SAAB Commits to Creating Make in India and Sustainable Aerospace Industry: Ola Rignell – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Tue, 04 Feb 2020 17:05:20 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 मेक इन इंडिया और स्थाई एरोस्पेस इंडस्ट्री के निर्माण को SAAB प्रतिबद्ध : ओला रिगनेल http://www.shauryatimes.com/news/77084 Tue, 04 Feb 2020 17:05:20 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=77084 डिफेंस एक्सपो का हिस्सा बनने राजधानी आये साब इंडिया टेक्नोलॉजीज के एमडी ने दी जानकारी

लखनऊ : डिफेक्सपो इंडिया 2020 का हिस्सा बनने पर साब को गर्व है, जहां उसका रक्षा और सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करना जारी है। डिफेक्सपो 2020 में साब यह प्रदर्शित करेगा कि कैसे इसकी उन्नत तकनीक और अभिनव सोच भारत के लिए सशक्त राष्ट्रीय सुरक्षा और एक आत्मनिर्भर औद्योगिक भविष्य के लिए सर्वोत्तम समाधान प्रदान कर सकती है। राजधानी लखनऊ में 5 से 9 फरवरी तक चलने वाले डिफेंस एक्सपो 2020 में कृपया हमारे स्टैंड पर हमें विजिट करें।

यह कहना है साब इंडिया टेक्नोलॉजीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर ओला रिगनेल का, जो मंगलवार को गोमतीनगर केे होटल रेनेसा में आयोजित एक प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने भारत में लोकल सिस्टम सप्लायर्स के साथ एक ऐरोनॉटिकल इकोसिस्टम बनाने की साब की प्रतिबद्धता कायम है। साब विश्वस्तरीय भारतीय रक्षा उद्योग के विकास को जारी रखने में भागीदार होगा। साब को भारत में डिजाइन, उत्पादन, सपोर्ट और नवाचार के क्षेत्र में सही मायने में प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण और दीर्घकालिक औद्योगिक सहयोग देने के लिए शीर्ष स्थान प्राप्त है। अपनी ग्लोबल सप्लाई चेन के हिस्से के रूप में साब एक औद्योगिक नेटवर्क स्थापित करने की उम्मीद रखता है जो भारतीय वायुसेना के अहम प्रोग्राम्स का केंद्र बिंदु होगा।

ओला रिगनेल ने कहा कि भारत के विशाल स्वदेशी रक्षा उद्योग के निर्माण के विजन में साब अपना योगदान करेगा और इसकी निर्माण क्षमता में मदद करेगा जो भारत को अपनी अगली पीढ़ी की रक्षा प्रणालियों को डिजाइन और निर्माण करने में सक्षम बनाएगा। डिफेक्सपो इंडिया 2020 में हम अपनी नवीनतम तकनीकों का प्रदर्शन करेंगे जो रक्षा और सुरक्षा योजना, तैनाती और भविष्य के लिए फोर्स की तैयारी में बदलाव ला रहे हैं। हम आशा करते हैं क्षमताओं को बनाए रखने और विकसित करने के लिए भारत में इकोसिस्टम बनाने की महत्वाकांक्षा के साथ ही तकनीक को साझा करने का हमारा दृष्टिकोण प्रारंभिक अनुबंधों से कहीं अधिक दीर्घकालिक लाभ पैदा करेगा और अगली सदी के लिए एक संयुक्त भविष्य का निर्माण करेगा।

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