STEEL compni – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Sun, 04 Aug 2019 18:27:27 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 बिजली का झटका : झारखंड में 8 और स्टील प्लांट बंद http://www.shauryatimes.com/news/51374 Sun, 04 Aug 2019 18:27:27 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=51374 रामगढ़ : झारखंड में बिजली दर की अलग-अलग व्यवस्था से राज्य के उद्यमी झुलसने लगे हैं। रविवार को राज्य के 08 और स्टील प्लांटों में एक साथ ताले लटक गये। इसमें रामगढ़ जिले के 07 और रांची के एकमात्र स्टील प्लांट शामिल हैं। अबतक राज्य की कुल 36 स्टील फर्नेस कंपिनयों में ताले लटक चुके है। इससे यहां के 40 हजार से अधिक कर्मी और मजदूरों की रोजी-रोटी पर संकट आ चुका है। झारखंड राज्य विद्युत निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) की बिजली से रामगढ़ जिले के वैष्णवी फेरो टेक, ग्लोब स्टील एंड एलॉय, नानक फेरोएलॉय, मथुरा इंगोट, चिंतपूर्णी स्टील, राधा कॉस्टिंग, टीएनटी मेटल, मेहर एलॉय और रांची जिले के एकमात्र स्टील प्लांट टीएनटी मेटल प्लांट बंद हो गए। मालिकों ने सरकार की गलत नीति के कारण अपना प्लांट बंद कर दिया।

इससे पहले झारखंड राज्य विद्युत निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) में बिजली की दरों में 38 फीसदी बढ़ोतरी के खिलाफ झारखंड के 28 स्टील प्लाटों में एक साथ और एक ही दिन 01 अगस्त से ताले लटक गए थे। इनमें रामगढ़ की 03 और कोल्हान (आदित्यपुर, धालमूगढ़ और चांडिल) की 25 कंपनियां शामिल हैं। बिजली दरों में हुई बढ़ोतरी के कारण इंडक्शन फर्नेस चलाने वाले सभी उद्यमियों को प्रतिमाह लगभग 35 लाख रुपये का नुकसान हो रहा था।

नोटिस में कहा गया है कि झारखंड सरकार द्वारा बिजली दर में की गई 38 फ़ीसदी बढ़ोतरी के कारण यह निर्णय लिया गया है। हालांकि उन्होंने अपने मजदूरों को 01 महीने के लिए रोजगार ढूंढने का भी समय दिया है। राधेश्याम अग्रवाल ने बताया कि मजदूरों के लिए प्लांट के बाहर चिपकाये गये नोटिस में कहा गया है कि उनके खाते में जुलाई महीने का वेतन भेज दिया गया है। मानवीय आधार पर अगस्त महीने का वेतन भुगतान भी प्लांट में काम कर रहे कर्मचारियों और मजदूरों को किया जाएगा। अगले महीने तक मजदूर अपना रोजगार कहीं और तलाश लें। इसके बाद प्लांट मालिक उन्हें कोई सहयोग नहीं कर पाएंगे।

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झारखंड के 28 स्टील प्लांटों में एकसाथ लटके ताले http://www.shauryatimes.com/news/50961 Thu, 01 Aug 2019 18:06:15 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=50961 35 हजार लोगों को रोजी-रोटी के लाले

रांची : झारखंड सरकार की दोहरी नीति और एक ही राज्य में बिजली दरों की अलग-अलग व्यवस्था की मार यहां के उद्यमियों को भारी पड़ी। मुख्यमंत्री रघुवर दास के लगातार आश्वासन के बाद भी समाधान नहीं निकला। नतीजा हुआ कि झारखंड राज्य विद्युत निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) में बिजली की दरों में 38 फीसदी बढ़ोतरी के खिलाफ झारखंड के 28 स्टील प्लाटों में एक साथ और एक ही दिन पहली अगस्त से ताले लटक गए। इनमें रामगढ़ की 03 और कोल्हान (आदित्यपुर, धालमूगढ़ और चांडिल) की 25 कंपनियां शामिल हैं। बिजली दर में हुई बढ़ोतरी के कारण इंडक्शन फर्नेस चलाने वाले सभी उद्यमियों को प्रतिमाह लगभग 35 लाख रुपये का नुकसान हो रहा था। ऐसे में अधिकतर कंपनी मालिकों ने अपने गेट पर नोटिस चिपका कर एक अगस्त से कंपनी बंद करने की घोषणा कर दी। इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से करीब 35 हजार लोग प्रभावित हुए हैं।

कंपनी मालिकों ने सवाल उठाया है कि आखिर एक राज्य में बिजली की दो अलग-अलग दरें क्यों हैं। दामोदर वैली कॉरपोरेशन (डीवीसी) में बिजली दर प्रति यूनिट 2.95 रुपये है, जबकि झारखंड राज्य विद्युत निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) में बिजली की दर 5.50 रुपये प्रति यूनिट है। यह डीवीसी से 2.55 रुपये प्रति यूनिट ज्यादा है। इससे अधिकतर कंपनियों को प्रतिमाह लगभग 35 लाख रुपये का अतिरिक्त बोझ बढ़ गया है।

बंद होने वाली कंपनियों में रामगढ़ की 03 वैष्णवी फेरो टेक, ग्लोब स्टील एंड एलॉय और मथुरा इंगोट शामिल हैं। इसके अलावा कोल्हान के आदित्यपुर-गम्हरिया की कामसा स्टील, नरेडी स्टील, स्टाइल कोमोडिटी, श्यामलाल आयरन, एसजी मल्टिकॉस्ट, मेटल कॉस्टिंग, जगदंबा इंगोटेक, संथाल एलॉय, पूर्वी आयरन, चौका-चांडिल की वनांचल स्टील, लॉर्ड बालाजी, पसारी कॉस्टिंग, डिवाइन एलॉय, गैलेक्सी एक्सपोर्ट, सिद्धि विनायक, गुलमोहर स्टील, जूही इंडस्ट्रीज, सनफ्लावर, मेटल एंड एलॉय तथा धालभूमगढ़ की हरिओम स्मेल्टर, गजानन फेरो, शंकर फेरो, हिमाद्री स्टील, बाबूभाई मेटालिक और सुखसागर हैं। ऐसे में वे सभी कर्मचारी और मजदूर बेरोजगार हो गये, जिनकी रोजी-रोटी इन कंपनियों से चलती थी।

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