Public representatives should also participate in eradication of TB disease: Jai Pratap Singh – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Sat, 19 Dec 2020 21:26:58 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 टीबी रोग के उन्मूलन में जन-प्रतिनिधि भी निभाएं भागीदारी : जय प्रताप सिंह http://www.shauryatimes.com/news/95007 Sat, 19 Dec 2020 21:26:58 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=95007 प्रदेश सरकार वर्ष 2023 तक टीबी रोग के पूर्ण उन्मूलन को प्रतिबद्ध
टीबी पर सिद्धार्थनगर में जनपद स्तरीय संवेदीकरण बैठक का आयोज

लखनऊ / सिद्धार्थनगर : प्रदेश के चिकित्सा,स्वास्थय एवं परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह ने आज कहा कि उत्तर प्रदेश से टीबी को पूरी तरह समाप्त करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में है| टीबी रोग के उन्मूलन में जन-प्रतिनिधि भी अपनी भागीदारी निभाएं। जन-प्रतिनिधियों की भागेदारी टीबी (क्षय रोग) के उन्मूलन में बहुत महत्वपूर्ण है| सबके सहयोग से मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में, वर्ष 2023 तक, उत्तर प्रदेश, टीबी (क्षय रोग) के उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है| मंत्री जय प्रताप सिंह आज जनपद सिद्धार्थनगर में आयोजित टीबी (क्षय रोग ) पर संवेदीकरण बैठक को सम्बोधित कर रहे थे|

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में टीबी के उन्मूलन के लिए प्रत्येक स्तर से सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं| जनपदों में संवेदीकरण कार्यक्रमो को संपादित किये जाने से उत्साहजनक परिणाम निकलेंगे| उन्होंने कहा कि सरकार, टीबी उन्मूलन के लिए अथक प्रयास कर रही है, इसीलिए हम सबका सामूहिक उत्तरदायित्व है कि इस बीमारी के बारे में समुदाय के लोगों तक हर मंच से जागरूकता फैलाएं, नयी रणनीतियां बनाएं और इसको पूर्ण रूप से समाप्त करने का प्रण लें| कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की राज्यपाल से प्रेरित होकर वह भी अपने जनपद में 18 साल से कम उम्र के टीबी से पीड़ित बच्चे को गोद लेंगे और साथ ही सबसे अपील की सब अपने-अपने क्षेत्र में इस सेवा भाव का अनुसरण करें|

राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ.संतोष गुप्ता ने कार्यक्रम में कहा कि पूरे विश्व के सापेक्ष, भारत में टीबी रोग से ग्रसित 25 प्रतिशत मरीज़ हैं और इनमें हर पांचवा मरीज़ उत्तर प्रदेश से है| उन्होंने प्रदेश में टीबी की अद्यतन स्थिति से अवगत कराया और बताया कि अब तक टीबी के सघन रोगी खोज अभियान के अंतर्गत तीन लाख पंद्रह हज़ार मरीजों की पहचान करके उनका नि:शुल्क इलाज किया जा रह है| टीबी उन्मूलन के लिए सरकार के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने बताया कि पिछले दो साल में सरकार द्वारा नयी रणनीतियां बनाई गयी हैं, जिनमें प्राइवेट सेक्टर की सहभागिता, वर्तमान जांच प्रणाली को और रोगियों के उपचार तंत्र को और अधिक मज़बूत करना, साथ ही प्रोत्साहन राशि के रूप में सरकार द्वारा टीबी मरीजों के लिए आर्थिक सहयोग के रूप में दी जाने वाली प्रोत्साहन धनराशि से सम्बंधित निक्षय पोषण योजना के बारे में, उन्होनें उपस्थितजनों को विस्तार से बताया| उन्होंने कहा कि यह योजना 1 अप्रैल, 2018 से लागू की गयी है| इसके अंतर्गत, प्रत्येक टीबी मरीज़ को उपचार की पूरी अवधि के दौरान 500 रुपये की प्रोत्साहन राशि सीधे उसके खाते में स्थान्तरित की जाती है और अब तक इस मद में एक सौ चौहत्तर करोड़ रुपये लाभार्थियों में वितरित किये जा चुके हैं|

संगोष्ठी में राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ.संतोष गुप्ता, जिला अधिकारी सिद्धार्थनगर दीपक मीणा, ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटेजीज के प्रतिनिधि, चिकित्सा विभाग के अधिकारी , क्षय रोग विभाग के समस्त वरिष्ठ अधिकारियों के साथ- साथ बांसी और मिथवल ब्लाक के खण्ड विकास अधिकारी, चिकित्सा अधीक्षक, ए.डी.ओ. (पंचायत) तथा ब्लाक के अन्य अधिकारी एवं ग्राम प्रधानों ने वर्चुअल प्रतिभाग किया और टीबी के उन्मूलन हेतु सामुदायिक सहभागिता के महत्व पर अपने विचार रखे| इस संगोष्ठी का आयोजन प्रदेश टीबी (क्षय रोग) कार्यालय, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, उत्तर प्रदेश और ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटजीज द्वारा की मंत्री, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण मातृ एवं शिशु कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार, जय प्रताप सिंह की अध्यक्षता में किया गया|

]]>