sarthi rath – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Mon, 25 Feb 2019 18:00:24 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 सारथी वाहन कर रहा परिवार नियोजन के प्रति जागरूक http://www.shauryatimes.com/news/33466 Mon, 25 Feb 2019 18:00:24 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=33466 बाराबंकी : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से परिवार नियोजन पखवारा 15 फरवरी से एक मार्च तक चलाया जा रहा है। इसके अन्तर्गत सारथी वाहन स्थानीय जनपद के सभी 15 सीएचसी क्षेत्र के बड़ी बाजारों में घूमकर लोगों को परिवार नियोजन की जानकारी दे रहा है। लोगों को परिवार नियोजन से संबंधित फिल्में दिखाई जा रही हैं। इन फिल्मों में परिवार नियोजन के उपाय व लाभ की आडियो से व वीडियो फिल्म दिखाकर जानकारी दी जा रही है।

नोडल अधिकारी डा आर सी वर्मा ने बताया कि जिला मुख्यालय से सारथी वाहन को पिछले दिनों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रचार प्रसार के लिए रवाना किया गया था। बताया कि प्रत्येक सीएचसी पर प्रतिदिन वहां की 3 से 4 खास बाजारों में जाकर परिवार नियोजन के प्रति जन जागरूकता का संदेश दे रही है। श्री वर्मा ने बताया कि इस वाहन में एलईडी स्क्रीन पर लोगों को जागरूक करने के लिए फिल्म दिखाई जा रही है। फिल्म में लोगों को बताया जा रहा है कि किस तरह से वे अपने परिवार को नियोजित करें। परिवार नियोजन के उपायों के लिए कापर टी, पुरुष नसबंदी, महिला नसबंदी के साथ अंतरा व छाया के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। साथ हीलोगों को नसबंदी के लिए प्रेरित किया जा रहा है। स्थानीय आशाओं की मदद से नसबंदी के इच्छुक लोगों का पंजीकरण भी किया जा रहा है। जिन लोगों का पंजीकरण किया जा रहा है उनको इस बात की जानकारी दी जा रही है कि कब उनका नसबंदी किया जाएगा। नसबंदी कराने वालों को एम्बुलेंस के जरिये नसबंदी शिविरों में ले जाया जाएगा।

1 मार्च तक चलेगा परिवार नियोजन विशेष पखवाड़ा

सीएमओ डा. रमेश चन्द्र ने बताया कि 1 मार्च तक विशेष परिवार नियोजन पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसमें सभी परिवार नियोजन सुविधाएं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर दी जा रही हैं। इससे संबंधित अंतरा, छाया और कॉपर-टी, महिला व पुरुष नसबंदी, कंडोम आदि के लाभ व उसके प्रयोग की जानकारी देते हुए जागरूकता लाने के लिए कार्य किया जा रहा है। मिशन परिवार विकास के अन्तर्गत यह कार्यक्रम मातृ, शिशु और बाल मृत्यु दर एवं रोग दर को कम करने के लिए चलाया जा रहा है।

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