mashall realy – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Thu, 12 Dec 2019 18:41:56 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 देशभक्ति के नारों के बीच मशाल दौड़ कुशीनगर के लिए रवाना http://www.shauryatimes.com/news/69262 Thu, 12 Dec 2019 18:41:56 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=69262 सैकड़ों खिलाड़ियों के साथ समाज के विभिन्न तबके के लोग रहे मौजूद

लखनऊ : सीना तान के खड़े सैनिक स्कूल के स्टूडेंट्स, फाजिल नगर से आए एथलीट और लखनऊ के कई खिलाड़ी, समाजसेवी व शिक्षाविद सुबह कड़ाके की ठंड और हल्के कोहरे के के साथ सड़क पर कई स्कूलों के बच्चों की भी कतारें लगी थीं। मौका था शहीद स्मारक से शुरू होने वाली लखनऊ से कुशीनगर तक 374 किलोमीटर की मशाल रिले दौड़ की रवानगी का, जहां बैंड की धुन और भारत माता की जय के नारों ने वातावरण गर्म कर रखा रखा था। इस अवसर पर मेजर जनरल परवेश पुरी (सेंट्रल कमांड) के साथ मेजर अमिय त्रिपाठी स्मारक संस्थान के संरक्षक अजय कुमार त्रिपाठी ने मशाल प्रज्ज्वलित कर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को जैसे ही सौंपी पूरा माहौल देशप्रेम में डूब गया।

शहीद मेजर अमिय त्रिपाठी स्मारक संस्थान ने यह दौड़ आयोजित की है। लखनऊ से चली इस मशाल से फाजिलनगर (कुशीनगर) में 15 दिसम्बर से शुरू होने वाले अखिल भारतीय शहीद मेजर अमिय त्रिपाठी क्रिकेट प्रतियोगिता का शुभारंभ होगा। आज विजय सिंह चौहान (अर्जुन एवार्डी), रचना गोविल (कार्यकारी निदेशक, साई यूपी), अपर परिवहन आयुक्त अरविन्द पान्डे,एस पी ट्रैफिक पूर्णेन्द्र सिंह, शिखर ओझा, संजीव गुप्ता, संजय तिवारी परिवहन अधिकारी एवं अनेक ख्याति प्राप्त खिलाड़ियों की उपस्थिति में आगे के सफर के लिए निकले जिनके पीछे दौड़ने वालों का हुजूम था। इस मौके पर स्पोर्ट्स कॉलेज लखनऊ व स्पोर्ट्स हॉस्टल की खिलाड़ियों ने काफी देर तक दौड़ लगाई।

शहीद स्मारक से शुरू हुई यह दौड़ एनबीआरआई, सिकंदरबाग चौराहा, अशोक मार्ग, हजरतगंज चौराहा, राजभवन, गोल्फ क्लब चौराहा, लोहिया पथ, हनीमैन चौराहा होते हुए शहीद अमिय त्रिपाठी पम्प पर पहुंची। वहां उनके चित्र पर माल्यार्पण कर मशाल दौड़ आगे के सफर के लिए रवाना हुई। इस मशाल को मंजिल तक पहुंचाने का काम लखनऊ जिला एथलेटिक्स संघ के सचिव बीआर वरुण, हरीश पाल, हलीमुद्दीन, अक्षय कुमार समेत उन एथलीटों के जिम्मे है जो इसके लिए कड़ी तैयारी करके फाजिलनगर से यहां पहुंचे थे।

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