Masood-Azhar – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Thu, 04 Apr 2019 18:40:31 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 मसूद अजहर पर चीन चाहे जो करे, भारत का स्टैंड कायम रहेगा! http://www.shauryatimes.com/news/38241 Thu, 04 Apr 2019 18:39:19 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=38241 नई दिल्ली : आतंकी मसूद अजहर को लेकर भारत अपने पक्ष पर अडिग है। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में आतंकी मसूद अजहर और आतंकवाद को लेकर भारत का जो स्टैंड है, वो हमेशा कायम रहेगा। चीन इस मामले पर चाहे जो भी करे लेकिन भारत सरकार अपने प्रयास जारी रखेगी। ये बात आतंकी मसूद अजहर के मामले में चीन द्वारा संयुुक्त राष्ट्र में अड़ंगा लगाने पर विदेश मंत्रालय द्वारा कही गई। गुरुवार को विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने साफ किया कि आतंकी मसूद अजहर को लेकर भारत के स्टैंड में कोई परिवर्तन नहीं आया है। इस पूरे मामले में भारत स्वतंत्र रूप से काम कर रहा है।

संयुक्त राष्ट्र में भी इस मामले में भारत को बड़ी संख्या में सदस्य राष्ट्रों का साथ मिला है, जो ऐतिहासिक है। इसीलिए भारत इस पूरे मामले में राजनयिक तरीके से अपने प्रयास जारी रखेगा। आतंकी मसूद अजहर सहित कई आतंकियों और आतंकी संगठनों के खिलाफ भारत ने वैश्विक स्तर पर आवाज उठाई है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने और उसके संगठन पर वैश्विक प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रखा है। जिसका चीन विरोध कर रहा है।

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मसूद अजहर के खिलाफ प्रतिबंध पर 13 मार्च तक फैसला! http://www.shauryatimes.com/news/33963 Thu, 28 Feb 2019 12:46:39 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=33963 अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने की संपत्तियों को भी जब्त करने की मांग

नई दिल्ली : पुलवामा आतंकी हमले को लेकर फ्रांस के बाद अब संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) और ब्रिटेन ने भी पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। तीनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) को भेजे प्रस्ताव में आतंकी मसूद अजहर को ब्लैकलिस्ट करने की मांग की है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यूएनएससी ने इस प्रस्ताव पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए 13 मार्च तक का समय दिया है। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ काफिले पर 14 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने फिदायीन हमला किया था। इसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले के बाद फ्रांस ने कहा था कि वह जल्द ही आतंकी मसूद को प्रतिबंधित करने के लिए यूएनएससी में प्रस्ताव पेश करेगा। इस संदर्भ में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमेनुएल मैक्रों के सलाहकार फिलिप एतिन से बातचीत की थी। इस बातचीत के बाद ही फ्रांस का बयान आया था। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने बुधवार को यूएनएससी को प्रस्ताव दिया कि पाकिस्तान के आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को ब्लैकलिस्ट करें।

प्रस्ताव में आतंकी अज़हर की संपत्तियों को जब्त करने की भी मांग की गयी है। यूएनएससी ने इस प्रस्ताव पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए 13 मार्च तक का समय दिया है।उल्लेखनीय है कि 15 सदस्यीय यूएनएससी के पांच स्थायी सदस्यों में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन शामिल हैं। अन्य 10 अस्थायी सदस्यों का कार्यकाल दो साल का होता है। स्थायी सदस्यों को वीटो का अधिकार प्राप्त है। यदि एक भी स्थायी सदस्य देश किसी प्रस्ताव का विरोध कर दे तो वह प्रस्ताव पारित नहीं हो सकता। अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के इस प्रस्ताव का चीन द्वारा विरोध किए जाने की संभावना है। चीन ने वर्ष 2016 में इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) एवं अलकायदा और वर्ष 2017 में जैश-ए-मोहम्मद पर प्रतिबंध लगाने को लेकर यूएनएससी में लाए गए प्रस्ताव का विरोध किया था। फिलहाल, चीन ने इस नए प्रस्ताव पर कोई बयान नहीं दिया है।

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