Now Minister Anand Shukla complained of noise to Ajan – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Wed, 24 Mar 2021 14:55:52 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 अब मंत्री आनंद शुक्ल ने की अजान से शोर की शिकायत http://www.shauryatimes.com/news/106922 Wed, 24 Mar 2021 14:55:52 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=106922 बलिया : इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति के बाद अब बलिया नगर के विधायक और योगी सरकार में मंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ल को लाउडस्पीकर से होने वाली अजान से परेशानी हो रही है। मंत्री ने मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर पर पाबंदी लगाने के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा है। बलिया के जिलाधिकारी को लिखे पत्र में मंत्री श्री शुक्ल ने कहा है कि मस्जिदों में नमाज के दौरान अजान, दिन भर लाउडस्पीकर के माध्यम से धार्मिक प्रचार-प्रसार, मस्जिद निर्माण के लिए चंदा एकत्र करने एवं विभिन्न प्रकार की सूचनाओं को अत्यधिक तेज आवाज में प्रसारित किया जाता है। इससे छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन एवं बच्चों, वृद्ध व बीमार लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। जनसामान्य को अत्यधिक ध्वनि प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है। मंत्री ने पत्र में लिखा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में स्थित मदीना मस्जिद काजीपुरा, थाना कोतवाली के समीप अनेक शैक्षणिक संस्थान स्थित हैं। इनमें सेंट जोसेफ, महर्षि विद्या मंदिर, सतीश चन्द्र महाविद्यालय आदि में अध्ययनरत विद्यार्थियों को लाउडस्पीकर की तेज आवाज के कारण पठन-पाठन में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है।

इस सम्बंध में अभिभावकों ने भी मुझसे शिकायत की है। मस्जिद में पांचों वक्त नमाज की अजान तथा सारा दिन अन्य सूचनाएं प्रसारित की जा रही हैं, जिससे होने वाले वाले शोर के कारण योग, ध्यान, पूजा पाठ तथा शासकीय कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही है। मंत्री ने कहा है कि खुद मुझे भी काजीपुरा की मदीना मस्जिद में रोज सुबह तेज आवाज में होने वाली अजान से योग और शासकीय कार्यों में बाधा उत्पन्न होती है। मंत्री ने इस सम्बंध में न्यायालय की ओर से जारी आदेश का हवाला देते हुए डीएम से कहा है कि इस सम्बंध में न्यायालय द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों तथा शासनादेशों का अनुपालन सुनिश्चित कराते हुए मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर हटने चाहिए। ताकि आम लोगों के साथ ही बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर होने वाले दुष्प्रभावों को कम किया जा सके।

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