Take care with the new form of corona virus: Yogi – Shaurya Times | शौर्य टाइम्स http://www.shauryatimes.com Latest Hindi News Portal Tue, 22 Dec 2020 21:05:00 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.3 कोरोना वायरस के नए स्वरूप को लेकर बरतें पूरी सावधानी : CM योगी http://www.shauryatimes.com/news/95385 Tue, 22 Dec 2020 21:05:00 +0000 http://www.shauryatimes.com/?p=95385 सम्बन्धित देशों से पिछले 15 दिन में उप्र आए लोगों की करें काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग-क्वारंटीन

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्व में सामने आए कोरोना वायरस के नए स्वरूप के मद्देनजर पूरी सावधानी व सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिन देशों में वायरस का नया स्वरूप सामने आया है, ऐसे देशों से पिछले 15 दिन में प्रदेश में आए लोगों की काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा क्वारंटीन की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को लोक भवन में एक उच्चस्तरीय बैठक में निर्देश दिए कि प्रत्येक जनपद में स्थानीय प्रशासन यह सुनिश्चित करें कि विदेश से आए लोगों की काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग अनिवार्य रूप से की जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना के नए स्वरूप को ध्यान में रखते हुए विगत 15 दिनों के दौरान प्रदेश में विदेश से आए लोगों की जांच की जाए। उन्होंने इस सम्बन्ध में स्वास्थ्य विभाग को एक हेल्पलाइन नम्बर जारी करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि निजी प्रयोगशालाओं द्वारा आरटीपीसीआर की जांच के सम्बन्ध में किसी भी दशा में 700 रुपये प्रति जांच से अधिक की फीस न ली जाए। यदि व्यक्ति का नमूना घर से इकट्ठा किया जाता है, तो 900 रुपये का जांच शुल्क लिया जाए। उन्होंने अधिकारियों को इस व्यवस्था का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कोविड-19 की 95.68 प्रतिशत रिकवरी दर पर संतोष व्यक्त करते हुए इसे और बेहतर करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए इस दिशा में सभी प्रयास निरन्तर जारी रखे जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखा जाए। कोविड अस्पतालों में औषधियों, मेडिकल उपकरण तथा ऑक्सीजन की बैकअप सहित सुचारु उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को निरन्तर जागरूक किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ई-संजीवनी एप का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग इसके माध्यम से ऑनलाइन चिकित्सीय परामर्श का लाभ प्राप्त कर सके। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में ई-संजीवनी एप का उपयोग करने वालों की संख्या अब तक तीन लाख से अधिक हो गई है।

]]>