Struggle to save life in debris – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Mon, 08 Feb 2021 06:40:38 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 मलबे में जिदंगी बचाने की जद्दोजहद, बड़ी टनल में उतारी जेसीबी http://www.shauryatimes.com/news/101670 Mon, 08 Feb 2021 06:40:38 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=101670 एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर पहुंचा रहे रेस्क्यू टीम और साजो-सामान

देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले के रैणी गांव में रविवार को ग्लेशियर टूटने की आपदा के बाद हुई तबाही के मलबे में फंसे लोगों को ढूंढने का काम जारी है। बचाव दल ने अबतक अलग-अलग जगहों से 14 लोगों के शव बरामद किए हैं। 15 लोगों की जिंदगी बचा ली गई है। तपोवन की टनल में आज सुबह बचाव दल ने जेसीबी उतार कर और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं। एसडीआरएफ के सेनानायक नवनीत भुल्लर के अनुसार आज सुबह तपोवन की टनल में फंसे लोगों को बचाने के लिए बचाव कार्य तेज कर दिया गया। टनल में जेसीबी मशीन उतार दी गई है, जो टनल के अंदर ब्लॉक हुए रास्ते को खोलने का काम कर रही है। उन्होंने बताया कि टनल के अंदर बहुत मलबा है। रेस्क्यू दस्ते के लोग मुस्तैदी से बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। वहां तकरीबन 50 लोग फंसे हुए हैं।

राज्य के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि परियोजना की छोटी टनल से कल 12 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। हादसे के बाद से 153 लोग लापता बताए गए हैं। बड़ी टनल, जो करीब 250 मीटर लम्बी है, उसे खोलने का काम जारी है। इस समय हमरा फोकस इसी जगह को क्लियर करने पर है। हालांकि इसके अंदर बहुत मलबा भरा हुआ है। रेस्क्यू टीम को बेलागांव में आज सुबह एक और शव मिला है। अबतक कुल 14 शव बरामद किए जा चुके हैं। अभी भी कम से कम 170 लोग लापता बताए गए हैं। इनमें उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले के निवासी 60 मजदूर भी बताए जा रहे हैं, जो इस वि्दुयत परियोजना में मजदूरी कर रहे थे। इस हादसे के बाद उनके गांव में मातम पसरा हुआ है।

इस हादसे में तपोवन बैराज पूरी तरह बर्बाद हो गया है। आपदा की भयावहता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि 15 किमी के दायरे में बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। नदी में चार पहिया वाहन तक बह गए हैं। इसलिए यह रेस्क्यू आपरेशन लम्बा चलने की उम्मीद है, क्योंकि नदी में तकरीबन 15 फीट गाद जमा है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, सेना और एयरफोर्स बचाव कार्य में लगे हैं। वायुसेना हेलीकॉप्टर के जरिये बचाव कार्य में जुटे जवानों और साजो-सामान को इलाके में पहुंचाने में जुटी हुई है। वायुसेना के हेलीकॉप्टर आसमान में उड़ान भर रहे हैं। भारतीय वायुसेना ने सुबह होते ही एरियल रेस्क्यू मिशन शुरू किया। एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर एमआई-17 और एएलएच देहरादून से डिजास्टर रिलीफ टीम को लेकर जोशीमठ पहुंचे। आईटीबीपी के पीआरओ विवेक कुमार पांडेय ने कहा कि उनका पूरा फोकस तपोवन टनल में फंसे लोगों को जिंदा बचाने पर है। जरूरत के हिसाब से आईटीबीपी का और दल भेजा जाएगा।

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