम इसे पांच ट्रिलियन तक ले जाएंगे।

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