mayawati – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Fri, 23 Jul 2021 03:43:05 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 मायावती का सियासी दांव, आज से ब्राह्मण सम्मेलन का आगाज करेगी बसपा http://www.shauryatimes.com/news/111905 Fri, 23 Jul 2021 00:42:00 +0000 https://www.shauryatimes.com/?p=111905
मायावती का सियासी दांव, आज से ब्राह्मण सम्मेलन का आगाज करेगी बसपा

लखनऊ। यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर मायावती ने सियासी दांव चला है। दरअसल, यूपी में जातीय समीकरण साधने के लिए बसपा आज से पूरे प्रदेश में ब्राह्मण सम्मेलन का आयोजन करेगी। राम नगरी अयोध्या से ब्राह्मण सम्मेलन की शुरुआत होने जा रही है। बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। अयोध्या के बाद प्रदेश के सभी जिलों में इस तरह के सम्मेलन किए जाएंगे।

ये कार्यक्रम दोपहर 1 बजे अयोध्या के तारा जी रिजॉर्ट में होगा। इसके बाद शाम को सतीश चंद्र मिश्रा सरयू आरती में भी हिस्सा लेंगे। 2007 के विधानसभा चुनाव में मायावती ने दलित और ब्राह्मण वोट पर फोकस किया था। मायावती का समीकरण तब फिट भी बैठा था और वो सत्ता में आई थी। इस बार वो दलित, मुस्लिम और ब्राह्मण समीकरण बनाकर सत्ता में वापसी की तैयारी में है।

बसपा के इस ब्राह्मण सम्मेलन पर विवाद भी खड़ा हो गया है। दरअसल, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी में सियासी पार्टियों के जातीय सम्मेलनों व रैलियों पर पाबंदी लगा रखी है। बता दें कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 11 जुलाई साल 2013 को मोती लाल यादव द्वारा दाखिल पीआईएल संख्या 5889 पर सुनवाई करते हुए यूपी में सियासी पार्टियों द्वारा जातीय आधार पर सम्मेलन-रैलियां व दूसरे कार्यक्रम आयोजित करने पर पाबंदी लगा दी थी। जस्टिस उमानाथ सिंह और जस्टिस महेंद्र दयाल की डिवीजन बेंच ने फैसला सुनाते हुए कहा था कि सियासी पार्टियों के जातीय सम्मेलनों से समाज में आपसी मतभेद बढ़ते हैं और यह निष्पक्ष चुनाव में बाधक बनते हैं।

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बसपा से निकाले गए सातों बागी विधायक, मायावती बोलीं, सपा को भारी पड़ेगी यह हरकत! http://www.shauryatimes.com/news/88642 Thu, 29 Oct 2020 07:01:17 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=88642 सपा को हराने के लिए भाजपा को वोट देना पड़ा तो देंगे

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव को लेकर जारी घमासान के बीच बसपा सुप्रीमों मायावती ने सातों बागी विधायकों को पार्टी से निकाल दिया है। उन्होंने इन सातों विधायकों पर दल-बदल कानून के साथ कार्रवाई करने की भी बात कही है। सपा पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि उसकी ये हरकत भारी पड़ेगी। गुरुवार को मीडिया से मुखातिब मायावती ने कहा कि सपा ने साजिश के तहत सात विधायकों को तोड़ा है, उनका झूठा हलफनामा दिलवाया। सपा को उसकी ये हरकत भारी पड़ेगी। मायावती ने कहा है कि सपा को सबक सिखाने के लिए वो भाजपा को वोट देना पड़ा तो भी पीछे नहीं हटेंगी। उन्होंने कहा कि एमएलसी चुनाव में बसपा जैसे को तैसा जवाब देने के लिए पूरा जोर लगाएगी।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा है कि साल 2003 में अखिलेश के पिता ने भी यही गलत काम किया था, जिसके बाद 2007 में बसपा की सरकार बनी थी। उन्होंने बहुजन समाज के लोगों का अनादर किया है। गेस्ट हाउस कांड का जिक्र करते हुए मायावती ने कहा कि उस केस को वापस लेना उनका एक गलत फैसला था। आज भी उस घटना की टीस बरकरार है। मायावती ने बागी विधायकों ने बारे में कहा कि सभी 7 विधायक निलंबित किए गए हैं। बागी विधायकों की सदस्यता रद्द की जाएगी। ये षड्यंत्र कामयाब नहीं होगा। एमएलसी के चुनाव में सपा को जवाब देंगे। मायावती ने कहा कि सपा को हराने के लिए बसपा पूरी ताकत लगा देगी। विधायकों को बीजेपी समेत किसी भी विराेधी पार्टी के उम्मीदवार को वोट क्यों ना देना पड़ जाए।

ये हैं सात बागी विधायक

असलम राइनी (भिनगा-श्रावस्ती)
असलम अली (ढोलाना-हापुड़)
मुजतबा सिद्दीकी (प्रतापपुर-इलाहाबाद)
हाकिम लाल बिंद (हांडिया- प्रयागराज)
हरगोविंद भार्गव (सिधौली-सीतापुर)
सुषमा पटेल( मुंगरा बादशाहपुर)
वंदना सिंह -( सगड़ी-आजमगढ़)

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महिला उत्पीड़न के खिलाफ सख्त कानून बनाने पर भी भाजपा जल्दबाजी दिखाती तो बेहतर होता : मायावती http://www.shauryatimes.com/news/69410 Fri, 13 Dec 2019 17:16:30 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=69410

नागरिकता संसोधन बिल को लिया आड़े हाथ, बोला हमला

लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सदन में पास हुए नागरिकता संसोधन बिल को आड़े हाथों लेते हुए भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा इतना जल्दबाजी महिला उत्पीड़न और रेप आदि पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कानून बनाने पर भी दिखाई होती तो बेहतर होता। बसपा प्रमुख ने शुक्रवार को किए ट्वीट में लिखा है कि बीएसपी ने नागरिकता संशोधन बिल का संसद के दोनों सदन में जबर्दस्त विरोध किया व इसके विरुद्ध वोट भी दिया। इस बिल को पास कराने हेतु केन्द्र ने जितनी जल्दबाजी दिखाई है यदि उतनी ही जल्दी देश में महिला उत्पीड़न व रेप-मर्डर आदि पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कानून बनाने पर भी दिखाई होती तो बेहतर होता। इस सम्बन्ध में राज्यों को केवल पत्र लिखने की खानापूर्ति करने से इसका कोई सार्थक हल निकलने वाला नहीं है।

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जनहित व देशहित के मुद्दों पर केन्द्र व प्रदेश सरकार गम्भीरतापूर्वक करे काम : मायावती http://www.shauryatimes.com/news/68508 Sun, 08 Dec 2019 17:56:51 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=68508 लखनऊ : बसपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, महिला असुरक्षा व बदतर अपराध-नियंत्रण एवं कानून-व्यवस्था आदि ये व्यापक जनहित व देशहित के मुद्दों पर केन्द्र और उत्तर प्रदेश सरकार दोनों को ही मिलकर पूरी गंभीरतापूर्वक काम करने की जरूरत है। लखनऊ में बसपा के मुख्यालय पर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बैठक की और उसमें आये पदाधिकारियों और पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया। मायावती ने कहा कि केन्द्र और प्रदेश की सरकारों को जनहित और देशहित के मुद्दों पर गम्भीरता से काम करने की जरुरत है। सरकारों की अभी तक कोरी बयानबाजी व कागजी दावे सुनने देखने में आये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, दुष्कर्म, आपराधिक घटनाओं पर रोकथाम नहीं लग रही है, जनता इन सब मामलों में केवल ठोस कार्रवाई व बेहतर परिणाम ही होते हुये देखना चाहती है।

इसके अलावा, मायावती ने उत्तर प्रदेश सहित देश में महिलाओं के ऊपर लगातार बढ़ रही घटनाओं पर रोकथाम की मांग की। मायावती ने पार्टी के मूल मंत्र को देते हुए कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर का यह मानना था कि केन्द्र व राज्यों में सत्ता लिये बिना उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में सर्वसमाज में से खासकर दलितों, आदिवासियों, अन्य पिछड़े वर्गों, मुस्लिम व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों एवं अन्य उपेक्षित वर्गों के लोगों का भला नहीं हो सकता है। जिसके लिए इन लोगों को बसपा के बैनर तले संगठित होकर केन्द्र व राज्यों की भी सत्ता खुद अपने हाथों में ही लेनी होगी। बैठक में बसपा अध्यक्ष मायावती ने पिछले दिनों बसपा पदाधिकारियों को दिये गये कार्यों की समीक्षा भी की और उसमें जिले के एक-एक पदाधिकारी से वहां की रिर्पोट मांगी। मायावती ने नागरिकता संशोधन विधेयक के प्रति लिए गए स्टैण्ड की सराहना करते हुए प्रसन्नता जाहिर की।

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Rajasthan में बसपा नेताओं के साथ हुई बदसलूकी पर भड़कीं मायावती http://www.shauryatimes.com/news/61893 Tue, 22 Oct 2019 09:48:34 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=61893
लखनऊ : राजस्थान में बसपा नेताओं के साथ बदसलूकी पर पार्टी की सुप्रीमो मायावती भड़क गई हैं। मंगलवार को एक बयान में उन्होंने कहा कि ‘जैसे को तैसा’ का जवाब दे सकते हैं। कहा कांग्रेस अम्बेडकरवादी मूवमेंट के खिलाफ काफी गलत परम्परा डाल रही है। यह निंदनीय और शर्मनाक है। मायावती ने ट्वीट किया कि कांग्रेस ने पहले राजस्थान में बीएसपी विधायकों को तोड़ा और अब मूवमेन्ट को अघात पहुँचाने के लिए वहां वरिष्ठ लोगों पर हमला करवा रही है जो अति-निन्दनीय व शर्मनाक है। कांग्रेस अम्बेडकरवादी मूवमेन्ट के खिलाफ काफी गलत परम्परा डाल रही है जिसका जैसे को तैसा जवाब लोग दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को ऐसी हरक्कतों से बाज आ जाना चाहिए।
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टूटा गठबंधन, अब बसपा अकेले लड़ेगी सभी चुनाव http://www.shauryatimes.com/news/46495 Mon, 24 Jun 2019 18:21:16 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=46495

मायावती के तीखे तेवर, सपा को बताया धोखेबाज

लखनऊ।  बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को एलान किया कि अब उनकी पार्टी भविष्य में सभी छोटे बड़े चुनावों को अकेले ही लड़ेगी। माया ने रविवार को समाजवादी पार्टी (सपा) पर जमकर निशाना साधा था। आज भी उन्होंने अपने तेवर बरकरार रखे और सपा को धोखेबाज तक कह डाला। मायावती कल से ही राजधानी लखनऊ में बसपा नेताओं के साथ बैठक कर रही हैं। इस दौरान उन्होंने सपा नेताओं पर खूब हमला किया। आज उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडिल पर ट्वीट भी किया कि बसपा अब भविष्य में सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ेगी।  गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव को बसपा, सपा और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) ने गठबंधन करके लड़ा था, लेकिन चुनाव के बाद ही मायावती ने गठबंधन से नाता तोड़ लिया था। लोकसभा चुनाव में प्रदेश में बसपा ने दस और सपा ने पांच सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि रालोद को कोई सीट नहीं मिली थी।
बसपा सुप्रीमो ने कहा है कि रविवार को पार्टी की देर शाम तक बैठक चली लेकिन उसमें मीडिया को नहीं बुलाया गया था। उन्होंने कहा कि मीडिया में जो बातें आई हैं वे पूरी तरह से सही नहीं हैं। मायावती ने कल की बैठक में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा था कि चुनाव के दौरान अखिलेश ने उन्हें मुसलमानों से दूरी बनाने को कहा था और मुलायम ने भाजपा से मिलकर उन्हें ताज कॉरिडोर में फंसाने की साजिश रची थी। बैठक के दौरान माया ने अखिलेश से इस बात पर भी नाराजगी जताई कि लोकसभा चुनाव के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने उन्हें फोन तक नहीं किया है।
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माया की बढ़ी मुश्किल : राम से अपनी तुलना करने पर कोर्ट में दर्ज हुई शिकायत http://www.shauryatimes.com/news/40039 Wed, 17 Apr 2019 18:24:28 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=40039
नई दिल्ली : चुनाव आयोग के 48 घंटे के बैन के बाद अब मायावती के सामने एक और नई परेशानी खड़ी हो गई है। उनके खिलाफ ऑल इंडिया रैगर महासभा ने दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि कि मायावती ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में अपनी तुलना भगवान श्री राम से की है। मायावती ने कहा कि अगर राम की मूर्ति सरकारी पैसे से लग सकती है तो उनकी क्यों नहीं? बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने मूर्तियों पर पैसे खर्च करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के जवाब में दो अप्रैल को हलफनामा दाखिल किया था।
उन्होंने अपने हलफनामे में कहा था कि मेरी मूर्तियां जनता की इच्छा का प्रतिनिधित्व करती हैं। मूर्तियों का निर्माण राज्य विधानसभा में पर्याप्त चर्चा के बाद बजट आवंटित करके किया गया था। कोर्ट विधायकों द्वारा बजट के संबंध में लिए गए निर्णयों पर सवाल नहीं कर सकता। मायावती ने यह भी कहा था कि मूर्तियां जनता की इच्छा और जनादेश को दर्शाती हैं। विधानसभा के विधायक चाहते थे कि कांशी राम और दलित महिला के रूप में मायावती के संघर्षों को दर्शाने के लिए मूर्तियां स्थापित की जाएं। मायावती ने हलफनामे में कहा कि अन्य राजनीतिक पार्टियां भी राजनेताओं की मूर्तियां बनवाती हैं। यह उन राजनेताओं के प्रति चाह और समर्थन को दर्शाता है।
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अली भी हमारे हैं बजरंगबली भी हमारे : मायावती http://www.shauryatimes.com/news/39517 Sat, 13 Apr 2019 16:23:58 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=39517

बुलंदशहर की रैली में कहा,बजरंगबली आदिवासी दलित, हमारी जाति के हैं

बुलंदशहर : बसपा सुप्रीमो मायावती चुनावी जनसभा को संबोधित करने के लिए शनिवार को बुलंदशहर पहुंचीं। मायावती के साथ ही जयंत चौधरी भी मौके पर मौजूद रहे। बुलंदशहर में पार्टी प्रत्याशी योगेश वर्मा के समर्थन में जनसभा का आयोजन किया जा रहा है। यह बीएसपी-सपा-आरएलडी की दूसरी साझा चुनावी रैली होगी। यहां से सपा के धर्मेंद्र यादव सपा प्रत्याशी हैं। बुलंदशहर में दूसरे चरण में जबकि बदायूं में तीसरे चरण में मतदान होगा। जनसभा में मायावती ने कहा कि गठबंधन को कामयाब बनाना है। कामयाबी के बाद गठबंधन लंबा चलेगा। मायावती ने कुल 36 मिनट  तक भाषण दिया इस दौरान उन्होंने कई बड़ी बातें कहीं। उन्होंने कहा कि बजरंगबली आदिवासी दलित हैं, हमारी जाति से हैं। अली भी हमारे हैं बजरंगबली भी हमारे हैं।
मायावती ने आगे कहा कि योगी जी को धन्यवाद कि उन्होंने बजरंगबली की जाति बताई है। इसके बाद चप्पलों पर उठे विवाद पर मायावती बोलीं कि, जब मीडिया को कुछ नहीं मिलता तो मेरे चप्पल चलाने लगती है। अगर रैली के माहौल की बात की जाए तो वहां लोग भोजपुरी गानों पर झूमते नजर आए। मायवती की रैली में बड़ी संख्या में भीड़ जुटी।
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अपनी मूर्तियों को लेकर मायावती ने SC में दाखिल किया जवाब http://www.shauryatimes.com/news/37869 Tue, 02 Apr 2019 10:24:38 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=37869 नई दिल्ली : बसपा प्रमुख मायावती ने मुख्यमंत्री रहते उत्तर प्रदेश में बनी अपनी मूर्तियों को लेकर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिल किया है। मायावती ने अपने जवाब में कहा है कि उनकी मूर्तियां लगें, ये जनभावना थी। जवाब में कहा गया है कि मूर्तियां लगवाना बसपा संस्थापक कांशीराम की इच्छा थी। दलित आंदोउनके योगदान के चलते मूर्तियां लगवाई गईं। पिछले 8 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि मायावती ने अपनी और हाथियों की मूर्तियां बनाने में जितना जनता का पैसा खर्च किया है, उसे वापस करना चाहिए। याचिका रविकांत ने दायर की थी।

सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने मायावती के वकील को कहा था कि आप अपने मुवक्किल को कह दीजिए कि मूर्तियों पर खर्च हुए पैसों को सरकारी खजाने में जमा कराएं। सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले भी 2015 में उत्तर प्रदेश की सरकार से पार्क और मूर्तियों पर खर्च हुए सरकारी पैसे की जानकारी मांगी थी। मायावती ने अपने शासनकाल में कई पार्कों का निर्माण करवाया था। इन पार्कों में बसपा के संस्थापक कांशीराम, मायावती और हाथियों की मूर्तियां लगवाई गई थीं। ये पार्क लखनऊ, नोएडा समेत अन्य शहरों में बनवाए गए थे।

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यूपी : बसपा ने छह उम्मीदवारों का किया ऐलान http://www.shauryatimes.com/news/37772 Mon, 01 Apr 2019 18:24:00 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=37772 लखनऊ : लोकसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी ने सोमवार को छह उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। इसमें छह लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया है। इस सूची के आने के बाद कुछ सीटों पर समीकरण बदल गया है। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव मेवालाल गौतम के हस्ताक्षर वाली जारी की गई इस सूची में जालौन सुरक्षित सीट से पंकज सिंह, मिश्रिख सुरक्षित सीट से नीलू सत्यार्थी, शाहजहांपुर सुरक्षित सीट से अमर चन्द्र जौहर, फर्रुखाबाद सीट से मनोज अग्रवाल, अकबरपुर सीट से निशा सचान और हमीरपुर सीट से दिलीप कुमार सिंह के नाम शामिल हैं। बसपा के प्रत्याशियों की घोषणा होते ही मिश्रिख लोकसभा सीट पर बसपा प्रत्याशी नीलू सत्यार्थी का सीधा मुकाबला भाजपा के प्रत्याशी अशोक रावत से माना जा रहा है। मिश्रिख लोकसभा क्षेत्र में बसपा का संगठन खासा मजबूत रहा है और इस सीट पर बसपा के पूर्वी उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी बनाए गए अखिलेश अम्बेडकर दौरा करते रहें हैं।

मिश्रिख लोकसभा सीट पर वर्ष 2014 में जीत हासिल करने वाली अंजू बाला का इस बार भाजपा से टिकट कट गया है। इसके कारण भाजपा की जिला इकाई के अंदरखाने में आपसी मतभेद व्याप्त हैं, जिसको समाप्त कराने का प्रयास प्रदेश के नेताओं द्वारा हो रहा है। ऐसे में सियासी मैदान में बसपा की उम्मीदवार नीलू सत्यार्थी से भाजपा प्रत्याशी का सीधा मुकाबला होने की सम्भावना है। इसी तरह से अकबरपुर सीट पर भी समीकरण बदल गया है। सपा से गठबंधन करने के बाद यह सीट बसपा के खाते में आयी थी और यहां निशा सचान को अब प्रत्याशी बनाया गया है। भाजपा छोड़कर बसपा में आई निशा सचान का बसपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया था और अब उन्हें उम्मीदवार भी बना दिया गया है। अकबरपुर में निशा के पति गुड्डू सचान की अपने समाज के लोगों में खासा पकड़ है। बसपा प्रत्याशी निशा का अकबरपुर में कांग्रेस व भाजपा के प्रत्याशियों से त्रिकोणी लड़ाई होने की उम्मीद है।

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